लखनऊ के अलीगंज इलाके में शनिवार रात रायबरेली की रहने वाली गैंगरेप पीड़िता पर किसी ने तेजाब फेंक दिया। इससे उसके चेहरे का दाहिना हिस्सा और कंधा बुरी तरह झुलस गए। पीड़िता को ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया है। महिला पर नौ साल में यह पांचवां हमला है। इससे पहले 23 मार्च को उसे ट्रेन में तेजाब पिलाने की कोशिश की गई थी। महिला एक कैफे में काम करती है जिसे एसिड अटैक सर्वाइवर महिलाएं चलाती हैं। तेजाब की घटना सामने आने के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस महिला से मुलाकात की तथा हर मुमकिन मदद देने का भरोसा दिया। साथ ही एक लाख रुपए का चेक भी दिया।
'आवारा भीड़ के खतरे' नामक शीर्षक के अपने निबंध में हिन्दी साहित्य जगत के मूर्धन्य निबंधकार हरिशंकर परसाई जी लिखते हैं, "दिशाहीन, बेकार, हताश, नकार वादी और विध्वंस वादी युवकों की यह भीड़ खतरनाक होती। इसका उपयोग खतरनाक विचारधारा वाले व्यक्ति या समूह कर सकते हैं। इसी भीड़ का उपयोग नेपोलियन, हिटलर और मुसोलिनी जैसे लोगों ने किया था।"
पीएम मोदी जिस समय अहमदाबा में गोरक्षा के नाम पर हत्या को अस्वीकार्य बता रहे थे, करीब उसी वक्त झारखंड में हिंसक भीड़ ने कथित रूप से प्रतिबंधित मांस ले जाने के नाम पर एक व्यक्ति को पीट-पीट कर मार डाला।
भारत सहित दुनिया भर में एक बार फिर से साइबर हमला हुआ है। इसका शिकार भारत के मुंबई स्थित कंटेनर पोर्ट जवाहर लाल नेहरू पोर्ट ट्रस्ट (JNPT) समेत दुनिया की 20 बड़ी कंपनियां हुई हैं।
देश में हिंसक भीड़ द्वारा अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को पीट-पीट कर मार डालने की बढ़ती घटनाओं के विरोध में सामाजिक कार्यकर्ता शबनम हाशमी ने राष्ट्रीय अल्पसंख्यक अधिकार अवार्ड लौटा दिया है।
लगता है कि राष्ट्रपति चुनाव में नीतीश कुमार का एनडीए को समर्थन देने का फैसला उनके बिहार में महागठबंधन के लिए काफी हानिकारक साबित हो रहा है। जेडीयू और आरजेडी के नेताओं के बीच उठा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव के बेटे तेजस्वी यादव ने सोशल मीडिया पर अपने कार्यक्रम 'दिल की बात' में नीतीश कुमार को अवसरवादी और स्वार्थी कहकर निशाना साधा है। नीतीश के साथ-साथ तेजस्वी ने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को भी निशाने पर लिया।
देश में उन्मादी भीड़ ने हिंसा की कई काली रेखाएं खींच दी है। पहले उन्मादी भीड़ ने एक युवक को मौत के हवाले कर दिया। उस दौरान किसी के हाथ मदद के लिए आगे नहीं बढ़े। अब विडबंना है कि कोई गवाह भी सामने नहीं आ रहा है।