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कसूर बस इतना कि दलित था और सवर्ण लड़की से प्रेम कर बैठा

कसूर बस इतना कि दलित था और सवर्ण लड़की से प्रेम कर बैठा

झूठी शान की खातिर हत्या करने के एक संदिग्ध मामले में नवी मुंबई में एक सवर्ण लड़की के परिवार वालों ने 16 साल के एक दलित लड़के की कथित तौर पर हत्या कर दी। लड़का सवर्ण लड़की से प्रेम करता था। पुलिस ने गुरुवार को बताया कि मामले के सिलसिले में सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है। 17 साल की लड़की को भी हिरासत में लिया गया है।
जाकिर नाइक भारत अभी नहीं लौटेंगे, कहा किसी जांच एजेंसी ने कुछ नहीं पूछा

जाकिर नाइक भारत अभी नहीं लौटेंगे, कहा किसी जांच एजेंसी ने कुछ नहीं पूछा

बांग्लादेश आतंकी हमले के बाद जहां एक ओर विवादों में घि‍रे मुस्लिम धर्म प्रचारक और उपदेशक जाकिर नाइक की गिरफ्तारी की मांग शुरू हो गई है, वहीं खबर है कि अब वह दो-तीन हफ्ते बाद भारत लौटेंगे। उन्‍होंने कहा है कि उनसे किसी जांच एजेंसी ने अभी तक किसी तरह की पूछताछ नहीं की है।
मप्र में भारी वर्षा से 15 लोगों की मौत, शिवराज ने बुलाई आपात बैठक

मप्र में भारी वर्षा से 15 लोगों की मौत, शिवराज ने बुलाई आपात बैठक

मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल सहित अनेक भागों में पिछले कुछ दिन से हो रही लगातार तेज बारिश से कई निचले स्थानों पर बाढ़ की स्थिति बन गई है। करीब आधे मध्यप्रदेश में तो पानी ही पानी हो गया है। कई नदियां उफान पर है। 16 जिलों में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। वर्षा और बाढ़ से प्रदेश में अब तक 15 लोगों की मौत हुई है।
उत्तराखंड में भारी बारिश : बादल फटने से 29  की मौत, अभी जारी रहेगी बारिश

उत्तराखंड में भारी बारिश : बादल फटने से 29 की मौत, अभी जारी रहेगी बारिश

उत्तराखंड में लगातार हो रही भारी बारिश, बादल फटने और बाढ़ से अब तक 29 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हुई है। वहीं मरने वालों की तादाद और बढ़ने की आशंका जताई जा रही है। पिथौरागढ़ से ही 11 लोगों के मरने की ख़बर है, जिनमें 3 बच्चे भी शामिल हैं। वहीं कई लोग लापता बताए जा रहे हैं।
पाकिस्तान में मूसलाधार बारिश से आई बाढ़ में 33 लोगों की मौत

पाकिस्तान में मूसलाधार बारिश से आई बाढ़ में 33 लोगों की मौत

पाकिस्तान में भारी बारिश की वजह से आई बाढ़ में 33 लोगों की मौत हो गई। खैबर पख्तूनख्वाह में अफगानिस्तान की सीमा से लगे इलाके में मूसलाधार बारिश की वजह से आई बाढ़ में आठ सुरक्षाकर्मियों की भी मौत हो गई।
बिहार में बारिश ने लाई आफत, आसमान से गिरे ठनके से 46 की मौत

बिहार में बारिश ने लाई आफत, आसमान से गिरे ठनके से 46 की मौत

बिहार में मानसून की बारिश ने कुछ परिवारों को तबाह कर दिया है। आसमान से आकाशीय बिजली गिरने से राज्‍य में 46 लोगों की मौत हो गई है। दस लोग घायल बताए जा रहे हैं। सबसे अधिक पटना जिले में सात लोगों की मौत हुई है। आकाशीय बिजली को ठनका कहते हैं। झारखंड और उत्‍तर प्रदेश में भी बारिश अपने साथ तबाही लेकर आई। झारखंड के गढ़वा में बिजली गिरने से पांच लोगों की मौत हो गई। उत्‍तर प्रदेश में करीब 20 लोग आकाशीय बिजली का शिकार हुए।
एस्सार फोन टेप मामला: केंद्र सरकार दे सकती है जांच का आदेश

एस्सार फोन टेप मामला: केंद्र सरकार दे सकती है जांच का आदेश

एस्सार फोन टैपिंग कांड में केंद्र सरकार जांच का आदेश दे सकती है। बताया जा रहा है कि एस्सार समूह के कथित शह पर की गई अवैध टैपिंग में सरकार बंद हो चुकी हचिसन टेलीकॉम और मुंबई पुलिस की भूमिका की जांच एक केंद्रीय एजेंसी से करवा सकती है।
चीन महाराष्‍ट्र के मराठवाड़ा में कराएगा बारिश, खतम होगा सूखा

चीन महाराष्‍ट्र के मराठवाड़ा में कराएगा बारिश, खतम होगा सूखा

चीन देश के सूखा प्रभावित महाराष्ट्र में बारिश करा सकने वाली प्रौद्योगिकी क्लाउड सीडिंग उपलब्ध कराने और स्थानीय मौसम विभाग के कर्मचारियों को प्रशिक्षित करने के संदर्भ में भारत से बात कर रहा है। बीजिंग, शंघाई और चीन के पूर्वी अन्हुई प्रांत के वैज्ञानिकों एवं अधिकारियों के एक दल ने महाराष्ट्र की हालिया यात्रा के दौरान इस तरह के सहयोग की पेशकश की। महाराष्ट्र पिछले दो साल से भारी सूखे का सामना कर रहा है।
हवा-रोशनी के लिए मुंबई में ऑनलाइन लड़ाई

हवा-रोशनी के लिए मुंबई में ऑनलाइन लड़ाई

पूर्व केंद्रीय सूचना आयुक्त शैलेश गांधी ने महानगर में नेताओं द्वारा हड़प ली गई खुली जगहों को बचाने के लिए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फणनवीस के हस्तक्षेप की मांग करते हुए एक ऑनलाइन याचिका की शुरआत की है।
16 जूून की वो रात, त्रासदी के मिटे निशां, इस साल पहुंचेंगे सात लाख तीर्थालु

16 जूून की वो रात, त्रासदी के मिटे निशां, इस साल पहुंचेंगे सात लाख तीर्थालु

तीन साल पहले 16 जून की रात केदारनाथ में हुई भारी जल प्रलय के निशान अब मिटने लगे हैं। केदारनाथ मंदिर के पास शांत बह रही मंदाकिनी के नवनिर्मित किनारे श्रद़धालुओं में शायद यही संदेश दे रहे हैं, कि जख्‍म कितना भी घातक हो, वक्‍त सबसे बड़ा मरहम होता है। प्रलयंकारी उफान में 11,755 फुट की उंचाई पर स्थित हिमालयी धाम के डूबने के साथ ही देश भर से आये श्रद़धालु, पुजारी, व्यापारी और स्थानीय लोगों सहित करीब 5000 जिंदगियां बह गई थीं। रह गयी थी बस चीख और पुकार तथा अपनों का क्रंदन। उस मातमी माहौल को केदारनाथ की महिमा ने पीछे कर दिया है।
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