महाराष्ट्र में मराठवाड़ा क्षेत्र के किसानों ने मौसम की गलत जानकारी देने के आरोप में भारतीय मौसम विभाग के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। शिकायत के मुताबिक किसानों ने मौसम विभाग पर बीज और कीटनाशक बेचने वाली कंपनियों के साथ मिलीभगत का आरोप भी लगाया है।
मौसम विभाग (आईएमडी) ने अपने पूर्व के अनुमान में संशोधन करते हुए कहा है कि इस साल मानसून में बारिश औसत की 98 फीसदी हो सकती है। पूर्व के अनुमान के मुताबिक 96 फीसदी बारिश होने की संभावना जताई गई थी।
दक्षिण पश्चिम मॉनसून इस वर्ष सामान्य रहेगा। भारतीय मौसम विभाग के महानिदेशक केजे रमेश ने कहा कि देशभर में अच्छी बारिश होगी। उन्होंने कहा, देश में 96 फीसदी दीर्घावधि औसत बारिश होगी।
कश्मीर में चल रहा करीब चार दशक के सबसे लंबे शुष्क मौसम का दौर अगले हफ्ते खत्म हो सकता है क्योंकि यहां मौसम विभाग ने घाटी में बारिश या बर्फबारी होने की संभावना जताई है जहां के ज्यादातर हिस्सों में रात का तापमान एक बार फिर से गिर गया है।
अरब सागर में बने दबाव के क्षेत्र की वजह से महाराष्ट्र, गोवा और गुजरात में भारी बारिश होने की उम्मीद है। लेकिन इससे मानसून के आगे बढ़ने की गति प्रभावित हो सकती है।
कृष्िा संकट और किसानों की खुदकुशी की खबरों के बीच इस साल सूखे का खतरा पैदा हो गया है। मौसम विभाग ने मानसून का अनुमान घटाते हुए सामान्य के मुकाबले सिर्फ 88 फीसदी बारिश की उम्मीद जताई है। जबकि इससे पहले 93 फीसदी बारिश की उम्मीद जताई गई थी। कमजोर मानसून न सिर्फ खेती बल्कि देश की पूरी अर्थव्यवस्था पर भारी पड़ सकता है। रिजर्व बैंक के गवर्नर ने भी कमजोर मानसून से सरकार को आगाह किया है।
मानसून की बारिश इस बार सामान्य से और कम होने की आशंका है। पृथ्वी विज्ञान मंत्री हर्षवर्धन ने बताया कि मौसम विज्ञान विभाग का अनुमान है कि इस बार बारिश सामान्य से 12 प्रतिशत कम रह सकती है। इस आशंका ने शेयर बाजार की सेहत भी बिगाड़ दी है और मंगलवार को सेंसेक्स 600 अंक से ज्यादा लुढ़क गया।