Advertisement

Search Result : "interview Hafiz Saeed"

आतंकी हाफिज सईद की पार्टी MML को पाक चुनाव आयोग ने नहीं दी मंजूरी

आतंकी हाफिज सईद की पार्टी MML को पाक चुनाव आयोग ने नहीं दी मंजूरी

मोस्ट वांटेड आतंकी हाफिज सईद की राजनीतिक पार्टी ‘मिल्‍ली मुस्‍लिम लीग' को पाकिस्तान के चुनाव आयोग ने मान्यता देने से इंकार करने के साथ ही उम्‍मीदवारों को चुनावी अभियान में पार्टी का नाम और फोटो का उपयोग ना करने की भी चेतावनी दी है।
योगी सरकार का बड़ा फैसला, बिना इंटरव्यू मिलेगी ग्रुप B, C, D की नौकरी

योगी सरकार का बड़ा फैसला, बिना इंटरव्यू मिलेगी ग्रुप B, C, D की नौकरी

उत्तर प्रदेश सरकार ने सरकारी नौकरियों में ‘बी’ समूह के सभी अराजपत्रित पद और ‘सी’ एवं ‘डी’ समूह के लिए साक्षात्कार समाप्त करने का फैसला लिया है।
‘‘जमीन पर काम हुआ है प्रमाण दिखा सकता हूं’’

‘‘जमीन पर काम हुआ है प्रमाण दिखा सकता हूं’’

केंद्र सरकार में ग्रामीण और शहरी विकास मंत्रालयों की जिम्मेदारियां संभाल रहे नरेंद्र सिंह तोमर की गिनती भाजपा के कद्दावर नेताओं में होती है। मध्यप्रदेश से आकर राष्ट्रीय राजनीति में अहम भूमिका निभाने वाले तोमर पार्टी के लिए संकटमोचक का काम भी करते रहे हैं।
समझदारी काम आती है तेजी नहीं: त्रिवेंद्र रावत

समझदारी काम आती है तेजी नहीं: त्रिवेंद्र रावत

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी संभालने के साथ ही त्रिवेंद्र सिंह रावत की तुलना उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तेजी और तेवरों से की जा रही है। जबकि रावत मानते हैं कि पहाड़ में पहाड़ के हिसाब से रफ्तार रखनी पड़ती है।
नए कोच के लिए तीन के बीच कड़ी टक्कर, सोमवार को होगा इंटरव्यू

नए कोच के लिए तीन के बीच कड़ी टक्कर, सोमवार को होगा इंटरव्यू

अनिल कुंबले के इस्तीफा देने के बाद टीम इंडिया के नए कोच की तलाश शुरू हो गई है। नए कोच के लिए दस उम्मीदवारो को चुना गया गया है। इनमें रवि शास्त्री, वीरेंद्र सहवाग, क्रेज मैकडरमोट, लांस क्यूसनर, राकेश शर्मा, लाजचंद राजपूत, फिल सिमंस, टाम मूडी, डोडा गणेश और रिचर्ड पाइबस हैं।
‘रूह अफजा’ की मिठास में सांप्रदायिकता की कड़वाहट

‘रूह अफजा’ की मिठास में सांप्रदायिकता की कड़वाहट

सांप्रदायिकता का रंग इंसानों पर चढ़ते देखना तो आम है, लेकिन अब यह शरबत में भी कड़वाहट घोलने की तैयारी कर रहा है। कई वर्षों से भारतीय व्रत त्यौहारों और भंडारों में अपनी मौजूदगी दर्ज कराने वाला, गर्मियों में गला तर करने वाला ‘रूह अफजा’ अब सांप्रदायिकता की चपेट में हैं।