देश में गोरक्षा के नाम पर हिंसा की हालिया घटनाओं को हवाला देते हुए प्रमुख मुस्लिम संगठन जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने बुधवार को कहा कि सरकार कानून बनाकर गाय को राष्ट्रीय पशु घोषित करे ताकि गोहत्या रोकने के बहाने की जाने वाली हिंसा पर रोक लग सके और समाज में भाईचारा एवं शांति बरकरार रहे।
गोरक्षा के नाम पर हमले और तेज होते जा रहे हैं। ग्रेटर नोएडा के सिरसा खदारपुर गांव में गोरक्षा दल के लोगों ने गौ तस्कर समझकर दो लोगों पर जानलेवा हमला कर दिया।
आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव का बयान एक फिर चर्चा में है। उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि वे बूढी और दूध नहीं दे पाने वाली गायों को बीजेपी के नेताओं के घरों के आगे बांध दें। इसके बाद ही यह पता चल पाएगा कि बीजेपी के लोग मवेशियों की सही मायने में देखभाल करते हैं या नहीं।
दिल्ली नगर निगम चुनाव में हार के बाद पार्टी में मचे कोहराम से यह सवाल शिद्दत से खड़ा हो गया है कि क्या आम आदमी पार्टी बिखर जाएगी? क्या नई राजनीति की डाल उसके हाथ से छूट गई है? ऐसे सवालों पर अरविंद केजरीवाल के बाद आप के सबसे कद्दावर नेता, दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया फौरन कहते हैं, ‘‘टीवी बहस में तो हजारों बार दफन की जा चुकी है आप।’’ उन्हें पूरा भरोसा है कि आप जनता की उम्मीदों पर खरा उतरेगी। आउटलुक के संपादक हरवीर सिंह के साथ बातचीत में सिसोदिया ने विस्तार से पार्टी की हार के कारणों और आगे की रणनीति पर चर्चा की। प्रमुख अंश:
देश भर में गौरक्षा के नाम पर बढ़ती गुंडागर्दी के बीच जम्मूूूू-कश्मीर से भी इस तरह की खबर आई है। कथित गौरक्षकों ने 9 साल की एक बच्ची समेत पांच लोगों के साथ मारपीट की, जिससे उन्हें काफी चोटें आई हैं।
यूपी में बूचड़खानों पर कार्रवाई करने के बाद अन्य भाजपा शासित राज्यों में भी गौ हत्या पर प्रतिबंध के साथ बीफ पर पाबंदी लगाने की मांग उठ रही है। यूपी के साथ भाजपा ने गोवा में भी सरकार बनाई है। गोवा में लेकिन भाजपा ने गौ हत्या और बीफ पर पाबंदी के लिए कोई कदम नहीं उठाया है। हालांकि गोवा में भाजपा की गठबंधन सरकार के सहयोगी दल अब गौ हत्या और बीफ पर पाबंदी की मांग करने लगे हैं। सहयोगी दलों की मांग के बाद भाजपा गौ हत्या और बीफ के मसले पर घिरती नजर आ रही है।
कथित गोरक्षक की गुंडागर्दी को लेकर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत ने महत्वपूर्ण बयान दिया है। मोहन भागवत का कहना है कि गोकशी के नाम पर किसी भी तरह की हिंसा गोरक्षा के उद्देेेेश्य को ही नुकसान पहुंचाती है। कानून का हर हाल में पालन किया जाना चाहिए।
गौरक्षा के नाम पर बढ़ती गुंडागर्दी और अलवर में गौवंश ले जाते व्यक्ति की हत्या के आरोपों के बीच राजस्थान से एक और खबर आई है। गौसेवा हेतु धन जुटाने के लिए राजस्थान सरकार ने 10 प्रतिशत सेस लगा दिया है। एक अप्रैल से यह सेस गैर-न्यायिक स्टाम्प पर सरचार्ज के तौर पर वसूला जाएगा।