जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर हाईवे पर आज आतंकियों ने सेना के काफिले पर हमला किया। हमले में सेना का 2 जवान शहीद हो गए जबकि 4 गंभीर रुप से जवान घायल हो गए। आज ही गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने सुरक्षा के मुद्दे पर सरकार के तीन साल के कामकाज का लेखाजोखा पेश किया।
कश्मीर के कुलगाम में लेफ्टिनेंट उमर फैयाज की हत्या में लश्कर-ए-तैयबा और हिज्बुल मुजाहिदीन का हाथ है। सूत्रों के मुताबिक, लश्कर और हिज्बुल के 6 आतंकियों ने इस हत्या को अंजाम दिया। इससे पहले रात भर उमर को टॉर्चर किया गया और फिर गोलियों से छलनी कर उसकी हत्या कर दी।
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच देर रात से जारी मुठभेड़ आज दोपहर 12 बजे खत्म हो गई। इस एनकाउंटर में सुरक्षाबलों ने लश्कर के दो आतंकियों को ढेर कर दिया है।
श्रीनगर से 15 किलोमीटर दूर पंपोर में श्रीनगर-जम्मू हाईवे पर स्थित इंटरप्रेन्योरशिप डेवलपमेंट इंस्टीट्यूट (ईडीआई) की इमारत में छिपे आतंकियों को 52 घंटे तक चली कार्रवाई में मार गिराया गया है, लेकिन इस घटना से सुरक्षा चौकसी में खामियां भी सामने आई हैं। खुफिया विभाग के द्वारा राज्य प्रशासन को सतर्क किए जाने के बावजूद सुरक्षा बलों को चौकस नहीं किया गया। नतीजा यह कि झेलम नदी पार कर घुसे आतंकी आराम से इस परित्यक्त सरकारी इमारत में घुस बैठे। उनका इरादा इस इमारत से कुछ ही दूरी पर स्थित सेना के 15 कोर के मुख्यालय और सीमा सुरक्षा बल के शिविर पर हमला करने का था।