चंडीगढ़ छेड़छाड़ मामले के बाद सवालों से घिरी भाजपा सरकार पर चौतरफा हमले हो रहे हैं। अब सोनिया गांधी के दामाद और कारोबारी रॉबर्ट वाड्रा ने भी भाजपा पर निशाना साधा है।
स्वराज इंडिया का कहना है कि समय-समय पर डूबने की स्थिति से प्रभावित लोगों को विस्थापितों की सूची से बाहर करते हुए सरकार के आंकड़े बदलते गए। यदि उन आंकड़ों को भी देखें तो उसके अनुसार भी हजारों पात्र परिवारों को मुआवजा नहीं मिला है।
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने कहा कि महिलाओं को उनकी आशा, आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए पूरा सहयोग दिया जाना चाहिए। साथ ही, कहा कि महिलाओं को सुरक्षा, सम्मान और पूरी समानता मिलनी चाहिए, जो उनका पवित्र अधिकार है।
महिला एंव बाल विकास मंत्रालय ने यह स्पष्ट किया है कि बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओं योजना के अंतर्गत नकद प्रोत्साहन का कोई प्रावधान नहीं है। मंत्रालय के संज्ञान में आया है कि कुछ अनधिकृत वेब साइट, संगठन, स्वंयसेवी संगठन और व्यक्ति बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के अंतर्गत नकद प्रोत्साहन के नाम पर प्रपत्र वितरित कर रहे हैं।
‘सांस्कृतिक रूप से समृद्ध एवं समर्थ प्रदेश में बेटियां कोख में ही मारी जाएं, यह सोंच कर शर्मिंदगी महसूस होती है। प्रदेश के बुजुर्गों को संकल्प लेना चाहिए कि वे बोटियाें को कोख में मरने नहीं देंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरूग्राम के ताउ देवीलाल स्टेडियम में हरियाणा स्वर्ण जयंती पर आयोजित रंगारंग समारोह के दौरान जब यह बातें कहीं तो वहां मौजूद तमाम खास-ओ-आम एक पल के लिए शर्मसार हुए बिना नहीं रहा।
नर्मदा बचाओ आंदोलन की नेत्री मेधा पाटकर ने मन की बात को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला बोला है। पीएम मोदी आकाशवाणी के माध्यम से देशवासियों से ‘मन की बात' करते हैं। मेधा का कहना है कि पीएम मोदी ‘मन’ की नहीं ‘मनमानी बात’ करते हैं। उन्होंने कहा कि ‘मन की बात’ केवल गुजरात और कुछ बड़े औद्योगिक घरानों के लिए है।
नर्मदा बचाओ आंदोलन की मुख्य कर्ता पर्यावरणविद मेधा पाटकर ने कहा है कि गुजरात में अदानी व अंबानी की कंपनियों को पानी देने के लिए सरदार सरोवर बांध का जलस्तर बढ़ाया जा रहा है। केंद्र और राज्य सरकारों को इस बात की चिंता नहीं है कि इससे कितने गांव और परिवार डूबने वाले हैं। नर्मदा नदी के दोहन पर भी उन्होंने एक बड़ा बयान दिया है। मेधा ने कहा हैै कि कंपनियों को फायदा पहुंचाने के लिए नर्मदा नदी को वेश्या बना दिया गया है।
पहले भारतीय जनता पार्टी में मोदी लाओ देश बचाओ का नारा गूंजता था। लेकिन जब प्रदेश वह भी भाजपा के लिए इज्जत का सवाल उत्तर प्रदेश की बात आई है तो योगी लाओ उत्तर प्रदेश बचाओ का नारा गूंजने लगा है।
नितिन गडकरी काबिल मंत्री होने के साथ अपनी स्पष्टवादिता के लिए भी मशहूर हैं। पार्टी हो या सरकार, जिस समय अधिकांश मंत्री-नेता अपनी सफलताओं के ढोल पीट रहे हैं, नितिन गडकरी ने बाकायदा प्रेस कांफ्रेंस बुलाकर स्पष्ट शब्दों में माना कि ‘देश में बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं को रोकने में हम विफल रहे हैं। हम दुःख के साथ स्वीकारते हुए सारे तथ्य और आंकड़ों की रिपोर्ट भी सार्वजनिक कर रहे हैं, क्योंकि दुनिया में सर्वाधिक सड़क दुर्घटनाएं भारत में हो रही हैं। प्रतिदिन 1410 दुर्घटनाओं में से 400 लोग मर रहे हैं।’ उन्होंने सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय की ‘भारत में सड़क दुर्घटना रिपोर्ट-2015’ को जारी किया।