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Search Result : "Deepa Agarwal"

जयललिता की भतीजी सक्रिय राजनीति में उतरीं

जयललिता की भतीजी सक्रिय राजनीति में उतरीं

तमिलानडु की दिवंगत मुख्यमंत्री दीपा जयकुमार ने राजनीति में विधिवत रूप से आ गई हैं। अपनी राजनैतिक महत्वाकांक्षा को जाहिर करते हुए उन्होंने कहा कि वह तमिलनाडु की राजनीति में आ गई हैं और 24 फरवरी को बड़ा धमाका करेंगी। धमाका करने के लिए जो दिन दीपा जयकुमार ने चुना है उस दिन जयललिता का जन्मदिन होता है।
न सड़कें न सुविधाएं, आेलंपियन दीपा लौटाएंगी बीएमडब्‍ल्‍यू

न सड़कें न सुविधाएं, आेलंपियन दीपा लौटाएंगी बीएमडब्‍ल्‍यू

भारतीय जिम्नास्ट और रियो ओलंपिक में बेहतर प्रदर्शन करने वाली दीपा करमाकर तोहफे में मिली बीएमडब्‍ल्‍यू कार को वापस करना चाहती हैं। रियो ओलंपिक में फाइनल खेलने वाली दीपा इस तोहफे को लौटाना चाहती हैं क्योंकि महंगी और आलीशान कार को मैंटेन करना उनके लिए आसान नहीं है।
भारतीय महिलाओं में बढ़ रहा है अकेले यात्रा करने का चलन

भारतीय महिलाओं में बढ़ रहा है अकेले यात्रा करने का चलन

महिलाएं अब अपने घर की चार दिवारी से निकलकर अकेले घूमने का साहस करने लगी हैं। विशेषज्ञों के मुताबिक पिछले कुछ सालों में इस चलन में बढ़ोतरी देखने को मिली है। यह बदलाव जानकारियों और बुकिंग की सुविधाओं के आसान हो जाने के कारण भी मुमकिन हो पाया है।
रियो ओलंपिक से वापस लौटीं दीपा, एयरपोर्ट पर हुआ भव्य स्वागत

रियो ओलंपिक से वापस लौटीं दीपा, एयरपोर्ट पर हुआ भव्य स्वागत

रियो ओलंपिक के जिमनास्टिक स्पर्धा में चौथे स्थान पर रहने वाली भारतीय जिम्नास्ट दीपा करमाकर शनिवार को भारत लौट आईं। स्वदेश पहुंचने पर एयरपोर्ट पर उनका भव्य स्वागत किया गया। दीपा ने वादा किया कि अगले ओलंपिक खेलों में वह जरूर पदक लेकर लौटेंगी।
दीपा करमाकर ने रचा इतिहास, ओलंपिक के वॉल्ट फाइनल में पहुंची

दीपा करमाकर ने रचा इतिहास, ओलंपिक के वॉल्ट फाइनल में पहुंची

पहली बार ओलंपिक खेलों में भाग ले रही जिम्नास्ट दीपा करमाकर ने व्यक्तिगत वॉल्ट फाइनल में जगह बनाकर भारतीय खेलों में नया इतिहास रचा। आठवें स्थान पर रहकर फाइनल के लिए क्वालीफाई करने वाली दीपा यह कारनामा करने वाली पहली भारतीय हैं।
ऑस्कर पुरस्कार : अकादमी की सदस्य बनेंगी शर्मिला टैगोर और दीपा मेहता

ऑस्कर पुरस्कार : अकादमी की सदस्य बनेंगी शर्मिला टैगोर और दीपा मेहता

जानी-मानी भारतीय अभिनेत्री शर्मिला टैगोर, स्लमडॉग मिलेनियर की अभिनेत्री फ्रीडा पिंटो और निर्देशक दीपा मेहता भारतीय मूल की उन हस्तियों में शुमार हैं जिन्हें प्रतिष्ठित अकेडमी ऑफ मोशन पिक्चर आर्ट्स एंड साइंसेस ने अपना सदस्य बनने के लिए आमंत्रिात किया है।
सोनिया के निर्देश पर ममता के खिलाफ दीपा

