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गो फॉर आॅर्गन : देशभर में साइ‍किल में घूूम घूूम कर अंगदान की अलख जगाएंगे

गो फॉर आॅर्गन : देशभर में साइ‍किल में घूूम घूूम कर अंगदान की अलख जगाएंगे

देशवासियों को अंगदान के लिए प्रेरित करने के इरादे से चार विभिन्न क्षेत्राें में परास्नातक युवक अपने काम-धंधे छोड़कर साइकिलों पर 4500 किमी की यात्रा पर निकलेंगे। उनकी यह यात्रा 17 जून को कन्याकुमारी से शुरू होगी और 50 दिन बाद 6 अगस्त को विश्व अंगदान दिवस के मौके पर लेह में समाप्त हो जाएगी। इनमें से तीन युवक अलग-अलग वर्गाें में राष्‍ट्रीय स्तर के एथलीट रहे हैं।
पीएम मोदी की स्‍वदेश वापसी, दिल्‍ली में हुआ भव्‍य स्‍वागत

पीएम मोदी की स्‍वदेश वापसी, दिल्‍ली में हुआ भव्‍य स्‍वागत

पीएम नरेंद्र मोदी अपनी पांच देशों की यात्रा के बाद स्‍वदेश वापस आ गए हैं। दिल्‍ली विमानतल में पीएम मोदी का वापसी पर भव्‍य स्‍वागत हुआ। विमानतल में भाजपा नेताओं और उनके समर्थकों में स्‍वागत के समय गजब का उत्‍साह देखा गया। नेताओं ने अपने कार्यकर्ताओं के साथ मोदी, मोदी के नारे भी लगाए।
पांच देशों के दौरे पर पीएम रवाना, अाज हेरात में सलमा बांध का उद्घाटन करेंगे

पांच देशों के दौरे पर पीएम रवाना, अाज हेरात में सलमा बांध का उद्घाटन करेंगे

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शनिवार को अपनी पांच देशों की यात्रा के पहले पड़ाव में अफगानिस्तान के लिए रवाना हो गए। पीएम कतर, स्विटजरलैण्ड, अमेरिका और मैक्सिको भी जाएंगे। यात्रा के पहले चरण में वह अफगानिस्तान के हेरात प्रांत में भारत-अफगान मैत्री सहयोग कार्यक्रम के तहत निर्मित सलमा बांध का उद्घाटन करेंगे। पीएम की इस यात्रा का मुख्य मकसद इन देशों के साथ भारत के व्यापार, ऊर्जा और सुरक्षा सहयोग को विस्तार देना और संबंधों को नई गति प्रदान करना है।
चीन में प्रणब दा बोले, चीनी निवेशकों का भारत में है स्‍वागत

चीन में प्रणब दा बोले, चीनी निवेशकों का भारत में है स्‍वागत

राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने भारत और चीन के बीच कारोबारी संबंध बढ़ाने पर जोर दिया हैा उन्‍होंने कहा कि भारत चीन के निवेशकों का स्‍वागत करता हैा जो निवेशक देश के मेक इन इंडिया में अपनी भागीदारी देता है उनके लाभ के लिए भारत हर संभव प्रयास करेगाा
ईरान पहुंचे मोदी: चाबहार बंदरगाह, उर्जा करार यात्रा का मुख्य एजेंडा

ईरान पहुंचे मोदी: चाबहार बंदरगाह, उर्जा करार यात्रा का मुख्य एजेंडा

ईरान के साथ व्यापार, निवेश व उर्जा संबंधों को प्रगाढ़ बनाने के लक्ष्य के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिन की यात्रा पर रविवार को तेहरान पहुंचे। इस यात्रा के दौरान रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण ईरान के चाबहार बंदरगाह के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण समझौते पर हस्ताक्षर किए जाने की संभावना है।
परदेस में नरेंद्र मोदी के स्वागत और विरोध के तीखे स्वर

परदेस में नरेंद्र मोदी के स्वागत और विरोध के तीखे स्वर

भारत के जमीनी मुद्दों की गूंज प्रधानमंत्री मोदी की विदेश यात्राओं में सुनाई देने लगी है, ब्रिटेन की यात्रा में दोनों पक्षों की तैयारियां पूरी
प्रधानमंत्री की विदेश यात्रा के खर्चे पर परदा क्यों

प्रधानमंत्री की विदेश यात्रा के खर्चे पर परदा क्यों

सूचना के अधिकार के तहत मिला नरेंद्र मोदी की सिर्फ दो यात्राओं का आंशिक ब्यौरा। सेशल्स में 1,26,61,928 रुपये (एक करोड़, छब्बीस लाख, 61 हजार 9सौ अठाइस रुपये) और मॉरिशस में 13,792,690 (1करोड़, 37 लाख, 92 हजार, छह सौ नब्बे रुपये खर्च हुए और यह आंशिक खर्च है। आखिर क्यों नहीं दे रहा पीएमओ पूरा ब्यौरा?
प्रधानमंत्री की चीन यात्रा का रणनीतिक महत्‍व

प्रधानमंत्री की चीन यात्रा का रणनीतिक महत्‍व

किसी भी दृष्टि से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हालिया चीन यात्रा सफल कही जाएगी। इसमें भारतीय इनफ्रॉस्टक्चर क्षेत्र में 10 अरब डॉलर के चीनी निवेश 22 अरब डॉलर के व्यापार समझौतों सहित कई समझौते किए गए।
प्रियंका गांधी और स्‍मृति ईरानी में छिड़ी जुबानी जंग

प्रियंका गांधी और स्‍मृति ईरानी में छिड़ी जुबानी जंग

अमेठी और रायबरेली में विकास कार्यों को लेकर प्रियंका गांधी और स्‍मृति ईरानी के बीच तकरार तेज हो गई है। स्‍मृति ईरानी ने कहा कि 60 साल तक राज करने वाले गांधी परिवार ने इस क्षेत्र के लिए कुछ नहीं किया। उधर, प्रियंका गांधी ने ईरानी पर निशाना साधते हुए कहा कि वह अपने मंत्रालय से रायबरेली में आईआईआईटी क्‍यों नहीं खुलवा देतीं।
हरियाणवी बाउंसरों से परहेज करें राहुल

हरियाणवी बाउंसरों से परहेज करें राहुल

राहुल गांधी की सक्रियता ने भारतीय राजनीति का मौसम तो गर्म कर ही दिया है। अचानक राहुल गांधी विपक्ष के नेता की भूमिका में नजर आने लगे हैं। आजकल राहुल गांधी की भाषण शैली में आक्रामकता है, सरकार पर हमले कर रहे हैं। कांग्रेस भी और कांग्रेसी भी आशान्वित हो उठे हैं कि पार्टी फिर खड़ी हो उठेगी। प्रश्न ये है क्या, राहुल गांधी के सक्रिय हो जाने मात्र से पार्टी हाशिये से बाहर निकल पायेगी?
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