उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर के स्कूल के नौ कर्मचारियों को न्यायिक जांच के बाद बर्खास्त कर दिया गया। उन्हें 70 नाबालिग लड़कियों के कपड़े उतरवाने का दोषी पाया गया।
राजधानी दिल्ली के जंतर-मंतर पर किसान मुक्ति संसद में आत्महत्या कर चुके महाराष्ट्र के किसानों के बच्चों ने अपनी पीड़ा को एक नाटक के जरिए सबके सामने रखा।
छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले में बेहाल शिक्षा व्यवस्था को पटरी पर लाने में कलेक्टर अवनीश शरण का बहुत बड़ा हाथ है। ये पहला मौका नहीं है, जब अवनीश ने अपनी बेटी का एडमिशन सरकारी स्कूल में कराया, इससे पहले उन्होंने अपनी बेटी को 9 माह तक आंगनबाड़ी में पढ़ाया था।
सीआरपीएफ के काफिले पर हमला करने वाले आतंकी अब श्रीनगर के एक स्कूल में छिप गए हैं। आतंकियों को पकड़ने के लिए घेराबंदी तेज कर दी गई है। ऑपरेशन में अभी तक 2 आतंकियों को जवानों ने मार गिराया। जबकि इस दौरान तीन जवान घायल हो गए हैं। जानकारी के अनुसार ऑपरेशन जारी है।
यूपी में पीएम नरेंद्र मोदी के योग कार्यक्रम के दौरान बारिश के बाद भी लोग योग करते रहे, जिसकी वजह से कई बच्चों की तबीयत खराब हो गई, जिन्हें लोक बंधु अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
एक तरफ जहां लोग फादर्स डे मना रहे हैं वहीं भारतीय सेना के शहीद जवान लांस नायक बख्तावर सिंह कै पिता अपने बेटे को खोने का गम मना रहे हैं। शहीद के पिता ने कहा कि अगर सरकार में दम होता तो हम अपने बच्चे नहीं खोते। उन्होंने कहा कि यह सब सरकार की आलसीपन की वजह से हो रहा है।
पूर्व सीएम अखिलेश यादव की तस्वीर वाले बैग भले ही उत्तर प्रदेश में धूल फांक रहे हों, लेकिन गुजरात में ये बैग स्कूली बच्चों को बांटे जा रहे हैं। गुजरात सरकार की तरफ स्कूली बच्चों को बांटे गए इन बैग्स पर अखिलेश यादव की तस्वीर लगी मिली है।
केद्र सरकार ने देशभर के सभी विश्वविद्यालयों और उच्च शिक्षा संस्थानों को निर्देश दिया है कि आगामी सत्र से कैश में फीस जमा न करें। फीस जमा करने के लिए छात्रों को डिजिटल पेमेंट करना होगा। परिसर में सभी तरह के लेने-देन डिजिटल होंगे।
केरल में मंत्रियों और अधिकारियों ने हमेशा से दिए जा रहे उदाहरण को अपनाते हुए एक अच्छी कोशिश की ओर कदम बढ़ाया है। सरकारी स्कूल की जर्जर हालात को देखते हुए हमेशा से एक उदाहरण दिया जाता है कि अगर मंत्रियों और अधिकारियों के बच्चें सरकारी स्कूल में पढ़ने लग जाए तो हालात में तेजी से सुधार हो सकता है।
रातो रात बड़े फैसले लेने वाले योगी आदित्यनाथ के यूपी में ये कैसा अजब मामला सामने आया है। ये मामला कोई और नहीं बल्कि यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के कुशीनगर दौरे का है। जहां उनके मुसहर बस्ती के दौरे से पहले प्रशासन के आला अधिकारियों ने वहां साबुन, शैंपू और सेंट बांटे। साथ ही, साफ-सुथरा रहना को कहा।