जेएनयू में वामपंथ को न मानने वालों के बीच एक ज़ुमला खासा मशहूर है कि देश भर के लेफ्टिस्टों को एक पिंजरे में बंद करने के लिए इंदिरा गाँधी ने जेएनयू बनाया। जेएनयू ही वो जगह है जहाँ (1969 से 2016 तक एक उदाहरण को छोड़कर जब 2001 में एबीवीपी के संदीप महापात्र कुछ वोटों से जीत गए थे) चुनाव दर चुनाव वामपंथ अपना किला सलामत रख सका है।
डेरा सच्चा सौदा के प्रवक्ता दिलावर इंसा ने कहा कि हमारे साथ अन्याय हुआ है, हम इसकी अपील करेंगे। हमारे साथ वही हुआ जो इतिहास में गुरुओं के साथ हुआ। डेरा सच्चा सौदा मानवता भलाई के लिए है, सभी शांति बनाए रखें।
बीपी एंड आरडी की रिपोर्ट में देशभर में पिछले साल हुए विरोध प्रदर्शनों का विस्तृत डाटा सामने आया है। जिसमें सबसे ज्यादा विरोध प्रदर्शन उत्तराखंड राज्य में हुए तो वहीं गोवा सहित चार राज्यों में विरोध प्रदर्शनों का आंकड़ा शून्य रहा।
सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय परिसर में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) और स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया (आइसा) के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प के बाद पूरे परिसर में तनाव है। हाल ही में दिल्ली के रामजस कॉलेज में भी एबीवीपी और आइसा कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हुई थी जिसकी वजह से दिल्ली विश्वविद्यालय में भी तनाव है।
कांग्रेस के महिला शाखा की ओर से जनआक्रोश रैली कर सरकार पर निशाना साधा गया। मंगलवार को संसद का मानसून सत्र शुरू होते ही कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने जंतर-मंतर पर प्रदर्शन किया। कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्राी नरेन्द्र मोदी ने चुनाव के समय जो घोषणाएं की वह केवल चुनावों तक ही सीमित रही।
आम आदमी पार्टी ने बादल परिवार के स्वामित्व वाली एक बस में छेड़छाड़ के बाद एक मां और बेटी को चलती बस से धकेले जाने की घटना के विरोध में शनिवार को प्रदर्शन किया और मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल का पुतला फूंका।