बिहार में सियासी उबाल के बीच एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स की रिपोर्ट ने खलबली मचा दी है। एडीआर के मुताबिक नीतीश की नई सरकार में 75 फीसदी मंत्री दागी हैं।
बिहार में भाजपा के साथ नई सरकार बनाने के बाद सीएम नीतीश कुमार ने सोमवार को पहली बार मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि मेरे पास महागठबंधन तोड़ने के आलावा और कोई विकल्प नहीं था।
बिहार में सियासी हलचल के बीच नीतीश सरकार के मंत्री पर फतवा जारी हो गया है। मंत्री खुर्शीद अहमद पर ‘जय श्री राम’ के नारे लगाने की वजह से यह फतवा जारी किया गया है।
महागठबंधन से जदयू के अलग होने के बाद बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव सीएम नीतीश कुमार पर हमला बोलते दिख रहे हैं। अब तेजस्वी ने नीतीश को कहा, “नीतीश जी अब पीएम के ‘मन की बात’ को ध्यान से सुनेंगे।”
सीबीआई द्वारा 2004 में दर्ज की गई एफआईआर के आधार पर ईडी ने इसकी जांच शुरू की थी। प्रिवेंशन ऑफ मनी लांड्रिंग एक्ट के तहत की गई जांच में पता चला कि प्रसाद ने जगनमोहन रेड्डी को अलग-अलग कंपनियों में निवेश के रूप में 779.50 करोड़ रुपए की रिश्वत दी।
आखिरकार बिहार में सियासी घमासान के बीच शुक्रवार को नीतीश कुमार ने विधानसभा में विश्वास मत हासिल कर लिया है। इस दौरान पक्ष में 131 वोट पड़े, जबकि विरोध में 108 मिले। कहा जा सकता है कि जिस तरह जदयू में फूट की बात सामने आ रही थी उसका असर वोटिंग में बिल्कुल भी नहीं दिखा।
बिहार में चल रहे सियासी शक्ति प्रदर्शन के बीच राजद सुप्रीमो लालू यादव के बेटे तेजस्वी यादव ने सोशल मीडिया पर नीतीश-मोदी की दोस्ती को लेकर पुराना मुद्दा उठाया है।