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शैंपू, साबुन के बाद अब आएगा पतंजलि पनीर

शैंपू, साबुन के बाद अब आएगा पतंजलि पनीर

अगर करनाल के राष्ट्रीय डेयरी अनुसंधान (एनडीआरआई) के साथ सब कुछ ठीक रहा तो जल्द ही पतंजलि दूर और पनीर बाजार में आ सकता है। बाबा रामदेव जब ग्रेजुएट्स असोसिएशन के सहयोग से आयोजित भारतीय दुग्ध एवं खाद्य क्षेत्र में की चुनौतियों पर सेमिनार में हरियाणा आए थे।
आचार्य बालकृष्ण : 21 साल में 3500 रुपए से ढाई अरब डॉलर का सफर

आचार्य बालकृष्ण : 21 साल में 3500 रुपए से ढाई अरब डॉलर का सफर

1995 में पतंजलि का कंपनी के रुप मेंं पंजीयन कराने के लिए अधिकारियों ने बतौर शुल्‍क 13 हजार रुपए बाबा रामदेव और उनके सहयोगी आचार्य बालकृष्ण से मांगे थे। उस वक्‍त इन दोनों के पास महज 3500 रुपए थे। किसी तरह दोस्‍तों से उधारी लेकर पंजीयन शुल्‍क चुकाया गया। आज 21 साल बाद पतंजलि के आचार्य बालकृष्ण फोर्ब्‍स की सूची में भारत में 48 वें सबसे अमीर व्‍यक्ति हैं। इस सूची में यह नाम आश्चर्यजनक है। बालकृष्ण को 2.5 अरब डालर की संपत्ति के साथ सूची में स्‍थान दिया गया है।
मुकेश अंबानी लगातार नौंवे साल भारत के सबसे धनाढ्य

मुकेश अंबानी लगातार नौंवे साल भारत के सबसे धनाढ्य

रिलायंस इंडस्टीज के प्रमुख मुकेश अंबानी को लगातार नौंवे साल भारत की सबसे धनी हस्ती आंका गया है और उसकी निवल संपत्ति बढ़कर 22.7 अरब डालर हो गई है। सनफार्मा के दिलीप सांघवी 16.9 अरब डालर संपत्ति के साथ दूसरे स्थान पर रहे हैं।
पतंजलि के उत्पाद अब मध्य प्रदेश के सहकारी दुकानों में बेचे जाएंगें

पतंजलि के उत्पाद अब मध्य प्रदेश के सहकारी दुकानों में बेचे जाएंगें

मध्यप्रदेश के सहकारिता राज्य मंत्री (स्वतंत्रा प्रभार) विश्वास सारंग ने शनिवार को बताया कि सहकारिता विभाग में बदलते समय के साथ नवाचार करते हुए प्रदेश की सहकारी राशन की दुकानों और ग्रामीण कृषि ऋण सोसायटी (पैक्स) दुकानों पर बाबा रामदेव की कंपनी पतंजलि के उत्पादों को बेचा जाएगा।
देश के टॉप अमीरों की सूची में आचार्य बालकृष्ण 25 वें नंबर पर

देश के टॉप अमीरों की सूची में आचार्य बालकृष्ण 25 वें नंबर पर

योग गुरु बाबा रामदेव की कंपनी पंतजलि आयुर्वेद के प्रमोटर आचार्य बालकृष्ण देशभर के शीर्षस्‍थ अमीरों में शामिल हो गए हैं। हुरुन इंडिया रिच लिस्ट- 2016 में अमीर आदमियों की कतार में आचार्य बालकृष्ण को 25 वां स्‍थान मिला है। आचार्य बालकृष्ण रामदेव के सबसे भरोसेमंद शख्‍स हैं।
दिल्‍ली में चिकनगुनिया से 4 मौतें, एक ही मंत्री शहर में मौजूद

