यदि फिल्मों का खुमार है तो रंगमंच की दीवानगी भी कुछ कम नहीं है। कुछ तो खास है मंच के इन किरदारों में कि दर्शक बेसब्री से चले आते हैं और इंतजार करते हैं, यवनिका के उठने का।
जीएसटी पर समर्थन जुटाने के पीएम मोदी के प्रयास रंग लाते नजर आ रहे हैं। कांग्रेस उपाध्यक्ष ने जीएसटी पर राय जानने के लिए पार्टी नेताओं से मुलाकात की है। पीएम मोदी की सोनिया गांधी और मनमोहन सिंह से शुक्रवार को हुई मुलाकात के बाद कांग्रेस के रूख में आए इस बदलाव को काफी अहम संकेत माना जा रहा है।
देश में असहिष्णुता के कारण बढ़ती बेचैनी पर अपनी टिप्पणी के लिए अभिनेता आमिर खान चौतरफा आलोचनाओं के घेरे में आ गए हैं। जहां भाजपा ने उनके बयान को देश को बदनाम करने की कांग्रेस की गहरी राजनीतिक साजिश करार दिया वहीं हिंदू सेना ने मुंबई स्थित उनके घर के बाहर विरोध प्रदर्शन कर उनसे टिप्पणी वापस लेेने की मांग की।
नीतीश कुमार शुक्रवार यानी 20 नवंबर को बिहार के मुख्यमंत्री के तौर पर तीसरी बार शपथग्रहण करने जा रहे हैं। इस मौके पर लगभग सभी राज्यों के गैर-भाजपाई या गैर-राजग मुख्यमंत्रियों ने शामिल होने पर अपनी सहमति जताई है। द्रमुक प्रमुख करुणानिधि चूंकि अपनी बीमार पत्नी के कारण समारोह में शामिल नहीं हो पाएंगे इसलिए वह अपने बेटे और पार्टी के कोषाध्यक्ष तथा पूर्व उपमुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन को भेज रहे हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा और कहा कि पीएम की चुप्पी असहिष्णुता को बढ़ावा दे रही है। देश में बढ़ रही सांप्रदायिक हिंसा की घटनाओं का जिक्र करते हुए सोनिया ने कहा कि पार्टी ऐसी शक्तियों से पूरी ताकत के साथ मुकाबला करेगी। उन्होने कहा कि जो कुछ भी घटित हो रहा है वह सचमुच में हर भारतीय के लिए गहरी चिंता का विषय होना चाहिए।
माखनलाल फोतेदार की पुस्तक 'द चिनार लीव्स’ में नेहरु-गांधी परिवार के बारे में कई खुलासे किए है। इस खुलासे के बाद कांग्रेस असहज महसूस कर रही है। पुस्तक ऐसे समय में आई है जब कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को कमान सौंपने की तैयारी चल रही है। पुस्तक में जो खास बाते हैं प्रस्तुत है उसका प्रमुख अंश:
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता माखनलाल फोतेदार की बायोग्राफी 'द चिनार लीव्स’ में कई ऐसे खुलासे हुए हैं जिससे पार्टी के कई नेता असहज महसूस कर रहे हैं। नेहरु-गांधी परिवार के करीबी रहे फोतेदार की किताब इन दिनों सुर्खियों में हैं। किताब से जुड़े कई पहलुओं पर आउटलुक के विशेष संवाददाता कुमार पंकज के सवालों का एमएल फोतेदार ने खुलकर जवाब दिया। पेश है प्रमुख अंश:
कभी कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रहे नटवर सिंह ने साल 2014 में जब अपनी पुस्तक में यह खुलासा किया था कि 2004 में राहुल गांधी ने सोनिया गांधी को प्रधानमंत्री बनने से रोका था। उस समय सोनिया और राहुल ने नटवर से मुलाकात कर पुस्तक से कुछ बातों को निकालने के लिए कहा था। बाद में नटवर सिंह ने खुद ही खुलासा कर दिया कि सोनिया और राहुल उनसे मिलने आए थे। किताब के जरिए कांग्रेस में जो नई सियासत शुरू हुई है उससे पार्टी के कई नेता बेचैन हैं।
पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश के बयान के बाद से पार्टी में दो राय बनती दिख रही है। रमेश ने यह संकेत दिया कि जब राहुल कांग्रेस की कमान संभालेंगे तो पार्टी में 60 साल से अधिक उम्र के नेताओं की भूमिका सीमित हो जाएगी।