मध्यप्रदेश में आईएएस अफसर फेसबुक पर बार-बार विवादित पोस्ट कर सुर्खियों में आने में कोई कमी नहीं रख रहे है। अभी बड़वानी कलेक्टर रहे अजय गंगवार की एक फेसबुक पोस्ट पर हंगामा शांत भी नहीं हो पाया था कि एक और आईएएस अफसर का विवादित पोस्ट सामने आया है।
सीबीआई ने सेना मुख्यालय से चल रहे ट्रांसफर-पोस्टिंग रैकेट का भंडाफोड़ किया है। इस रैकेट में कई सीनियर सैन्य अधिकारी संलिप्तता बताये जा रहे हैं।यह गैंग रिश्वत लेकर अधिकारियों और कर्मचारियों की तैनाती में हेराफेरी कर रहा था।
साउथ दिल्ली के बेरसराय में साथी महिला अधिकारी को स्विमिंग पूल में डूबने से बचाने के दौरान एक प्रशिक्षु आईएएस अधिकारी की मौत हो गई है। अधिकारी अपने दोस्तों के साथ फॉरेन सर्विस इंस्टीट्यूट में आकर पार्टी कर रहा था। बताया जा रहा है कि पार्टी के दौरान अधिकारी ने शराब पी रखी थी।
कर्नाटक कॉडर के आईएएस अनुराग तिवारी की संदिग्ध मौत मामले की जांच सीबीआई करेगी। मामले में लापरवाही बरतने के लिए पीसीआर से तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है।
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के हजरतगंज इलाके में कर्नाटक कैडर के आईएएस का शव मिला है। इस घटना के बाद प्रशासनिक अमले में हड़कंप मच गया है। आईएएस अनुराग तिवारी का शव मीराबाई गेस्ट हाउस के बाहर बरामद हुआ है।
अमूमन ऐसा कम ही होता है कि जब किसी अफसर के तबादले के खिलाफ आक्रोशित जनता सड़क पर उतर आए। लेकिन उत्तराखंड के बागेश्वर की सड़क पर मंगलवार को ऐसा ही कुछ नजारा रहा। प्रदेश की त्रिवेंद्र सरकार ने बड़ा प्रशासनिक फेरबदल करते हुए 22 अफसरों के तबादले किए जिसकी सबसे अधिक खिलाफत बागेश्वर में देखने को मिली।
याेेेगी सरकार ने उत्तर प्रदेश में बड़ा प्रशासनिक फेरदबल करते हुए 84 आईएएस, 54 आईपीएस और 9 पीसीएस अधिकारियों के तबादले कर दिए हैं। इनमें 38 जिलों के डीएम और 33 जिलों के पुलिस प्रमुख शामिल हैं। इससे पहले योगी सरकार करीब 60 आईएएस अधिकारियों का तबादला किया था!
उत्तर प्रदेश सरकार ने मंगलवार को राज्य की प्रशासनिक व्यवस्था में बड़ा बदलाव करते हुए 41 आईएएस अधिकारियों का तबादला कर दिया। प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार आने के बाद यह परिवर्तन तय माना रहा था,जिस पर मुहर लगा दी गई।
यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार ने बुधवार को अपना पहला प्रशासनिक फेरबदल किया। सूबे के 20 बड़े आईएएस अधिकारियों के तबादले कर दिए गए हैं। पूर्व मुख्यमंत्री मायावती और अखिलेश यादव के खास अधिकारियों को वेटिंग में डाल दिया गया है। 20 में से 9 अधिकारियों को को प्रतीक्षा सूची में रखा गया है। यह सभी अधिकारी पूर्ववर्ती मायावती और अखिलेश सरकार के खास बताये जा रहे हैं।