दिल्‍ली में चिकनगुनिया से 4 मौतें, एक ही मंत्री शहर में मौजूद

देश की राजधानी में जानलेवा डेंगू और चिकनगुनिया का घातक असर दिखने लगा है। अस्पतालों में चिकित्‍सा की बदहाल व्‍यवस्‍था से मरीजों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ऐसी भयानक स्थिति के बीच मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से लेकर स्वास्थ्य मंत्री सत्‍येंद्र जैन तक दिल्ली से गायब हैं। शहर में दिल्ली सरकार का सिर्फ एक मंत्री मौजूद है। वह भी दिल्‍ली के उप राज्‍यपाल और तीनों निगमों के मेयर पर बदहाल व्‍यवस्‍था के लिए आरोप लगा रहा है। दिल्ली में पिछले 24 घंटे चिकनगुनिया से मरने वालों की संख्या 4 हो गई है।
गुजरात में डेंगू के मरीज से डॉक्‍टर ने किया रेप

गुजरात में डेंगू के मरीज से डॉक्‍टर ने किया रेप

गुजरात के गांधीनगर अपोलो अस्पताल में एक डॉक्टर पर डेंगू मरीज के साथ बलात्कार करने का आरोप लगा है। डॉक्टर की इस करतूत में अस्‍पताल के वॉर्ड बॉय ने भी मदद की। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया है। डेंगू के चलते कमजाेर हो चुकी महिला के साथ यह शर्मनाक घटना सोमवार रात को हुई।
चिकनगुनिया से दिल्ली में हाहाकार, एम्स में 885 लोगों के रक्त के नमूने पॉजीटिव

चिकनगुनिया से दिल्ली में हाहाकार, एम्स में 885 लोगों के रक्त के नमूने पॉजीटिव

एम्स में पिछले दो माह में चिकनगुनिया के करीब 890 मामलों की पुष्टि हुई है। इससे पता चलता है कि इस वेक्टर जनित रोग ने किस प्रकार दिल्ली को अपनी चपेट में लिया है और लोग अस्पतालों का चक्कर काटने के लिए मजबूर हैं।
मधुमेह, अस्थमा और बीपी के मरीज भी कर सकते हैं नेत्रदान

मधुमेह, अस्थमा और बीपी के मरीज भी कर सकते हैं नेत्रदान

देश में इस समय लाखों लोग नेत्रदान के जरिए आंखों की रोशनी पाने का इंतजार कर रहे हैं लेकिन कई प्रकार की भ्रांतियों के चलते आज भी लोग उतनी संख्या में नेत्रदान के लिए आगे नहीं आ रहे हैं जितनी जरूरत है। सच्चाई यह है कि मधुमेह, अस्थमा और ब्लड प्रेशर के मरीज भी आसानी से नेत्रदान कर सकते हैं।
दिल्‍ली : वेतन बढ़ोत्‍तरी की मांग, 40 अस्‍पतालों की 50 हजार नर्सें हड़ताल पर

दिल्‍ली : वेतन बढ़ोत्‍तरी की मांग, 40 अस्‍पतालों की 50 हजार नर्सें हड़ताल पर

दिल्ली में वेतन बढ़ोतरी को लेकर सरकारी अस्‍पतालों की नर्सें 2 सितंबर से हड़ताल पर चली गई हैंं। 40 सरकारी अस्‍पतालों की करीब 50 हजार नर्सों के काम ठप्‍प करने के बाद दिल्‍ली की चिकित्‍सा सेवा को झटका लगेगा। दिल्‍ली सरकार ने हालांकि असेंशियल सर्विस मैन्टेनेंस एक्ट एस्‍मा लगा दिया है लेकिन नर्सों का इस पर कोई असर नहीं दिखा। उन्‍होंने साफ कहा है कि वह आश्‍वासन के बाद भी काम पर नहीं लौटेंगी। स्वास्थ्य सेवाओं में बाधा डालने पर नर्सों के खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है।