आनंदीबेन पटेल के गुजरात के मुख्यमंत्री पद से हटने संबंधी फैसला लेने के एक दिन बाद राहुल गांधी ने मंगलवार को कहा कि किसी को बलि का बकरा बना देने से भाजपा स्वयं को राज्य में नहीं बचा पाएगी क्योंकि राज्य के जलने के लिए नरेंद्र मोदी का 13 साल का शासन जिम्मेदार है। गांधी ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर कहा, गुजरात के जलने के लिए आनंदीबेन का दो साल का शासन नहीं, बल्कि मोदी शासन के 13 साल जिम्मेदार हैं।
केंद्र सरकार ने मंगलवार को स्पष्ट किया कि पूरे देश में शराबबंदी का फिलहाल कोई विचार नहीं है लेकिन राज्य अपने स्तर पर इस दिशा में प्रयास कर सकते हैं और केंद्र से सहयोग ले सकते हैं। केंद्रीय गृह राज्यमंत्री हंसराज गंगाराम अहीर ने जदयू के कौशलेंद्र कुमार के एक प्रश्न के उत्तर में कहा, फिलहाल देश में पूरी तरह शराबबंदी का कोई विचार अभी नहीं है।
गुजरात के ऊना में दलितों की पिटाई के मुद्देे पर पूरे देश में चर्चा हो रही है। इस संवेदनशील मसले पर भाजपा का रुख एकदम अलग है। तेलंगाना के भाजपा विधायक टी राजा सिंह ने दलितों की पिटाई को सही ठहराया है। राजा सिंह ने अपने फेसबुक पेज पर पोस्ट वीडियो में कहा कि ऊना में दलितों की पिटाई ठीक की गई। उन्होंने कहा कि जब तक गोमाता को राष्ट्र माता का दर्जा न दिला दें, वह खामोश नहीं बैठेंगे।
नर्मदा बचाओ आंदोलन की मुख्य कर्ता पर्यावरणविद मेधा पाटकर ने कहा है कि गुजरात में अदानी व अंबानी की कंपनियों को पानी देने के लिए सरदार सरोवर बांध का जलस्तर बढ़ाया जा रहा है। केंद्र और राज्य सरकारों को इस बात की चिंता नहीं है कि इससे कितने गांव और परिवार डूबने वाले हैं। नर्मदा नदी के दोहन पर भी उन्होंने एक बड़ा बयान दिया है। मेधा ने कहा हैै कि कंपनियों को फायदा पहुंचाने के लिए नर्मदा नदी को वेश्या बना दिया गया है।
आरएसएस के सहयोगी संगठन असम की 31 आदिवासी लड़कियों को गुजरात और पंजाब में भगवा शिक्षा दिला रहे हैं। देश के कानून को धता बताते हुए असम के सीमावर्ती पांच जिलों से आदिवासी माता-पिता को बहला-फुसलाकर उनसे उनकी बेटियों को दूर कर दिया गया है। गुजरात और पंजाब में उन्हें हिंदूू जीवन प्रणाली अपनाने पर मजबूर किया जा रहा है।
गुजरात में गो हत्या पर दलितों की पिटाई का मामला शांत होता नहींं दिख रहा है। ऊना में दलितों की पिटाई के बाद राज्य के बनासकांठा जिले के 15 हजार दलितों ने धर्म बदलने की धमकी दी है। उनका कहना है कि अगर जल्द स्थिति नहीं सुधरी तो वह बौद्ध धर्म को अपना लेंगे।
गुजरात पुलिस ने कहा है कि राज्य के उना कस्बे में जिस गाय की खाल उतारने को लेकर कथित गोरक्षकों द्वारा दलितों की बर्बर पिटाई की गई थी, उसे शेरों ने मारा था। दलितों की पिटाई की इस घटना की चौतरफा निंदा हुई है। उना तालुक के मोटा समधियाला गांव के निकट दलितों की निर्मम ढंग से पिटाई के मामले की जांच कर रहे सीआईडी-अपराध विभाग के अधिकारियों ने कहा है कि प्रत्यक्षदर्शियों के हवाले से उनको पता चला है कि गाय को 10 और 11 जुलाई की दरम्यानी रात में शेरों ने मारा था।
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कश्मीर तथा गुजरात की हिंसा सहित मजदूरों की हालत और बढ़ती बेरोजगारी पर केंद्र की मोदी सरकार पर हमला बोला है। बुधवार को संसद की कार्यवाही से पहले कांग्रेस संसदीय बोर्ड की बैठक में उन्होंने कश्मीर की हिंसा और गुजरात में दलितो की पिटाई के मुद्दे पर पीएम मोदी की आलोचना की। उन्होंने कहा कि सरकार एससी-एसटी और अल्पसंख्यकों की सुरक्षा में पूरी तरह नाकाम रही है।
गुजरात के उना में कथित गोहत्या के आरोप में अपने समुदाय के युवकों की बेरहमी से पिटाई के विरोध में दलितों ने जमकर हंगामा किया। सात दलित युवकों ने राजकोट में आत्महत्या करने की कोशिश की। इस बीच, मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल ने घटना की सीआईडी जांच का आदेश दे दिए हैंं। मामले की सुनवाई के लिए एक विशेष अदालत गठित किए जाने की भी घोषणा की है।