दिल्ली नगर निगम चुनाव में हार के बाद पार्टी में मचे कोहराम से यह सवाल शिद्दत से खड़ा हो गया है कि क्या आम आदमी पार्टी बिखर जाएगी? क्या नई राजनीति की डाल उसके हाथ से छूट गई है? ऐसे सवालों पर अरविंद केजरीवाल के बाद आप के सबसे कद्दावर नेता, दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया फौरन कहते हैं, ‘‘टीवी बहस में तो हजारों बार दफन की जा चुकी है आप।’’ उन्हें पूरा भरोसा है कि आप जनता की उम्मीदों पर खरा उतरेगी। आउटलुक के संपादक हरवीर सिंह के साथ बातचीत में सिसोदिया ने विस्तार से पार्टी की हार के कारणों और आगे की रणनीति पर चर्चा की। प्रमुख अंश:
उत्तराखंड हाईकोर्ट ने आज एक अहम फैसला सुनाते हुए मुख्यमंत्री हरीश रावत की विधानसभा सीट समेत 6 विधानसभा क्षेत्रों की ईवीएम सील करने का आदेश दिया है। कोर्ट ने इससे पहले विकासनगर विधानसभा के सभी ईवीएम सील करने का आदेश दिया गया था।
एक तरफ जहां तमाम विपक्षी दल ईवीएम को लेकर सवाल उठा रहे हैं, वहीं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज ईवीएम की एक नई परिभाषा दी है। उन्होंने गोरखपुर में कहा कि जो लोग ईवीएम की कार्यप्रणाली पर सवाल खडा कर रहे थे, उन्हें मुंह की खानी पडी है। उन्हें अब मानना होगा कि ईवीएम मतलब 'एवरी वोट फाॅर मोदी' है।
ईवीएम के साथ वीवीपीएटी मशीनों के इस्तेमाल को लेकर राजनीति तेज है। इस बीच खबर आ रही है कि केंद्र सरकार ने आज वीवीपीएटी मशीनों की खरीद के लिए 3,174 करोड़ रुपए के फंड को मंजूरी दे दी है।
ईवीएम में छेड़छाड़ के मुद्दे पर कांग्रेस पार्टी के भीतर ही मतभेद बढ़ते जा रहे हैैं। ईवीएम में छेड़छाड़ के आरोप को नकारने वाले पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह पर उनकी ही पार्टी के नेता मनीष तिवारी ने सवाल उठाया है। तिवारी का कहना है कि साल 2010 और 2001 में जब अमरिंदर सिंह पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष थे, तब उन्होंने बताया था कि ईवीएम से कैसे छेड़छाड़ की जा सकती है।
कांग्रेस नेता वीरप्पा मोइली ने ईवीएम को लेकर देशभर में छिड़ी बहस का विरोध किया है। उन्होंने ईवीएम का समर्थन करते हुए, इसको लेकर हो रहे विरोध को बेकार बताया है। उन्होंने कहा कि हम इवीएम में हुई गड़बड़ी के आरोपों की जांच के लिए कमेटी बना सकते हैं, लेकिन दोबारा पुरानी प्रक्रिया से चुनाव कराने का सवाल नहीं उठता।
ईवीएम के साथ छेड़छाड़ के आरोप के बीच एक बार फिर चुनाव आयोग ने दावा किया है कि ईवीएम के साथ कोई छेड़छाड़ संभव नहीं है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन पर बार-बार सवाल उठाए जाने के बाद चुनाव आयोग मई के पहले हफ्ते में मशीन से छेड़छाड़ साबित करने की चुनौती देगा। यह चुनौती 10 दिन तक खुली रहेगी। इस दौरान ईवीएम में तीन से चार स्तर तक टैंपरिंग करने की खुली चुनौती होगी।