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फर्जी डिग्री विवाद: स्मृति ईरानी को समन पर 18 अक्टूबर को आएगा फैसला

फर्जी डिग्री विवाद: स्मृति ईरानी को समन पर 18 अक्टूबर को आएगा फैसला

फर्जी डिग्री विवाद में दर्ज शिकायत में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को समन करने पर दिल्ली की एक अदालत 18 अक्तूबर को आदेश देगी। ईरानी पर चुनाव आयोग को अपनी शैक्षणिक योग्यता के बारे में कथित तौर पर झूठी जानकारी देने का आरोप लगाते हुए एक स्वतंत्र लेखक ने मामला दर्ज कराया है।
ईरानी के फैसले को पलटा, आउटसोर्स नहीं होगा बुक फेयर का आयोजन

ईरानी के फैसले को पलटा, आउटसोर्स नहीं होगा बुक फेयर का आयोजन

देश के नए मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने स्मृति ईरानी के फैसले को पलटते हुए नई दिल्ली इंटरनैशनल बुक फेयर के आयोजन को आउटसोर्स करने से इनकार कर दिया है। तत्कालीन मानव संसाधन विकास मंत्री ईरानी ने इसे आउटसोर्स करने का फैसला किया था। तब मंत्रालय ने नैशनल बुक ट्रस्ट से एक प्राइवेट एजेंसी को प्रेजेंटेशन देने को भी कहा था।
स्मृति ईरानी को जेट एयरवेज ने नौकरी नहीं दी, कहा था व्यक्तित्व कुछ खास नहीं

स्मृति ईरानी को जेट एयरवेज ने नौकरी नहीं दी, कहा था व्यक्तित्व कुछ खास नहीं

केंद्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि केबिन क्रू पद के लिए उनके आवेदन को जेट एयरवेज ने यह कहते हुए खारिज कर दिया था कि उनका व्यक्तित्व कुछ खास नहीं है।
रूपनवाल पैनल ने यूजीसी को रिपोर्ट सौंपी, दलित नहीं था रोहित वेमुला

रूपनवाल पैनल ने यूजीसी को रिपोर्ट सौंपी, दलित नहीं था रोहित वेमुला

देश में दलितों की राजनीति करने वालों को मुंह की खानी पड़ी है। इसी साल जनवरी में हैदराबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी में आत्महत्या करने वाला 26 वर्षीय रिसर्च स्कॉलर रोहित वेमुला को लेकर नया खुलासा हुआ है। मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा गठित जांच पैनल के मुताबिक रोहित दलित नहीं था।
कपड़ा मंत्रालय में स्मृति ईरानी और सचिव के बीच खिंची तलवार

कपड़ा मंत्रालय में स्मृति ईरानी और सचिव के बीच खिंची तलवार

कपड़ा मंत्रालय में स्मृति ईरानी के पदभार ग्रहण करने के बाद से सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। मंत्रालय में पदभार संभालने के दो महिने के अंदर ही ईरानी और मंत्रालय की सबसे वरिष्ठ अधिकारी रश्मि वर्मा के बीच अनबन की खबर है। बताया जा रहा है कि दोनों के बीच के विवाद को सुलझाने के लिए खुद प्रधानमंत्री कार्यालय को इस मामले में दखल देना पड़ा है।
बुनकरों के लिए ट्विटर पर स्मृति की अपील

बुनकरों के लिए ट्विटर पर स्मृति की अपील

आजकल स्मृति ईरानी नीली साड़ी में ट्वीटर पर छाई हुई हैं। इस बार वह हथकरघा कलाकारों के पक्ष में काम कर रही है। स्मृति ने इसे #IWearHandloom नाम दिया है। उनके इस कदम पर कई राजनीतिक हस्तियों का साथ मिला है।
संसदीय मामले पर मंत्रिमंडलीय समिति से स्मृति ईरानी बाहर

