Advertisement

Search Result : "27 girls missing"

बमों के निशाने पर इराक में भारतीय बंदी

बमों के निशाने पर इराक में भारतीय बंदी

इराक के मुसोल इलाके में डेढ़ साल से आतंकी संगठन आईएसआईएस द्वारा बंदी बनाए गए 38 भारतीयों के परिजनों के हाल-बेहाल, पेरिस पर आतंकी हमले के बाद अपने लोगों को जिंदा देखने की आस भी हुई कम, केंद्र की कूटनीतिक विफलता से नाराजगी
यह कैलेंडर बदल दो

यह कैलेंडर बदल दो

साल तो आप नहीं बदल सकते, मगर पसंद न आने पर कैलेंडर तो बदल ही सकते हैं। तो यकीन मान कर चलिए यह ‘कैलेंडर’ अगला हफ्ता आते-आते तक बदल जाएगा।
आने वाली हैं मधुर की कैलेंडर गर्ल्स

आने वाली हैं मधुर की कैलेंडर गर्ल्स

महिला केंद्रित फिल्में बनाने के लिए पहचाने जाने वाले निर्देशक मधुर भंडारकर का मानना है कि अब भी ऐसे बहुत से मुद्दे हैं, जिन्हें फिल्मों के जरिये उठाया जाना बाकी है।
हेलीकॉप्टर का मलबा मिला, सवारों की तलाश जारी

हेलीकॉप्टर का मलबा मिला, सवारों की तलाश जारी

पिछले चार दिन से लापता पवन हंस के हेलीकॉप्टर का मलबा सोमवार सुबह अरुणाचल प्रदेश के तिरप जिले में थिनसा और सांगलियन गांवों के बीच मिल गया, लेकिन इसमें सवार एक उपायुक्त सहित तीन लोगों के बारे में फिलहाल कोई जानकारी नहीं है।
फिर मिलेंगी स्पाइस गर्ल्स

फिर मिलेंगी स्पाइस गर्ल्स

जाना माना पॉप म्यूजिकल बैंड स्पाइस गर्ल्स के टूटने पर संगीत प्रेमियों को बहुत निराशा हुई थी। पूरी दुनिया में इस समूह के टूटने पर चर्चा हुई थी। स्पाइस गर्ल्स के प्रशंसकों के लिए अच्छी खबर है कि यह समूह फिर अस्तित्व में आएगा।
एचबीओ की इंटर्न मालिया बराक

एचबीओ की इंटर्न मालिया बराक

अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की बड़ी बेटी मालिया एचबीओ की गर्ल्स श्रृंखला में नौकरी करेंगी। वह यहां लीना डुनहैम के साथ इंटर्न होंगी। यह उनके समर जॉब का हिस्सा होगा।
‘कैलेंडर गर्ल्स’ बाहर निकलीं

‘कैलेंडर गर्ल्स’ बाहर निकलीं

मधुर भंडारकर सामाजिक विषयों में मनोरंजन और व्यावसायिकता का तड़का लगा कर फिल्में बनाना पसंद करते हैं। चांदनी बार से लेकर फैशन तक उन्होंने किसी न किसी उद्योग को आधार बना कर काम किया है। इस बार वह कैलेंडर पर दिखने वाली खूबसूरत बालाओं पर फिल्म बना रहे हैं।
ग्रामीण राजस्थान में कन्या भ्रूण हत्या में कमी का दावा

ग्रामीण राजस्थान में कन्या भ्रूण हत्या में कमी का दावा

राजस्थान के जयपुर औऱ जोधपुर के छह जिलों में पंचायतों के साथ मिल कर चलाए जा रहे सीफार संस्था के प्रयासों से कन्या भ्रूण हत्या के खिलाफ अभियान का दिख रहा असर
Advertisement
Advertisement
Advertisement