एमसीडी चुनाव में मिली करारी हार के बाद आम आदमी पार्टी में मचा घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार से जल और पर्यटन मंत्री कपिल मिश्रा की छुट्टी हो गई है। कुमार विश्वास के करीबी माने जाने वाले कपिल मिश्रा की जगह नजफ़गढ़ के विधायक कैलाश गहलोत को मंत्री बनाया जाएगा, जबकि सीमापुरी से विधायक राजेन्द्र पाल गौतम भी मंत्री बनेंगे।
कुमार विश्वास के झगड़े की वजह कहीं राज्यसभा की सदस्यता तो नहीं है। अचानक विश्वास के तेवर बदलने को लेकर पार्टी में कई तरह की चर्चाएं हैं। पंजाब व गोवा के बाद निगम चुनावों को लेकर जिस तरह आप में उठापटक हुई है, उसकी वजह आप में पार्टी नेताओं द्वारा जगह बनाना और राज्यसभा की दावेदारी मजबूत करना माना जा रहा है।
आम आदमी पार्टी में चल रहा झगड़ा बुधवार को समाप्त हो गया। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घर पीएसी की बैठक में विधायक अमानतुल्लाह खान को पार्टी से सस्पेंड करने का फैसला लिया गया। अमानतुल्लाह ने कुमार विश्वास पर भाजपा एजेंट होने का आरोप लगाया था। बैठक में कुमार विश्वास को राजस्थान का प्रभारी नियुक्त किया गया है। इससे पहले राजस्थान के प्रभारी मनीष सिसोदिया थे। विश्वास को राजस्थान के चुनाव में पार्टी को खड़ा करने की जिम्मेदारी दी गई है।
दिल्ली नगर निगम चुनाव में हार के बाद पार्टी में मचे कोहराम से यह सवाल शिद्दत से खड़ा हो गया है कि क्या आम आदमी पार्टी बिखर जाएगी? क्या नई राजनीति की डाल उसके हाथ से छूट गई है? ऐसे सवालों पर अरविंद केजरीवाल के बाद आप के सबसे कद्दावर नेता, दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया फौरन कहते हैं, ‘‘टीवी बहस में तो हजारों बार दफन की जा चुकी है आप।’’ उन्हें पूरा भरोसा है कि आप जनता की उम्मीदों पर खरा उतरेगी। आउटलुक के संपादक हरवीर सिंह के साथ बातचीत में सिसोदिया ने विस्तार से पार्टी की हार के कारणों और आगे की रणनीति पर चर्चा की। प्रमुख अंश:
एमसीडी चुनाव में हार के बाद आम आदमी पार्टी के दिल्ली संगठन में भारी फेरबदल हो सकता है। राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने विधायकों के साथ संगठन में बदलाव पर बातचीत की है। मंगलवार को दिल्ली के जिला प्रभारी और पदाधिकारियों के साथ केजरीवाल बैठक करेंगे।
आम आदमी पार्टी में अंदरूनी लड़ाई अब खुलकर सामने आती जा रही है। आप के कुमार विश्वास ने साफ कहा है कि वो किसी से माफी नहीं मांगेंगे। विश्वास ने कहा कि सोच समझकर आज रात बड़ा निर्णय लूंगा। जल्द ही आप सबको यह बता दूंगा।
आम आदमी पार्टी :आप: ने लगातार तीन चुनाव में हार के बाद पार्टी के मिशन विस्तार में फौरी तौर पर बदलाव किया है। आप नेतृत्व ने दिल्ली नगर निगम चुनाव में उम्मीद के विपरीत मिले परिणाम की समीक्षा में पार्टी के मिशन विस्तार से केजरीवाल सरकार को दूर रखने और ईवीएम में गड़बड़ी के मुद्दे को उठाने की रणनीति में बदलाव किया है।
विधानसभा चुनावों और दिल्ली नगर निगम चुनावों में आम आदमी पार्टी की हार के बाद केजरीवाल ने अपनी चुप्पी तोड़ी है। ट्विटर पर लिखे एक पत्र में उन्होंने गलती स्वीकार की है।
लोकपाल आंदोलन के दौरान अरविंद केजरीवाल के गुरु रहे अन्ना हजारे ने कहा कि अब आप से लोगों का भरोसा उठ गया है। अरविंद केजरीवाल की कथनी-करनी में फर्क आ गया है। उनकी सत्ता की भूख ही आप को ले डूबी।