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साल अंत तक बनेगी निर्वासन में सरकार: उल्फा प्रमुख

साल अंत तक बनेगी निर्वासन में सरकार: उल्फा प्रमुख

एक चौथाई शताब्दी से भी ज्यादा समय से परेश बरुआ भारतीय सेना और पुलिस को चकमा देकर बचते आ रहे हैं। यूनाइटेड नेशनल लिबरेशन फ्रंट ऑफ़ वेस्ट साउथ ईस्ट एशिया (युएनएलएफडब्ल्यूएसइए) के गठन में प्रमुख भूमिका निभानेवाले और अभी के समय भारतीय सेना के विरुद्ध आक्रामक रुख रखे हुए प्रतिबंधित संगठन उल्फा के सेनापति बरुआ का एनएससीएन(के) के अध्यक्ष एस.एस. खापलांग से घनिष्ठ संबंध है।
गोमांस विवाद  पर अब नजमा बोलीं

गोमांस विवाद पर अब नजमा बोलीं

गोमांस पर प्रतिबंध को लेकर छिड़े विवाद पर केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्यमंत्री नजमा हेपतुल्ला ने सोमवार को कहा कि गाय को लेकर विशेष भावना रखने वाले बहुसंख्यक समुदाय की भावनाओं का सम्मान होना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि सत्ता में रहते हुए उसने सिर्फ अल्पसंख्यकों का तुष्टीकरण किया।
बोफोर्स की तारीफों के दिन

बोफोर्स की तारीफों के दिन

रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने मंगलवार को कहा कि बोफोर्स की तोपें अच्छी हैं। लेकिन उन्होंने राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी के उस बयान पर टिप्पणी करने से इन्‍कार कर दिया जिसमें बोफोर्स कांड को मीडिया ट्रायल कहा गया है। एक स्‍वीडिश अखबार को दिए इंटरव्‍यू में प्रणव मुखर्जी ने कहा है कि बोफोर्स सौदे को घोटाला कहना उचित नहीं है। वह एक मीडिया ट्रायल था।
जीशान को रेडियो जॉकी बनने का प्रस्ताव

जीशान को रेडियो जॉकी बनने का प्रस्ताव

मुंबई में एक मुसलमान एमबीए युवक जीशान खान को हीरे का निर्यात करने वाली कंपनी हरि कृष्णा एक्सपोर्ट्स द्वारा मुस्लिम होने की वजह से नौकरी न दिए जाने पर मचे हंगामे के बीच एक दिलचस्प खबर यह है कि जीशान को एक रेडियो स्टेशन ने रेडियो प्रस्तोता या कहें रेडियो जॉकी की नौकरी का प्रस्ताव दिया है।
ओबामा ‌टि्वटर पर आए और छा गए

ओबामा ‌टि्वटर पर आए और छा गए

अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा के टि्वटर पर अपना आधिकारिक अकाउंट खोलने के महज 12 घंटे के भीतर उनके फॉलोअर्स की संख्या 14 लाख 60 हजार पहुंच गई।
आखिर क्यों नहीं आ रहे राहुल ट्विटर पर

आखिर क्यों नहीं आ रहे राहुल ट्विटर पर

कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी अगर अपना ट्विटर अकांउट नहीं खोल रहे तो इसके ‌पीछे वजह क्या है ? क्या यह उनका व्यक्तिगत फैसला है, या उनके सलाहकारों द्वारा चुना गया रास्ता ? ये सवाल और इनके सीधे-सीधे जवाब ढूंढने मुश्किल हैं, लेकिन एक बात तो तय है कि अभी भी कांग्रेस में नए निजाम और पुराने निजाम में टकराहट का भी नतीजा है।
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