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Search Result : "book review of ek Daur Humara baki hai"

मैं कभी नोटबंदी का समर्थक नहीं था: रघुराम राजन

मैं कभी नोटबंदी का समर्थक नहीं था: रघुराम राजन

रघुराम राजन ने अपनी किताब 'I Do What I Do: On Reforms Rhetoric and Resolve' में नोटबंदी से जुड़ी कई बातों का भी उल्लेख किया है। किताब में राजन ने लिखा है कि उनके कार्यकाल के दौरान कभी भी आरबीआई ने नोटबंदी पर फैसला नहीं लिया था।
दिल्ली के पुस्तक मेले में आकर्षण का केंद्र बनीं धार्मिक किताबें

दिल्ली के पुस्तक मेले में आकर्षण का केंद्र बनीं धार्मिक किताबें

दिल्ली पुस्तक मेले में इस बार धार्मिक किताबों से संबंधित 20 से भी अधिक स्टॉल लगाए गए हैं। इन स्टाल्स में पुस्तक प्रेमियों के लिए मोक्ष, मानसिक शांति से जुड़ी ढेरों किताबें रखी गई हैं।
अरुंधती रॉय समेत कई बुद्धिजीवियों ने किया हांसदा की किताब पर प्रतिबंध का विरोध

अरुंधती रॉय समेत कई बुद्धिजीवियों ने किया हांसदा की किताब पर प्रतिबंध का विरोध

झारखंड सरकार ने संथाली महिलाओं के अश्लील चित्रण का आरोप लगाते हुए हांसदा की किताब ‘आदिवासी विल नॉट डांस’ पर बैन लगा दिया।
यूपी विधानसभा: सुरक्षा चूक पर कांग्रेस का तंज, कहा- 'देश बदल रहा है'

यूपी विधानसभा: सुरक्षा चूक पर कांग्रेस का तंज, कहा- 'देश बदल रहा है'

उत्तर प्रदेश विधानसभा में बड़ी सुरक्षा चूक सामने आई है। गुरुवार को चेकिंग के दौरान डॉग स्कवॉयड को खतरनाक विस्फोटक मिला।
मतभेद अपने पास रखे और सरकार के कामकाज को प्रभावित नहीं होने दिया: प्रणब मुखर्जी

मतभेद अपने पास रखे और सरकार के कामकाज को प्रभावित नहीं होने दिया: प्रणब मुखर्जी

रविवार को राष्ट्रपति भवन में राष्‍ट्रपति प्रणब मुखर्जी के जीवन पर आधारित 'प्रेसीडेंट प्रणब मुखर्जी-अ स्टेट्समैन' नामक किताब का विमोचन हुआ। इस दौरान राष्ट्रपति ने कहा कि उन्होंने मतभेद अपने पास रखे और सरकार के कामकाज को प्रभावित नहीं होने दिया।
आईसीएसई बोर्ड स्कूलों की किताब पर बवाल, ध्वनि प्रदूषण के लिए मस्जिद को बताया जिम्मेदार

आईसीएसई बोर्ड स्कूलों की किताब पर बवाल, ध्वनि प्रदूषण के लिए मस्जिद को बताया जिम्मेदार

आईसीएसई बोर्ड की स्कूलों में पढ़ाई जा रही एक किताब पर बवाल खड़ा हो गया है। दरअसल इस किताब के एक चैप्टर में ध्वनि प्रदूषण के लिए मस्जिद को जिम्मेदार बताया गया है।
भाभी जी नहीं सुधरेंगी

भाभी जी नहीं सुधरेंगी

शिल्पा शिंदे को कम समय में बहुत लोकप्रियता मिली और वह अपने नाम के बजाय भाभीजी से ज्यादा लोकप्रिय हो गईं। फरवरी 2016 में उन्होंने फीस के विवाद के चलते बढ़िया टीआरपी बटोर रहा धारावाहिक भाभीजी घर पर हैं छोड़ दिया था। अब उन्हें सिने और टीवी आर्टिस्ट असोसिएशन (सीआईएनटीएए) से भी बाहर कर दिया गया है। धारावाहिक भाभी जी से निकलने के बाद वह बिना घर यानी काम की थीं अब तो उन्हें संगठन से भी हाथ धोना पड़ा है।
महाराष्ट्र में 'किताब गांव' बनने की कहानी

महाराष्ट्र में 'किताब गांव' बनने की कहानी

सतारा जिले का एक गांव स्ट्रॉबेरी के लिए काफी लोकप्रिय है लेकिन अब यह गांव किताबों के कारण भी लोकप्रिय होने जा रहा है। दरअसल इस गांव को भारत का पहला किताबों का गांव वाला टैग मिलने वाला है।
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