सोनिया के निर्देश पर ममता के खिलाफ दीपा

वाममोर्चा-कांग्रेस गठजोड़ को लेकर अब सोनिया गांधी भी सामने आ गई हैं। उन्होंने बंगाल कांग्रेस की हेवीवेट नेता दीपा दासमुंशी को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खिलाफ चुनाव लड़ने को कहा है। दीपा दासमुंशी को सोनिया गांधी ने इसी बारे में बात करने दिल्ली तलब किया था। सूत्रों के अनुसार, उन्हें विपक्षी गठबंधन के ओर से माकपा नेता सूर्यकांत मिश्र के साथ प्रोजेक्ट किया जा सकता है।
कहानी - फिर भी यह मन

कहानी - फिर भी यह मन

उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले की रुद्रपुर तहसील के एक गांव सिलहटा में जन्म। बी.ए. तक की पढ़ाई गांव और गोरखपुर में। जवाहर लाल विश्वविद्यालय, नई दिल्ली से हिन्दी साहित्य में एम.ए., एम.फिल और पी-एच.डी.। इन दिनों हालचाल, अनभै कथा, असुंदर सुंदर, बिल्कुल तुम्हारी तरह, कायांतरण कविता संग्रह। हिंदी के साथ-साथ भोजपुरी में भी लेखन। कुछ कविताएं अंग्रेजी, मराठी, उर्दू, उड़िया और पंजाबी में अनूदित। लंबी कविता सोनचिरई की कई नाट्य प्रस्तुतियां। आलोचना पर पुस्तकें - भारतीय समाज, राष्ट्रवाद और प्रेमचंद, शब्दों में समय, आलोचना का मानुष-मर्म, सर्जक का स्वप्न, विचारधारा, नए विमर्ष और समकालीन कविता, उपन्यास की परिधि। प्रतिष्ठित साहित्यिक पत्रिका ‘उम्मीद’ का संपादन। कविता के लिए भारत भूषण अग्रवाल सम्मान और आलोचना के लिए देवीशंकर अवस्थी सम्मान सहित हिंदी अकादमी दिल्ली का ‘कृति सम्मान’, उ.प्र. हिंदी संस्थान का ‘रामचंद्र शुक्ल पुरस्कार’, उ. प्र. हिंदी संस्थान का ‘विजयदेव नारायण साही पुरस्कार’, भारतीय भाषा परिषद्, कोलकाता का युवा पुरस्कार, डॉ. रामविलास शर्मा आलोचना सम्मान और परंपरा ऋतुराज सम्मान।
कनाडाई गैंगस्टर पर बीबा बॉएज

कनाडाई गैंगस्टर पर बीबा बॉएज

बॉलीवुड के बैडमैन गुलशन ग्रोवर की अगली फिल्म भारत-कनाडाई गैंगस्टर पर आधारित बीबा बॉएज है, जो युवाओं में अपराध और बंदूक के प्रति बढ़ते उनके झुकाव पर केंद्रित है।
कांटों के बीच अपनों की चिंता

कांटों के बीच अपनों की चिंता

मनोज की कविताओं में समाज के विविध रंग दिखाई पड़ते हैं। परिवार के प्रति चिंता या अपनों की देखरेख की चिंता भी मनोज शब्दों में ऐसे बांधते हैं कि हर किसी को वह दुख साझा लगता है। सन 2008 के प्रतिष्ठित भारत भूषण अग्रवाल पुरस्कार के बाद भारतीय भाषा परिषद से तथापि जीवन नाम से काव्य संग्रह। कविताएं लिखने के अलावा अनुवाद के काम में संलग्न रहते हैं।
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