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क्लिंटन फाउंडेशन को दान का मुद्दा उठा कर फंसे ट्रम्प

क्लिंटन फाउंडेशन को दान का मुद्दा उठा कर फंसे ट्रम्प

हाल के दिनों में अमेरिका के राष्ट्रपति के चुनाव में हिलेरी क्लिंटन और डोनाल्ड ट्रम्प- दोनों के चैरिटेबल ट्रस्ट को दिए गए दान लेकर विवाद उठ रहा है। हिलेरी क्लिंटन के प्रतिद्वंद्वी डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा यह कहे जाने पर विवाद उठ खड़ा हुआ है कि उन्होंने क्लिंटन के फाउंडेशन को दान दिया, जिससे कि वे उनके तीसरे विवाह समारोह में शामिल हों। ट्रम्प ने अगस्त में एक रिपब्लिकन प्राइमरी डिबेट में कहा, ‘मैंने उनसे कहा मेरी शादी में शामिल होइए। वे आईं, क्योंकि उनके पास कोई चारा नहीं था। मैंने उनके फाउंडेशन को अच्छी खासी रकम दी थी।’ अमेरिकी मीडिया के अनुसार, उनका यह दावा गलत है। क्योंकि, ट्रम्प की यह शादी 2005 में हुई थी। जबकि, उन्होंने क्लिंटन फाउंडेशन को 2009 और 2010 में डॉलर दान किए थे।
सुनीता जैन को व्यास सम्मान

सुनीता जैन को व्यास सम्मान

एक गरिमामय समारोह में डॉ. सुनीता जैन को उनकी कृति क्षमा के लिए 25वां व्यास सम्मान प्रदान किया गया। डॉ. जैन ने क्षमा के माध्यम से तुलसीदास-रत्नावली के संबंधों का मार्मिक वर्णन किया है।
आमिर का सपना, महाराष्‍ट्र को 5 साल मेंं सूखा मुक्त करेंगे

आमिर का सपना, महाराष्‍ट्र को 5 साल मेंं सूखा मुक्त करेंगे

बाॅलीवुड अभिनेता आमिर खान ने स्‍वतंत्रता दिवस के अवसर पर कहा कि महाराष्‍ट्र में पांच साल के भीतर पानी की कमी की समस्या सुलझाना उनका सपना है। उन्‍होंने कहा कि वह पूरी कोशिश करेंगे महाराष्‍ट्र में पानी की किल्‍लत की समस्‍या दूर हो।
कुसुमांजलि पुरस्कार कुसुम खेमानी को

कुसुमांजलि पुरस्कार कुसुम खेमानी को

सन 2016 के लिए कुसुमांजलि साहित्य सम्मान हिंदी और मलयालम भाषा के लिए क्रमशः डॉ. कुसुम खेमानी और एम पी वीरेंद्र कुमार को दिया गया। डॉ. खेमानी को यह पुरस्कार उनके उपन्यास लावण्य देवी और वीरेंद्र कुमार को उनके यात्रा वृत्तांत डेन्यूब साक्षी के लिए दिया गया।
काबुल में भारतीय महिला को अगवा किया, सुरक्षित रिहाई के प्रयास जारी

काबुल में भारतीय महिला को अगवा किया, सुरक्षित रिहाई के प्रयास जारी

भारत की एक महिला को अफगानिस्तान की राजधानी काबुल के तैमानी इलाके से अगवा कर लिया गया है। अफगान अधिकारी उसकी सुरक्षित रिहाई करने की कोशिश कर रहे हैं।
भारत में 83 लाख से ज्यादा आधुनिक गुलाम

भारत में 83 लाख से ज्यादा आधुनिक गुलाम

भारत में बंधुआ मजदूरी, वेश्यावृत्ति और भीख जैसी आधुनिक गुलामी के शिकंजे में एक करोड़ 83 लाख 50 हजार लोग जकड़े हुए हैं। इस तरह दुनिया में आधुनिक गुलामी से पीड़ितों की सबसे ज्यादा संख्या भारत में है। दुनिया भर में ऐसे गुलामों की तादाद तकरीबन चार करोड़ 60 लाख है।
फिर जी उठे बैजू बावरा

फिर जी उठे बैजू बावरा

11वीं सदी के भारत का महत्वपूर्ण व्यापारिक शहर चंदेरी, जो बुंदेलों और मालवा के शासकों द्वारा बनवाया गया। ऐतिहासिक इमारतों और गुप्त, प्रतिहार, गुलाम, तुगलक, खिलजी, अफगान, गौरी, राजपूत और सिंधिया वंश द्वारा शासित रहा चंदेरी अब खास रेशमी के कपड़ों के लिए भी जाना जाता है। इससे इतर अपने कलात्मक इतिहास के कारण चंदेरी कभी सांस्कृतिक नगरी के रूप में भी जाना जाता था।
गांधी: बस नाम ही बाकी है

गांधी: बस नाम ही बाकी है

राष्ट्रपिता के रूप में ख्याति पाने वाले शख्स के नाम पर पूरे भारत में ढेरों संस्थाएं हैं, जिनका बस 'नाम’ ही बाकी रह गया है
ये बच्चे बदललेंगे कल की तस्वीर

ये बच्चे बदललेंगे कल की तस्वीर

दिल्ली का इंडिया हैबिटैट सेंटर में रोज की तरह गहमा गहमी है। यहीं के एक हॉल में बिहार के अलग-अलग जिले से कुछ बच्चे आए हुए हैं, जोश और आत्मविश्वास से भरे हुए। अपनी बात कहने के लिए तत्पर।
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