भाई की फिल्म को हल्के में लेने का नहीं। भाई जो भी करते हैं कमाल करते हैं। इसलिए भाई ने पकाया भी तो कमाल पकाया है। ईद के मौके पर सई काम तो येई रेगा कि भाई लोग अपने-अपने रिस्तेदारों के घर पे जाके ईद की सिवइयां खाके के गले मिलें और खान बंधुओं को अकेला छोड़ दें।
कल भारत-पाकिस्तान का मैच है, उसके रोमांच के बीच शाहरूख खान-अनुष्का की आने वाली फिल्म जब हैरी मेट सेजल के दो मिनी ट्रेलर और एक गाना रीलिज होने वाला है। लेकिन उससे भी बड़ा रोमांच लोगों में अगले शुक्रवार का है। अगले वीकेंड यानी शनिवार-रविवार तो बस ट्यूबलाइट ही ट्यूबलाइट के नजारे होंगे।
मोदी सरकार ने बाबा साहब भीम राव अंबेडकर, ज्योति बा फुले, संत रविदास, कबीरदास जैसे महापुरूषों पर आधारित कार्यक्रमों के जरिये दलितों सहित समाज के कमजोर वर्गों तक पहुंच बनाने की पहल करते हुए ऐसे महापुरूषों से जुड़े कार्यक्रमों के आयोजन करने वाली संस्थाओं को आर्थिक मदद देने का निर्णय किया गया है।
सलमान खान के प्रशंसकों से कभी मत पूछिए कि उनकी फिल्म कैसी थी। क्योंकि उनके लिए सलमान की फिल्म निष्ठा का प्रश्न ज्यादा होती हैं। इस बार ईद का सबसे पड़ा तोहफा बजरंगी भाईजान है। इस फिल्म में भी कमियां निकालना चाहें तो ढेर मिल जाएंगी। पर फिलहाल तो ध्यान इसी पर केंद्रित रखिए कि निर्माता (सलमान खान और राकलाइन वेंकटेश) के खाते में एक के आगे कितने शून्य जमा होंगे। मनमोहन देसाई मार्का यह फिल्म दर्शक बटोरेगी या नहीं यह तो प्रश्न ही बेमानी है।
हरफनमौला, बिंदास, दबंग, जिंदादिल या फिर दरियादिल, जैसे उपनाम उन्होंने नहीं बनाए बल्कि उनकी बढ़ती लोकप्रियता में खुद-ब-खुद ये सारे जुड़ते चले गए। ढाई दशक से ज्यादा वक्त बॉलीवुड में राज करने वाले सलमान भाई इस बार निर्देशक कबीर खान के साथ अपनी पहली होम प्रोडक्शन बजरंगी भाईजान के संग हाजिर हैं। हर दिल अजीज इस बेबाक अभिनेता ने महबूब स्टूडियो में पुरानी यादो में डूबते -उतरते अपनी इस लंबी अभिनय यात्रा के खटटे्-मीठे अनुभवों को बांटा।
तीनों खान बंधुओं को लेकर चाहे जितनी भी अफवाहें उड़ें लेकिन एक बात तो तय है कि वे तीनों कभी-कभी एक-दूसरे की तारीफ भी कर दिया करते हैं। इस बार आमिर खान ने कहा है कि वह बजरंगी भाईजान देखने के लिए इंतजार नहीं कर सकते।
बजरंगी भाईजान फिल्म के संगीत को जारी करते हुए हुए फिल्म के निर्देशक कबीर खान ने कहा कि अगर सलमान कश्मीर में शूटिंग कर सकते हैं तो कोई भी कर सकता है। अब इस कहने के मायने क्या हैं यह तो कबीर खान ही जानें। आखिर सलमान में ऐसा क्या है जो वह कश्मीर जाएंगे तो बाकी भी जा सकते हैं। खैर सलमान खान ने पहली बार घाटी में लंबे समय तक फिल्म की शूटिंग की और उनका अनुभव काफी अच्छा रहा।
रमजान का पवित्र महीना शुरू हो रहा है। यह मुकद्दस महीना खत्म होते-होते मीठी सेवइयों की खुशबू हवा में तैरने लगेगी। और एक बात जो फिजाओं में होगी वह है बजरंगी भाई जान के जलवे।