देश में पहली सोलर पैनल वाली डीईएमयू (डीजल इलेक्ट्रिक मल्टीपल यूनिट) ट्रेन शुक्रवार से चलने लगी है। रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने इस ट्रेन को हरी झंडी दिखाई। इस ट्रेन के जरिए हर साल 21 हजार लीटर डीजल की बचत की जा सकेगी। इस ट्रेन के एक कोच में 89 लोगों के बैठने की व्यवस्था है।
रेलवे ने इंटीग्रेटेड मोबाइल एप रेल सारथी लांच किया है। इस मौके पर रेलमंत्री सुरेश प्रभु ने कहा कि यात्रियों की सभी सुविधाओं और शिकायतों के लिए ये एप काफी मददगार साबित होगा। साथ ही रेल मंत्री ने विदेशी पर्यटकों के लिए 365 दिन पहले ट्रेन टिकट बुक कराने की घोषणा की।
भारतीय रेलवे की पहली तेज गति वाली शानदार ट्रेन ‘तेजस एक्सप्रेस’ की सेवाएं आज से शुरु हो जाएंगी। केंद्रीय ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल, क्रिकेट के महान दिग्गज सचिन तेंदुलकर और अन्य गणमान्य व्यक्तियों की मौजूदगी में केंद्रीय रेल मंत्री सुरेश प्रभु ‘तेजस एक्सप्रेस’ को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे।
रेल संबंधी हर तरह की जानकारी अब आपको हिंदरेल ऐप्प से मिल जाया करेगी। रेल मंत्रालय जून माह में इस मेगा ऐप्प को लांच कर रहा है। रेलवे के अभी तक के सारे ऐप्प इसमें शामिल किए जाएंगे।
देश के सबसे बड़े रेलवे स्टेशन नई दिल्ली पर सुविधाओं को लेकर रेलवे ने काफी सारे दावे किए थे। लेकिन इन दावों की अब धीरे-धीरे पोल खुलती जा रही है। यहां की सुविधाओं को लेकर देश के साथ-साथ विदेशी यात्रियों का फीडबैक भी अच्छा नहीं है।
रेल मोर्च पर गुजरात को लेकर केंद्र की उदासीनता का हवाला देते हुए कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सूरत में रेल मंत्री सुरेश प्रभु के गले में काला कपड़ा पहना दिया। पार्टी के कार्यकर्ता भाजपा समर्थक बनकर प्रभु के पास पहुंच गए जिससे पुलिस चौंक गयी।
बुकिंग काउंटरों पर भीड़ कम करने के लिए रेलवे पेटीएम, जियोमनी और एयरटेल मनी जैसे ई-बटुए पर अनारक्षित रेल टिकों की बुकिंग शुरू करने पर विचार कर रहा है। इस कदम से देशभर में कागजविहीन मोबाइल टिकट ऑपरेशन बड़े पैमाने पर बढ़ने में मदद मिलने की संभावना है।
तमिलनाडु में कावेरी मुद्दे पर किसानों और विपक्षी दलों ने केंद्र से तुरंत कावेरी प्रबंधन बोर्ड (सीएमबी) की स्थापना की मांग करते हुए विभिन्न जगहों पर रेलो को रोक कर धरना और प्रदर्शन किया।
देश को खुले में शौच से मुक्त बनाने के प्रयास के बीच आए एक शोध में कहा गया है कि ट्रेनों में बायोडाइजेस्टर शौचालय लगाने के जटिल कार्य की सफलता रेलवे को स्वच्छ बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। गांंधी शांति प्रतिष्ठान द्वारा हाल में प्रकाशित किताब जल थल मल के अनुसार, रेल की पटरी पर शौच निस्तारण को लेकर न्यायालय अक्सर अधिकारियों को फटकार लगाता है। लेकिन समाज में फैली विषमताओं के चलते निकट भविष्य में हर किसी को शौचालय मुहैया होना नामुमकिन है।