Advertisement

Search Result : "10वीं की परीक्षाएं"

अगले साल से सीबीएसई 10वीं और 12वीं की परीक्षा फरवरी में कराएगा

अगले साल से सीबीएसई 10वीं और 12वीं की परीक्षा फरवरी में कराएगा

सीबीएसई अगले साल से दसवीं व 12वीं की परीक्षा मार्च की जगह फरवरी में कराएगी। कापी जांचने के काम में आ रहीं गड़बड़ियों की वजह से यह फैसला किया गया है। सीबीएसई इसमें सुधार लानी चाहती है। साथ ही परीक्षा 45 दिन की बजाय एक महीने में पूरे करा लेने की कोशिश की जाएगी।
यूपी बोर्ड: 10वीं में 81.6% और 12वीं में 82.62% हुए पास, यहां देखें नतीजे

यूपी बोर्ड: 10वीं में 81.6% और 12वीं में 82.62% हुए पास, यहां देखें नतीजे

यूपी बोर्ड के 10वीं और 12वीं के परीक्षा परिणाम जारी हो चुके हैं। रिजल्ट आधिकारिक वेबसाइट upresults.nic.in पर अपलोड किए जा चुके हैं। सभी छात्र results.nic.in या results.gov.in पर भी रिजल्ट्स से जुड़े सभी अपडेट्स देख सकते हैं। इस बार 12वीं में 82.62% स्टू डेंट्स और 10वीं में 81.6% स्टू डेंट्स पास हुए हैं। 10वीं में फतेहपुर की तेस्जवी ने टॉप किया है।
10 वीं कक्षा के लिए बोर्ड परीक्षा जरूरी हो, सीबीएसई की सिफारिश

10 वीं कक्षा के लिए बोर्ड परीक्षा जरूरी हो, सीबीएसई की सिफारिश

सीबीएसई के सभी छात्रों के लिए साल 2018 से 10 वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा अनिवार्य होने वाली है। इसकी संचालन इकाई ने इस बारे में एक प्रस्ताव को आज आमराय से मंजूरी दे दी।
फिर छा गईं कुड़ियां, सीबीएसई 10वीं में 1,68,541 छात्रों को 10 सीजीपीए

फिर छा गईं कुड़ियां, सीबीएसई 10वीं में 1,68,541 छात्रों को 10 सीजीपीए

केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की 10वीं की बोर्ड परीक्षा में लड़कियों ने 96.36 प्रतिशत पास प्रतिशत के साथ लड़कों को एक बार फिर पीछे छोड़ दिया। लड़कों का पास प्रतिशत 96.11 रहा। पूरे देश में परीक्षा में 1,68,541 छात्रों को पूरे 10 ग्रेड प्वायंट (सीजीपीए) प्राप्त हुए हैं जिनमें से 85,316 लड़के और 83,225 लड़कियां हैं।
एनआईटी: छात्रों ने परीक्षाएं टालने की मांग की

एनआईटी: छात्रों ने परीक्षाएं टालने की मांग की

एनआईटी श्रीनगर परिसर में तनाव के बीच दूसरे राज्यों के छात्रों ने मांग की है कि स्थिति के सामान्य होने तक सोमवार से शुरू हो रही परीक्षाओं सहित संस्थान में शिक्षण गतिविधियों को टाल दिया जाना चाहिए। दूसरे राज्यों के विद्यार्थियों में लड़कियां भी शामिल हैं और वे विरोध प्रर्दशन कर रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि कालेज और मानव संसाधन विकास मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि उनकी मांग पर चर्चा संभव नहीं है।
Advertisement
Advertisement
Advertisement