Advertisement

Search Result : "Blood "

राहुल गांधी ने कहा- पीएम मोदी के पर्सनल फायदे के कारण निर्दोषों को गंवानी पड़ी जान

राहुल गांधी ने कहा- पीएम मोदी के पर्सनल फायदे के कारण निर्दोषों को गंवानी पड़ी जान

अनंतनाग में अमरनाथ यात्रियों पर हुए आतंकी हमले के बाद कांग्रेस उपाध्यशक्ष राहुल गांधी ने एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला है। राहुल ने कहा कि मोदी की नीतियों ने कश्मीर में आतंकियों के लिए जगह बनाई, जिससे देश का काफी नुकसान हुआ है।
खून में है हिंदुस्तान, दुख है कि दिखानी पड़ रही है देशभक्ति: इमाम

खून में है हिंदुस्तान, दुख है कि दिखानी पड़ रही है देशभक्ति: इमाम

राजस्थान के भीलवाड़ा जिले में मुसलमानों ने मस्जिद को राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे से सजाया है। मस्जिद के इमाम मोहम्‍मद जफ्फर मुख्‍तार आसमी ने कहा, “हमारे खून में है हिंदुस्तान लेकिन दुख है कि हमें देशभक्ति दिखानी पड़ रही है।”
डिहाइड्रेशन से लेकर ब्लडप्रेशर तक में लाभकारी है पुदीना

डिहाइड्रेशन से लेकर ब्लडप्रेशर तक में लाभकारी है पुदीना

खासतौर पर गर्मी के दिनों में हम पुदीने की चटनी, पुदीने का शरबत जरूर उपयोग में लाते हैं । इतना ही नहीं हम दूसरे पेय पदार्थों में भी पुदीने का मिश्रण मिलाकर इसका भरपूर लुत्फ उठाते हैं। ऐसा हम स्वाद के लिए तो करते ही हैं साथ ही अपनी सेहत को भी पुदीने की शक्ति से नवाजते हैं।
निगम चुनाव में मौजूदा पार्षदों को नहीं उतारेगी भाजपा, सारे चेहरे होंगे नये

निगम चुनाव में मौजूदा पार्षदों को नहीं उतारेगी भाजपा, सारे चेहरे होंगे नये

आगामी नगर निगम चुनावों में नयी जान फूंकने के लिए दिल्ली भाजपा ने अपने सभी वर्तमान पार्षदों को उम्मीदवार नहीं बनाने का फैसला किया है।
हम पासपोर्ट का रंग नहीं खून का रिश्‍ता देखते हैं : पीएम मोदी

हम पासपोर्ट का रंग नहीं खून का रिश्‍ता देखते हैं : पीएम मोदी

प्रवासी भारतीय सम्‍मेलन में‍ हिस्‍सा लेने बेंगलुरु पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को अपने संबोधन में कहा कि विदेशों में भारतीयों की सुरक्षा हमारी टॉप प्रायोरिटी है। हम पासपोर्ट का रंग नहीं खून का रिश्‍ता देखते हैं।
चढ़ाने के लिए नए खून जितना ही अच्छा है पुराना खून: अध्ययन

चढ़ाने के लिए नए खून जितना ही अच्छा है पुराना खून: अध्ययन

आमतौर पर ऐसा माना जाता है कि मरीज को बचाने के लिए नया खून चढ़ाना बेहतर रहता है लेकिन एक नए अध्ययन में इस धारणा से विपरीत निष्कर्ष निकाले गए हैं। यह अध्ययन कहता है कि मरीजों को चढ़ाने के लिए नए खून का इस्तेमाल पुराने खून के इस्तेमाल की तुलना में मरीजों के बचने के मामलों की संख्या को बढ़ाता नहीं है। यह अध्ययन चार देशों के छह अस्पतालों में लगभग 31,500 मरीजों पर किया गया। इसमें दिखाया गया कि एकदम ताजा लिए गए खून को चढ़ाने से अस्पताल में मरने वाले मरीजों की संख्या में कमी नहीं आई।
Advertisement
Advertisement
Advertisement