पहलाज निहलानी की छुट्टी की खबर पिछले दो दिन से चर्चा का विषय बनी हुई है। सूत्रों का कहना है कि सूचना प्रसारण मंत्रालय ने उनकी छुट्टी करने का मन बना लिया है। लेकिन पहलाज अभी भी अपने हौंसलों से डटे हुए हैं।
दिव्यांगों के सामान पर जीएसटी लगाए जाने को लेकर सवाल उठाने वाले कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की मेहनत आखिरकार रंग ले आई, जिससे विकलांगों को थोड़ी राहत मिली है। हांलाकि कांग्रेस उपाध्यक्ष ने दिव्यांगों के सामानों को करमुक्त किए जाने की मांग की थी।
उत्तर प्रदेश की पिछली अखिलेश यादव सरकार के कार्यकाल के दौरान गौ सेवा को लेकर हुए बड़े खुलासे पर मुलायम सिंह यादव की छोटी बहु अपर्णा यादव ने बड़ा बयान दिया है।
जिस स्त्री अस्मिता की लड़ाई लिपस्टिक अंडर माय बुर्का की टीम लड़ रही है, उसी अस्मिता की धज्जियां उनकी फिल्म के पोस्टर ने उड़ा दी। लिपस्टिक अंडर माय बुर्का के पोस्टर में स्त्रियों के लिए अपमानजनक, भद्दा इशारा ‘मिडिल फिंगर’ दर्शाया गया है। फिंगर को पोस्टर में लिपस्टिक का रूप देकर रचनात्मकता पैदा करने की कोशिश की गई है इसका मूल पुरुषों द्वारा गाली के रूप में इस्तेमाल किया गया इशारा ही है इसे स्त्रियों के लिए झंडा बुलंद करने वाली फिल्म की निर्देशक अलंकृता श्रीवास्तव को नहीं भूलना चाहिए।
रातो रात बड़े फैसले लेने वाले यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने आज कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में वीआईपी राज को खत्म किया, उन्होंने लालबत्ती संस्कृति को खत्म कर दिया। उन्होंने कहा कि बिजली सुधार के लिए कार्यक्रम में तेजी लाएंगे और 15 जून तक यूपी की सभी सड़कें गढ्ढा मुक्त बनाएंगे।
देश के सेवा क्षेत्र में मार्च में लगातार दूसरे महीने वृद्धि दर्ज की गई। अर्थव्यवस्था में गतिविधियां बढ़ने और नये आर्डर मिलने के साथ साथ मुद्रास्फीति दबाव कम रहने से यह वृद्धि दर्ज की गई। एक मासिक सर्वेक्षण में यह परिणाम जारी किया गया है। इससे पहले पीएमआई के विनिर्माण क्षेत्र के सूचकांक में भी अच्छी वृद्धि दर्ज की गई।
दक्षिणी कोलंबिया में भारी बारिश के कारण बाढ़ और भूस्खलन से मरने वालों की संख्या बढ़कर 254 हो गई है। बाढ़ और भूस्खलन के शिकार लोगों की खोजबनी के लिए राहत बचाव कार्य जारी है। इस प्राकृतिक आपदा में सैकड़ों लोग घायल जबकि 300 से भी अधिक लोग लापता हैं।
विराट कोहली के खेल में पूरा आत्मविश्वास झलकता है, केएल राहुल के स्ट्रोक में रमणीयता है लेकिन जब धैर्य की बात करते हैं तो चेतेश्वर पुजारा उसका पर्यायवाची है जिसे उन्होंने 13 साल की उम्र से आत्मसात करना सीखा।
भारत ने देश के शहरी इलाकों के कार्यबल में महिलाओं की काफी कम भागीदारी में सुधार की जरूरत बताते कहा कि दुनिया भर में प्रभावी महिला सशक्तिकरण को लेकर अब भी काफी चुनौतियां हैं।