लेग स्पिनर अमित मिश्रा भारत की सीमित ओवर की टीम में भले ही नियमित नहीं हों लेकिन वह रविचंद्रन अश्विन और रविंद्र जडेजा की अनुपस्थिति में न्यूजीलैंड के खिलाफ चल रही मौजूदा एक दिवसीय श्रृंखला में सीनियर स्पिनर की भूमिका का लुत्फ उठा रहे हैं।
बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीशचंद्र मिश्र ने पीएम नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को ब्राह्मण विरोधी बताया। उन्होंने कहा इन दोनों ने गुजरात में ब्राह्मणों का कत्लेआम कराया है। भाजपा ने राम मंदिर के नाम पर काफी धन जुटाया है। जिसका वह आगामी चुनाव में भरपूर उपयोग करेगी। उन्होंने कहा कि चुनाव के नाम पर भगवान याद आते हैं। घाटमपुर पर सतीशचंद्र मिश्र ब्राम्हण भाईचारा एकता सम्मेलन में शिरकत करने पहुंचे थे।
आजाद हिंद फौज के वयोवृद्ध सिपाही डैनियल काले का लंबी बीमारी के बाद कोल्हापुर में निधन हो गया। उनके बारे में कहा जाता है कि वे आजादी के संघर्ष के लिए गठित आजाद हिंद फौज के आखिरी जीवित सदस्य थे।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत ने पार्टी सहयोगी दिग्विजय सिंह पर पलटवार करते हुये सोमवार को कहा कि अगर मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्राी ने राज्य के मामलों पर ध्यान केंद्रित किया होता तो वहां पार्टी मजबूत स्थिति में होती।
ढेरों भोजपुरी फिल्में बनाने के बाद हिंदी सिनेमा में बड़ा कदम रखने जा रहे निर्देशक सनोज मिश्रा के साथ ऐन वक्त पर धोखा होने की बात सामने आई है। दरअसल सनोज की फिल्म ‘गांधीगिरी’ जल्द रिलीज होने वाली है मगर हाल ही में जब इसका ट्रेलर और पोस्टर रिलीज हुआ तो उसमें से सनोज का नाम ही गायब था।
पिंक फिल्म के निर्देशक अनिरुद्ध रॉय बांग्ला फिल्मों के जाने-माने निर्देशक हैं। अपनी प्रतिभा के अनुसार ही उन्होंने एक अच्छी कहानी को और अच्छे निर्देशकीय कौशल में बांध दिया है। यह फिल्म अमिताभ बच्चन के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि इस फिल्म ने फिर साबित किया है कि वह महत्वपूर्ण और मुकम्मल कलाकार क्यों हैं।
उपराज्यपाल नजीब जंग द्वारा दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को फिनलैंड से लौटने के लिए फैक्स भेजने के बाद अचानक शनिवार को आप के मंत्री सत्येंद्र जैन और कपिल मिश्रा जंग से मिलने उनके कार्यालय पहुंच गए। लेकिन जंग के वहां न होने के कारण उनकी मुलाकात नहीं हो पाई जिसके बाद दोनों पक्षों में आरोप-प्रत्यारोप का नया दौर शुरू हो गया।
देश की आजादी के समय 1947 में हुए विभाजन के बाद परिवार के पाकिस्तान चले जाने के बावजूद मशहूर चित्रकार सैयद हैदर रजा ने भारत में ही रहने का फैसला किया था। उनके इस फैसले के पीछे उनकी मातृभूमि के प्रति वफादारी तो थी ही, लेकिन इसकी एक वजह महात्मा गांधी के प्रति उनका लगाव भी था।
पड़ोसी देश पाकिस्तान भी इन दिनों अपने स्वतंत्रता दिवस की सत्तरवीं वर्षगांठ के उत्साह में है। वहां यह जश्न हम से एक दिन पहले मनाया जाता है। हर बार की तरह इस बार भी पाकिस्तान में शहीदों को याद करते समय भगत सिंह की शान में भी खूब कसीदे पढ़े गए।