संसदीय मामले पर मंत्रिमंडलीय समिति से स्मृति ईरानी बाहर

केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के कैबिनेट विस्तार के बाद अब संसदीय मामले की मंत्रिमंडलीय समिति (सीसीपीए) में अहम फेरबदल किया गया है। इस बदलाव में समिति में विशेष आमंत्रित स्मृति ईरानी को हटा दिया गया और मानव संसाधन विकास मंत्रालय में उनके उत्तराधिकारी प्रकाश जावड़ेकर को प्रोन्नत कर उनकी जगह पर समिति में लाया गया है।
नंदी बोले, स्मृति ईरानी आज के राष्‍ट्रवाद पर टैगोर को मिली जेल को सही ठहरा देतीं

नंदी बोले, स्मृति ईरानी आज के राष्‍ट्रवाद पर टैगोर को मिली जेल को सही ठहरा देतीं

राजनीतिक मनोविज्ञानी आशीष नंदी ने कहा है अगर गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर आज के भारत में राष्ट्रवाद पर अपने विचार लिखतेे तो शायद उन्‍हें जेल भेज दिया जाता। और इसे मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी सही भी ठहरा देतींं। नंदी के अनुसार भारतीय जनता पार्टी के पास योग्य लोगों की बेहद कमी है। वह संस्थानिक पदों पर पार्टी के बाहर के व्यक्ति की नियुक्ति कर कतई भी जोखिम नहीं लेना चाहती। मीडिया को दिए गए साक्षात्कार में नंदी ने कहा कि आरबीआई के गवर्नर रघुराम राजन के दूसरे कार्यकाल पर अनिच्छा जाहिर करना भाजपा सरकार में भरोसे की कमी को दिखाता है।
भोपाल में स्मृति ईरानी ताड़ासन में लड़खड़ाईं, टूटे पैर के साथ गौर ने भी दिया साथ

भोपाल में स्मृति ईरानी ताड़ासन में लड़खड़ाईं, टूटे पैर के साथ गौर ने भी दिया साथ

मध्‍यप्रदेश की राजधानी भोपाल में केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति र्इरानी ने याेग किया। समारोह में टूटे पैर के साथ सूबे के ग्रह मंत्री बाबूलाल गौर ने भी योग प्राणायाम किया। ईरानी ताड़ासन और शशांक अाासान को करते सहज नहीं रही। बाकी सभी आसन उन्‍होंने सही ढंग से किया।
उत्तर प्रदेश की चुनावी गाड़ी गांधी भरोसे

उत्तर प्रदेश की चुनावी गाड़ी गांधी भरोसे

उत्तार प्रदेश में चुनाव की सुगबुगाहट तो लंबे समय से है लेकिन अब उसमें तेजी दिखाई देने लगी है। उत्तवर प्रदेश के लिए मुख्यमंत्री के चेहरे का 'खोजी अभियान जारी है। हाल ही में हुई भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में तय किया गया है कि अक्टूबर-नवंबर के महीने तक एक नाम 'खोज लिया जाएगा। इन सबके बीच भारी-भरकम उपनाम 'गांधी वाला एक युवा नेता भी मैदान में है। फिरोज वरुण गांधी महासचिव रह चुके हैं और उत्तगर प्रदेश मेंउनके पास अपनी मजबूत टीम और जनसमर्थन भी है। राजनीति में यदि अटकलबाजी न हो तो क्या मजा। यही वजह है खबरें आती रहती हैं कि फलां उनके पक्ष में और फलां उनके विरोध में। उनकी खूबी और ताकत का आकलन किया जा रहा है और सूत्रों के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आंतरिक तौर पर पार्टी के सांसदों के बीच एक सर्वेक्षण कराया था जिसमें उत्तुर प्रदेश के मुख्यमंत्री के तौर पर उन्हें सर्वाधिक वोट मिले। यानी वह पार्टी के भीतर उत्त र प्रदेश के मुख्यमंत्री के तौर पर सबसे मुफीद समझे जा रहे हैं। ऐसा ही सर्वेक्षण एक अखबार ने कराया और आश्चर्यजनक रूप से उसमें भी फिरोज वरुण गांधी को सबसे ज्यादा वोट मिले थे।
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