देशभर में कई जगहों पर NIA की छापेमारी के बाद जम्मू-कश्मीर पुलिस ने हुर्रियत के कई अलगाववादी नेताओं को नजरबंद कर दिया है। गौरतलब है कि छापों के बाद कई अलगाववादियों के पाकिस्तान से फंड लेने के बात सामने आ रही है। इनके बाद पुलिस ने हुर्रियत के कई नेताओं को उनके घर पर ही नजरबंद कर दिया है।
एनडीटीवी के मालिक प्रणय रॉय पर सीबीआई की छापेमारी से मीडिया जगत में हलचल तेज हो गई है। सोमवार को प्रणय रॉय पर हुई इस कार्रवाई को लेकर पत्रकारों द्वारा काफी तीखी प्रतिक्रिया दी जा रही है।
एनडीटीवी के प्रमोटर प्रणय रॉव के ठिकानों पर सीबीआई के छापों के साथ ही बाबा रामदेव के एनडीटीवी को खरीदने से जुड़ी खबरें आ रही हैं। सोशल मीडिया पर इस पर भी आज बहस चल निकली है।
लगातार दूसरे दिन भी NIA (नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी) ने कश्मीर में टेरर फंडिंग मामले को लेकर छापेमारी जारी रखी। NIA सुत्रों का कहना है कि रविवार को कश्मीर में श्रीनगर की 4 लोकेशन और जम्मू की 1 लोकेशन पर छापेमारी की गई। गौरतलब है कि एक दिन पहले ही शनिवार को कश्मीर,दिल्ली और हरियाणा में 23 जगहों पर छापे मारी की गई थी।
NIA (नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी) ने कश्मीर के टेरर फंडिंग मामले में देश में 22 जगहों पर छापे मारी की है। कश्मीर और दिल्ली के साथ हरियाणा के सोनीपत में भी कार्रवाई की गई है। एक बड़े बिजनेसमैन के यहां भी पड़ा छापा जिसके बच्चों की शादी में पाक अधिकृत कश्मीर के पीएम भी शामिल हुए थे।
आयकर विभाग ने आज उत्तर प्रदेश में छह शहरों के 15 इलाकों में छापेमारी की। विभाग ने कर चोरी के आरोपों में प्रदेश के दो आईएएस अफसरों सहित चार नौकरशाहों के परिसर पर छापेमारी की कार्रवाई की है।
नीति आयोग के चेयरमैन अरविंद पनगढ़िया ने आयोग के सदस्य विवेक देवराय पर एक तरह से कटाक्ष करते हुए हुए कहा कि शब्दों के गलत चयन से कभी कभी बड़ी खबर बन जाती है।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने आज से कालेधन के खिलाफ एक देश व्यापक ऑपरेशन छेड़ दिया है। ईडी ने देशभर में एक साथ 300 फर्जी कंपनियों के खिलाफ छापेमारी की कार्रवाई शुरू कर दी है। ईडी ने 300 फर्जी कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई के तहत 100 स्थानों पर छापे मारे। ये वे कंपनियां हैं जिन्होंने नोटबंदी के दौरान बड़े पैमाने पर कालेधन को खपत किया था।
भारत की कुल 58 प्रतिशत संपत्ति पर देश के मात्र एक प्रतिशत अमीरों का आधिपत्य है जो देश में बढ़ती आय विषमता की ओर संकेत करता है। यह आंकड़ा वैश्विक 50 प्रतिशत के आंकड़े से अधिक है। यह बात एक नए अध्ययन में सामने आई है।