डीआरडीओ ने टैंक भेदी मिसाइल नाग का सफल परीक्षण किया है। यह परीक्षण राजस्थान के रेगिस्तान में किया गया है। तीसरी पीढ़ी की एंटी टैंक मिलाइल का परीक्षण पिछली बार सफल नहीं रहा था। नाग पिछली बार अपने लक्ष्य से चूक गया था। इसकी तकनीकी खामियां दूर कर एक बार फिर इसका परीक्षण किया गया जिसमें यह सफल रहा है।
जयपुर के जिस होटल पर कथित गौरक्षकों ने गाेमांस होने का आरोप लगाते हुए धावा बोल दिया था, उसकी सच्चाई सामने आ गई है। फॉरेंसिक जांच से पता चला है कि होटल से पकड़ा गया मांस बीफ नहीं था।
होटल और रेस्टोरेंट में खाने पर लगने वाला सर्विस चार्ज आपको देना जरूरी नहीं होगा। यह उपभोक्ता की मर्जी पर होगा कि वह इसे दे या न दे। पीएमओ से हरी झंडी मिलने के बाद उपभोक्ता मंत्रालय ने इसके लिए गाइडलाइंस जारी कर दी है।
होटल ताज मानसिंह की ई-नीलामी को सुप्रीम कोर्ट ने हरी झंडी दे दी है। होटल को चला रहे टाटा ग्रुप से खाली कराने के लिए छह महीने का समय दिया जाएगा। इससे पहले एनडीएमसी ने सुप्रीम कोर्ट में जवाब दाखिल कर ई-नीलामी की मंजूरी मांगी थी।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के द्वारका स्थित पांच सितारा 'वेलकम' होटल के पिछले हिस्से में आग लग गई। इस दौरान महेंद्र सिंह धोनी और झारखंड टीम के खिलाड़ी होटल में मौजूद थी। हालांकि धोनी और अन्य खिलाड़ियों को फौरन होटल से सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया।
पुणे स्थित थिंकटैंक अर्थक्रांति के संस्थापक अनिल बोकिल ने कहा है कि बिना समुचित तैयारी के नोटबंदी का कदम उठाया गया है। बोकिल का मानना है कि इस अच्छे प्रयास का सही से क्रियान्वयन नहीं किया गया।
कुछ संगठनों द्वारा अंग्रेजी भाषा को पढ़ाई से हटाने की सिफारिश किए जाने पर एक प्रमुख मुस्लिम थिंकटैंक ने आज कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति में किसी भाषा को थोपना उचित नहीं रहेगा और अंग्रेजी आधुनिक दौर में विकास की एक प्रमुख धुरी है जिससे आज की पीढ़ी को उपेक्षित नहीं रखा जा सकता।
अमेरिका के एक शीर्ष थिंक-टैंक ने आज कहा कि भारत ने आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए भारत में घुसने की कोशिश कर रहे आतंकवादियों पर पाक के कब्जे वाले कश्मीर में जो लक्षित हमला किया है, उसे सावधानीपूर्वक आकलन करने के बाद किया गया था। उन्होंने कहा कि तनाव बढ़ने के लिए पूरी तरह पाकिस्तान जिम्मेदार है।
देश की सीमाओं की रक्षा के लिए अपना शीश कटा डालने वाले उत्तर प्रदेश के मथुरा जनपद निवासी शहीद हेमराज का गांव उनकी शहदत के तीन वर्ष बाद भी मूलभूत सुविधाओं के लिए जूझ रहा है। हेमराज के शहीद होने के बाद गांववासियों को उम्मीद थी कि सरकार अब हेमराज के नाम पर गांव में मूलभूत सुविधाओं की व्यवस्था कर देगी। लेकिन तीन साल के बाद भी नतीजा सिफर रहा। गांव वाले सरकार द्वारा की गई घोषणाओं के पूरा होने का अब भी इंतजार कर रहेे हैं।