पाकिस्तान में एक सैनिक की शहादत ने सबका ध्यान अपनी ओर खींचा है। दरअसल पाकिस्तान की सुरक्षा करते हुए शहीद हुआ सैनिक एक हिंदू था। सोशल मीडिया पर इस शहादत की कहानी वायरल हो रही है।
पाकिस्तान ने आज एक बार फिर जम्मू-कश्मीर के पुंछ में कृष्णागति सेक्टर में सीजफायर का उल्लंघन किया है। फायरिंग में भारतीय सेना और बीएसएफ के दो जवान शहीद हो गए हैं। इस दौरान पाकिस्तान की ओर से फायरिंग के अलावा रॉकेट लॉन्चर से भी हमला किया है।
जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में आतंकवादियों ने आज जब सेना के शिविर पर हमला किया तो वहां पहरेदारी कर रहे गनर ऋषि कुमार ने दो बार मौत को चकमा देकर दो हमलावरों को अकेले मार गिराया और तीसरे को घायल कर दिया।
जम्मू-कश्मीर में हो रहे भारी हिमस्खलन के कारण में हालात काफी नाजुक हो गए है। हिमस्खलन के कारण बटालिक सेक्टर के तीन जवान लापता हो गए था, जिनमें से दो जवानों का शव मिल गया है। वहीं, तीसरे जवान की तलाश अभी भी जारी है।
कांगो रिपब्लिक में हुए एक बम धमाके में भारत के 32 शांति सैनिक घायल हो गए हैं। इस धमाके में एक स्थानीय बच्चे की मौत हुई है। संयुक्त राष्ट्र मिशन ने इस घटना की पुष्टि की है।
आजाद हिंद फौज के वयोवृद्ध सिपाही डैनियल काले का लंबी बीमारी के बाद कोल्हापुर में निधन हो गया। उनके बारे में कहा जाता है कि वे आजादी के संघर्ष के लिए गठित आजाद हिंद फौज के आखिरी जीवित सदस्य थे।
एक पाकिस्तानी मूल के अमेरिकी सैनिक के माता पिता के समर्थन में अपनी आवाज उठाते हुए शहीद हुए एक सिख मरीन के परिजनों ने कहा है कि वे डोनाल्ड ट्रंप की टिप्पणियों से आहत हैं और यह राजनीतिक खेल खेलने के समान है।
डोनाल्ड ट्रंप ने युद्ध में मारे गए मुस्लिम अमेरिकी सैनिक के पिता को फटकारते हुए कहा कि उन्होंने हजारों रोजगारों का सृजन किया है और सवाल उठाया कि क्या सैनिक की मां को कभी बोलने की भी इजाजत दी जाती है। सैनिक के पिता ने रिपब्लिकन पार्टी के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार ट्रंप के बारे में टिप्पणी करते हुए कहा था कि उन्होंने देश के लिए कोई बलिदान नहीं दिया है।
वन रैंक वन पेंशन की अधिसूचना के विरोध में पूर्व सैन्य कर्मियों द्वारा अपने पदक लौटाने का फैसला करने के एक दिन बाद, आज रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने कहा कि विरोध करने वाले पूर्व सैन्य कर्मियों का आचरण सैनिकों जैसा नहीं है और उन्हें गुमराह कर दिया गया है।
वन रैंक वन पेंशन (ओआरओपी) योजना की औपचारिक अधिसूचना को लेकर एक ओर जहां विरोध प्रदर्शन करने वाले पूर्व सैन्य कर्मियों ने असंतोष जाहिर किया है वहीं दूसरी रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने आज कहा कि लोकतंत्र में मांग करने का अधिकार सभी को है लेकिन सभी मांगों को पूरा नहीं किया जा सकता।