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मुनाफा वसूली से शेयर बाजार में गिरावट, सेंसेक्स 300 अंक गिरा

मुनाफा वसूली से शेयर बाजार में गिरावट, सेंसेक्स 300 अंक गिरा

भारतीय शेयर बाजार का सेंसेक्स आज कारोबार की शुरुआत में अपने रिकार्ड स्तर से करीब 300 अंक गिरकर 31,775.54 अंक पर आ पहुंचा है। एशियाई बाजारों में कमजोर शुरुआत से यहां भी मुनाफा वसूली का जोर रहा और बाजार में गिरावट का रुख रहा।
मोदी ने किया सबसे लंबे पुल का उद्घाटन, भूपेन हजारिका के नाम पर किया ब्रिज का नामकरण

मोदी ने किया सबसे लंबे पुल का उद्घाटन, भूपेन हजारिका के नाम पर किया ब्रिज का नामकरण

भाजपा सरकार के तीन साल पूरे होने के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज असम में देश के सबसे लंबे पुल का उद्घाटन किया। उद्घाटन के बाद पीएम मोदी खुद पुल का जायजा लेने पैदल ही निकल पड़े। इस दौरान उन्होंने इस पुल का नाम विश्व प्रसिद्ध लोकगायक भूपेन हजारिका के नाम पर रखने का ऐलान किया। यह पुल देश के दो पूर्वोत्तर राज्यों असम और अरुणाचल प्रदेश को जोड़ने का काम करेगा।
17 साल बाद नोकिया 3310 की वापसी, जानिए इसकी खास बातें

17 साल बाद नोकिया 3310 की वापसी, जानिए इसकी खास बातें

स्नैक वाला गेम याद है ना? तब नोकिया का 3310 भी याद ही होगा। 17 साल बाद नए लुक के साथ अब नोकिया 3310 मोबाइल सेट की वापसी हो गई है। आज नोकिया के राइट्स वाली कंपनी एचएमडी ग्लोबल ने इसे लॉन्च कर दिया है।
कई हस्तियों ने सुप्रीम कोर्ट से धारा 377 को रद्द करने की मांग की

कई हस्तियों ने सुप्रीम कोर्ट से धारा 377 को रद्द करने की मांग की

समलैंगिक (एलजीबीटी) समुदाय का हिस्सा होने का दावा करने वाली कुछ मशहूर हस्तियों ने उच्चतम न्यायालय का रूख कर आईपीसी की धारा 377 को रद्द करने की गुहार लगाई है। आईपीसी की धारा 377 के तहत देश में समलैंगिकता एक दंडनीय अपराध है। इस अर्जी पर कल सुनवाई होने की संभावना है।
धारा 377 मामला: पांच जजों की पीठ को सौंपी याचिका

धारा 377 मामला: पांच जजों की पीठ को सौंपी याचिका

भारतीय दंड संहिता की धारा 377 के तहत स्वेच्छा से दो वयस्कों के बीच समलैंगिक यौन संबंध स्थापित करने को अपराध की श्रेणी में रखने संबंधी शीर्ष अदालत के फैसले पर फिर से गौर करने के लिए दायर सुधारात्मक याचिका को आज उच्चतम न्यायालय ने पांच सदस्यीय संविधान पीठ को सौंप दी।
पुरुष-पुरुष प्यार के कारण जीवन जेल हो गया

पुरुष-पुरुष प्यार के कारण जीवन जेल हो गया

राजस्थान के रहने वाले नकुल शर्मा काफी परेशान हैं। इस दफा उन्हें संसद से काफी उम्मीद थी कि धारा 377 से संबंधी विधेयक पर जरूर कुछ न कुछ होगा। आखिरकार सर्वोच्च न्यायालय ने गेंद संसद के पाले में डाली है। लेकिन कांग्रेसी नेता शशि थुरूर का विधेयक पटल तक पर नहीं आ सका। इस संबंध में नकुल शर्मा की परेशानी यह है कि वह गे यानी समलैंगिक हैं। उनका कहना है कि उन्हें लैंगिक अल्पसंख्यक का दर्जा चाहिए। अपनी कहानी के जरिये नकुल बताते हैं कि बलात्कार सिर्फ मर्द औरत के बीच नहीं होता है बल्कि उनके जैसे असंख्य लोगों के साथ होता है तो कोई कानून नहीं है जो उन्हें न्याय दिलवा सके।
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