नागर विमानन प्राधिकार की स्थापना को लगभग खारिज करते हुए केंद्रीय मंत्री अशोक गजपति राजू ने आज कहा कि उन्हें नियामक का सिर्फ नाम बदलने की कोई जरूरत नहीं दिखती।
सरकार ने हवाई किरायों में मनमाने ढंग से बढ़ोत्तरी की यात्रियों की शिकायतों के मद्देनजर किरायों पर अधिकतम सीमा लागू करने की संभावना से गुरुवार को इनकार किया और कहा कि विमानन कंपनियों के के बीच की प्रतिस्पर्धा इस समस्या का हल निकाल लेगी। नागर विमानन मंत्री अशोक गजपति राजू ने कहा कि हवाई किरायों की सीमा तय किया जाना कारोबार की दृष्टि से कोई अच्छी बात नहीं होगी।
प्रवर्तन निदेशालय ने 3600 करोड़ रूपए के वीवीआईपी हेलीकाॅप्टर सौदे मामले में भारतीय वायुसेना के पूर्व प्रमुख एस पी त्यागी से आज पूछताछ की। कुछ ही दिन पहले सीबीआई ने त्यागी से पूछताछ की थी।
केंद्रीय मंत्री और पूर्व थल सेना अध्यक्ष जनरल वी.के सिंह लंबे समय से हथियारों में दलाली के खिलाफ बोलते रहे हैं। उन्होंने अपनी किताब करैज एंड कनविक्शन में भी सेना, रक्षा मंत्रालय में गड़बड़ियों की ओर इशारा किया है। जब वह थल सेना अध्यक्ष थे, तब उन्होंने यह खुलासा करके सनसनी मचा दी थी कि सेना के लिए बहुचर्चित टैटरा ट्रकों की खरीद में उन्हें भी रिश्वत की पेशकश की गई थी। उनका मानना है कि जब भी इस तरह के रक्षा सौदों में दलाली का मामला सामने आता है तो उसकी जिस तरह से गहन जांच-पड़ताल होनी चाहिए वह नहीं होती, और दोषियों को कड़ी सजा नहीं मिलती। इसकी वजह से यह सिलसिला जारी रहता है। अगुस्ता दलाली के मुद्दे पर आउटलुक की ब्यूरो प्रमुख भाषा सिंह ने वीके. सिंह से बातचीत की, पेश हैं अंश-
आलोचक वैभव सिंह को 20 वां देवी शंकर अवस्थी सम्मान उनकी पुस्तक, भारतीय उपन्यास और आधुनिकता के लिए दिया गया। आलोचना की यह पुस्तक आधार प्रकाशन से प्रकाशित हुई है।
कल राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्यतिथि 30 जनवरी के दिन उनके हत्यारे नाथूराम गोडसे पर आधारित पुस्तक विमोचन के कार्यक्रम का नवगठित गोवा फॉरवर्ड पार्टी ने विरोध किया है।
स्त्री अस्मिता को लेकर भारत में शुरू हुए स्त्रीवादी आंदोलनों और महिला अधिकारों की बहसों की शुरुआत के बाद से स्त्रीवादी कविता में उसके सरोकारों की भी बात होने लगी। हालांकि, उसके पहले भी स्त्रीवादी कविताएं लिखी जाती थीं, लेकिन तब उसमें स्त्री अधिकारों और सरोकारों की बातें कम होती थीं, स्त्री सौंदर्य और स्त्री प्रेम की बातें ज्यादा होती थीं।
छह कविता संग्रह। साथ ही पुरातत्व विषयों पर भी लेखन। सभी पत्र-पत्रिकाओं में कविताएं-कहानियां, लेख प्रकाशित। अनियतकालीन पत्रिका यावत का संपादन। सन 1990 से भारतीय प्रशासनिक सेवा में।
सपनों की उम्र लघुकथा संग्रह। मीडिया का अंतर्पक्ष, संपादित पुस्तक। कहानी संग्रह दीनानाथ की चक्की शीघ्र प्रकाश्य। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय, वर्धा से प्रकाशित पत्रिका बहुवचन के संपादक।