आमतौर पर लोग सेल्फी लेना और उसे साझा करना पसंद करते हैं लेकिन एक अध्ययन में यह बात सामने आई है कि कोई और उन्हें सोशल मीडिया में डाले यह बात उन्हें रास नहीं आती है।
प्यार भले ही अंधा होता है लेकिन आजकल प्यार की ओर कदम बढ़ाने वाले लोगों की निगाहें अपने साथी के बजाए अपने फोन पर ज्यादा अटकी होती हैं। एक नये अध्ययन में यह पता चला है कि डेट पर लोग अपने साथी पर ध्यान देने की बजाए अपने मोबाइल फोन में ज्यादा मशगूल रहते हैं।
पौधे भी विभिन्न घटनाओं के बीच के तार जोड़कर अपने पर्यावरण के बारे में चीजें सीख सकते हैं। अब तक माना जाता था कि यह क्षमता सिर्फ प्राणियों में ही होती है लेकिन एक नए अध्ययन में पहली बार पौधों के इस खास गुण के बारे में बताया गया है।
भोजन में संतृप्त वसा (Saturated fat) को शामिल करना आपके लिए लाभदायक साबित हो सकता है। नये अध्ययन में किये गये इस दावे ने लंबे समय से चली आ रही इस धारणा को चुनौती दी है कि खाने में वसा का इस्तेमाल अधिकतर लोगों के स्वास्थ्य के लिहाज से अच्छा नहीं होता है।
किसी भी शब्द की लोकप्रियता 14 साल अवधि में बढ़ती और घटती है। एक अध्ययन में यह बात सामने आई है। शोधकर्ताओं ने कहा कि लंबे समय तक जीवित रहने वाले कुछ लोगों ने पाया कि कुछ शब्द बहुत लोकप्रिय होते थे, लेकिन कुछ समय के बाद उनकी लोकप्रियता खत्म हो गई।
राष्ट्रपति पद के चुनाव को लेकर आधे से अधिक अमेरिकी तनाव में है। चुनाव के लिए जो लोग सोशल मीडिया का उपयोग कर रहे हैं उन पर तनाव हावी होने की आशंका अधिक है। अमेरिका के इतिहास में होने जा रहे सर्वाधिक विषमता भरे इन चुनावों से पहले किए गए एक सर्वेक्षण में यह दावा किया गया है।
दिल्ली की एक संस्था ने देश में रोजगारों के अवसर पर किए गए अध्ययन के आधार पर दावा किया है कि साल 2050 तक देश में 70 लाख रोजगार समाप्त हो जाएंगे। अध्ययन में कहा गया है कि ऐसा नए रोजगार के अवसरों का सृजन नहीं होने औप पूराने अवसरों के समाप्त होते जाने की वजह से होगा।
एक नए सर्वे के अनुसार कंप्यूटर के दौर में आभासी दुनिया से पैदा हाने वाली प्रतिस्पर्धा किसी व्यक्ति के काम करने के प्रयास को बढ़ावा देते हैं। सर्वे में कहा गया है कि आभासी दुनिया से कोई व्यक्ति उतना ही प्रभावित होता है जितना वह निजी जीवन में अपने दोस्त या सहकर्मी के काम की सफलता से होता है।
अक्सर सुनने को मिलता है कि लॉ की पढ़ाई बोझिल है। अमूमन कानून की पढ़ाई से छात्र दूर रहने का मन करते हैं। मेट्रोपोलिटन एजुकेशन में मेक माय चॉयस पर आयोजित गोष्ठी में कानून की पढ़ाई के महत्व पर विशेषज्ञों ने जो बेहतर और ज्ञानवर्धक जानकारी दी है, वह छात्रों को इस विषय की ओर अवश्य आकर्षित करेगी।
देश में 2020 तक 52 लाख टन ई-कचरा पैदा होने का अनुमान है। अभी यह 18 लाख टन के स्तर पर है। एक अध्ययन में यह अनुमान लगाया गया है। दुनिया में भारत पांचवां सबसे बड़ा ई-कचरा उत्पादक है। एसोचैम-सीकाइनेटिक्स के अध्ययन में कहा गया है कि भारत का ई-कचरा सालाना 30 प्रतिशत की दर से बढ़ रहा है।