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गजब गुरु : गोपीचंद ने घर गिरवी रख अकादमी खोली, ओलंपिक में लहराया तिरंगा

गजब गुरु : गोपीचंद ने घर गिरवी रख अकादमी खोली, ओलंपिक में लहराया तिरंगा

साइना नेहवाल और पीवी सिंधू के लगातार ओलंपिक खेलों में पदक के दौरान इन दोनों खिलाड़ियों का मार्गदर्शन करने वाले मुख्य बैडमिंटन कोच पुलेला गोपीचंद ने कहा कि वह भाग्यशाली थे कि पढ़ाई में अच्छे नहीं थे और आईआईटी परीक्षा पास नहीं कर पाने से उनके सफल खिलाड़ी बनने का रास्ता खुला।
डेविस कप- स्पेन के खिलाफ भारतीय टीम में बदलाव नहीं

डेविस कप- स्पेन के खिलाफ भारतीय टीम में बदलाव नहीं

अखिल भारतीय टेनिस संघ (एआईटीए) की चयन समिति ने 16 से 18 सितंबर तक स्पेन के खिलाफ होने वाले डेविस कप विश्व ग्रुप प्ले आफ मुकाबले के लिए लिएंडर पेस और रोहन बोपन्ना की युगल जोड़ी को बरकरार रखा है।
दिल्ली पुस्तक मेले के 22वें संस्करण की हुई शुरआत

दिल्ली पुस्तक मेले के 22वें संस्करण की हुई शुरआत

युवा पीढ़ी में पढ़ने की आदत विकसित करने के लक्ष्य के साथ शनिवार को 22वें दिल्ली पुस्तक मेले का शुभारंभ हुआ। दिल्ली के प्रगति मैदान में केंद्रीय मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने दिल्ली पुस्तक मेला के 22वें संस्करण का उद्घाटन किया।
कुश्ती संघ का दावा, नरसिंह मामले की साजिश में साई और नाडा के अधिकारी शामिल

कुश्ती संघ का दावा, नरसिंह मामले की साजिश में साई और नाडा के अधिकारी शामिल

भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) ने अपने रवैये पर कायम रहते हुए मंगलवार को आरोप लगाया कि नरसिंह यादव पर डोपिंग के कारण चार साल का प्रतिबंध लगने के लिए साई और नाडा के कुछ जूनियर अधिकारी जिम्मेदार हैं।
रजत पदक से खुश हूं, अपना सब कुछ झोंक दिया : सिंधु

रजत पदक से खुश हूं, अपना सब कुछ झोंक दिया : सिंधु

पीवी सिंधु बैडमिंटन में महिलाओं की एकल स्पर्धा में रजत पदक जीतकर खुश हैं। उन्होंने कहा कि देश को स्वर्ण पदक दिलाने के लिए उन्होंने अपना सब कुछ झोंक दिया था।
‘गुनहगार जेल में होता तो फैसला नरसिंह के पक्ष में आ सकता था’

‘गुनहगार जेल में होता तो फैसला नरसिंह के पक्ष में आ सकता था’

खेल पंचाट की समिति पूछ रही थी कि भारतीय कानून के तहत अभी तक दोषियों को सजा क्यों नहीं दी गई। यह सिर्फ गिरफ्तारी की बात नहीं थी बल्कि वे जानना चाहते थे कि क्या दोषी को किसी तरह की सजा मिली है। यदि आज गुनहगार जेल में होता तो फैसला हमारे पक्ष में आ सकता था।
सिंधु के ‘द्रोणाचार्य’

सिंधु के ‘द्रोणाचार्य’

कहा जाता है कि गुरु को मुक्ति तब मिलती है, जब शिष्य उससे बड़ा हो जाए। गोपीचंद ने इसे अपनी जिंदगी में अपनाया है। ओलंपिक के लिहाज से देखा जाए, तो आज उनके शिष्य बड़े मुकाम पर खड़े हैं। गोपी से भी ऊंचे मुकाम पर। फर्क बस यह है कि गोपी का कद भी उसके साथ बढ़ता जा रहा है। जीवन में जो सीखा, उसे संसार को वापस करना क्या होता है, इसे गोपी से समझा जा सकता है।
आेलंपिक : फाइनल में पीवी सिंधु हारी, रजत पदक से करना पड़ेगा संतोष

आेलंपिक : फाइनल में पीवी सिंधु हारी, रजत पदक से करना पड़ेगा संतोष

रियो ओलंंपिक में शुक्रवार का दिन भारत के लिए एक स्वर्णिम अवसर बनकर नहीं आया। देश की स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु गोल्ड मेडल नहीं जीत पाई। वह स्‍पेन की विश्‍व नंबर वन कैरोलिना मारिन की चुनौती नहीं ध्‍वस्‍त कर पाईं। फाइनल में उन्‍हें मारिन ने तीन गेम तक चले मुकाबले में 21-19, 12-21, 15-21 से हरा कर भारत की उम्‍मीदों को तोड़ दिया। इस तरह पीवी सिंधु ने सिल्वर मेडल जीत देश को रजत सम्‍मान दिलाया।
धर्म से परे मना विश्व रक्षाबंधन दिवस

धर्म से परे मना विश्व रक्षाबंधन दिवस

दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में देश-विदेश से आए मेहमान, कई धर्म गुरु और मंत्रियों ने विश्व रक्षाबंधन दिवस मनाया। इसके पीछे उद्देश्य इतना था कि यह पर्व लोगों के बीच एकता और भाईचारे को मजबूत कर सके।
ओलंपिक: दुनिया की नंबर दो खिलाड़ी को हराकर सेमीफाइनल में पहुंचीं पी वी सिंधू

ओलंपिक: दुनिया की नंबर दो खिलाड़ी को हराकर सेमीफाइनल में पहुंचीं पी वी सिंधू

दो बार विश्व चैंपियनशिप की कांस्य पदक विजेता बैडमिंटन स्टार पी वी सिंधू ने लंदन ओलंपिक की रजत पदक विजेता वांग यिहान को हराकर रियो ओलंपिक के महिला एकल सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया। सिंधू अब पदक से सिर्फ एक जीत दूर हैं।
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