बिहार में एकाएक सियासी पारा गरमा गया है। राजद सुप्रीमो परिवार पर सीबीआई छापों के बाद महागठबंधन को लेकर तमाम आशंकाएं शुरु हो गई हैं। जदयू, कांग्रेस और राजद तीनों में खलबली है। डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव पर एफआईआर होने के बाद नीतीश क्या फैसला लेंगे। जदयू व राजद अब इसी रणनीति पर विचार कर रही है। राजद प्रमुख ने इसके लिए सोमवार को विधायक दल की बैठक बुलाई है तो नीतिश ने उसके अगले दिन।
एक ओर जहां आतंकी संगठन हिजबुल कमांडर बुरहान वानी के एनकाउंटर को एक साल पूरा होने पर कश्मीर में सुरक्षा एजेंसियां चौकन्ना हैं। वहीं, इस बीच कांग्रेस नेता सैफुद्दीन सोज ने एक विवादित बयान दे डाला है।
भाजपा हटाओ, देश बचाओ रैली राजद की रैली है बिहार के महागठबंधन की नहीं। इसमें गैर भाजपाई दलों के नेताओं को आमंत्रित किया गया है। इसमें यह बात मायने नहीं रखती कि इसमें जदयू शामिल होगी या नहीं।
आज आधी से लागू होने वाले देश के बड़े आर्थिक सुधार जीएसटी प्रणाली को लेकर समाजवादी पार्टी अपना रुख स्पष्ट नहीं कर पा रही है। जीएसटी लागू होने में महज कुछ ही घंटे बचे और सपा अभी भी य सोच नहीं पा रही है कि वे इसका समर्थन करें या विरोध।
एनडीए की तरफ से राष्ट्रपति पद उम्मीदवार घोषित रामनाथ कोविंद को समर्थन देने के बाद जेडीयू और आरजेडी में जुबानी जंग तेज हो गई है। दोनों ही पार्टियों के नेता एक दूसरे पर जमकर निशाना साध रहे हैं।