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Search Result : "outside Mumbai s Fort branch of HDFC bank"

काले धन को सफेद करने पर बैंकिंग के बेसिक रुल तोड़े गए

काले धन को सफेद करने पर बैंकिंग के बेसिक रुल तोड़े गए

नोट बंदी लागू होने के बाद विभिन्न हिस्सों में काले धन को सफेद करने में बैंकों व बैंककर्मियों की भूमिका संदिग्‍ध है। यूं कहा जाए कि पीएम नरेंद्र मोदी के इस कदम के बाद देश के बैंकिंग ढांचे की कलई खुल गई है। तीन वर्ष पहले एक वेबसाइट की तरफ से निजी व सरकारी बैंकों में काले धन को सफेद करने के गोरखधंधे का जो खुलासा हुआ था वह बदस्तूर जारी है। इस बीच आरबीआइ ने नियमों में कड़ाई बरती है। बैंकों पर जुर्माना लगाया लेकिन इन्हें नजर अंदाज करने वालों पर कोई लगाम नहीं लग पाया है।
नोटबंदी : मुद्रा के अवैध विनिमय में बैंक कैशियर से लेकर मैनेजर तक शामिल

नोटबंदी : मुद्रा के अवैध विनिमय में बैंक कैशियर से लेकर मैनेजर तक शामिल

पांच सौ और एक हजार के पुराने नोटों को बंद करने की घोषणा के बाद से देश भर में करोड़ों लोग भले ही अब भी अपने कुछ हजार रुपये निकालने के लिए बैंकों के आगे घंटों इंतजार कर रहे हों, लेकिन कुछ लोगों को अपने करोड़ों रुपए को एक्सचेंज करने में कुछ मिनट भी नहीं लग रहे।
घर में कैश रखने की सीमा भी तय होगी!

घर में कैश रखने की सीमा भी तय होगी!

नोटबंदी के बाद काले धन पर छापेमारी में बरामद हो रही भारी भरकम नकदी को देखते हुए सरकार आने वाले दिनों में इसे घर पर रखने की सीमा भी तय कर सकती है। ऐसा होने पर कोई भी व्यक्ति एक निश्चित सीमा से अधिक धनराशि कैश में नहीं रख पाएगा।
'नोटबंदी से कुछ नहीं हुआ, लोगों ने बस कतारों में लग जान गंवाई'

'नोटबंदी से कुछ नहीं हुआ, लोगों ने बस कतारों में लग जान गंवाई'

महाराष्‍ट्र में भाजपा की सहयोगी पार्टी शिवसेना ने नोटबंदी पर केंद्र सरकार को जमकर कोसा है। पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे ने नोटबंदी को लेकर केंद्र की मोदी सरकार पर सवालिया निशान खड़े किए हैं।
30 दिसंबर तक 1 बार ही जमा होंगे 5 हजार से ज्यादा के पुराने नोट

30 दिसंबर तक 1 बार ही जमा होंगे 5 हजार से ज्यादा के पुराने नोट

भारतीय रिजर्व बैंक ने सोमवार को 30 दिसंबर तक एक बैंक खाते में 500 और 1,000 के पुराने या बंद नोटाें में 5,000 रुपये से अधिक की राशि जमा कराने पर कड़े अंकुश लगा दिए। अब 30 दिसंबर तक एक बैंक खाते में पुराने नोटाें में सिर्फ एक बार ही 5,000 रुपये से अधिक की राशि जमा कराई जा सकेगी। इसके लिए जमाकर्ता को बैंक अधिकारियाें को अभी तक पैसा जमा न कराने की वजह बतानी होगी।
नोटबंदी : बैंकों में जमा रकम की गिनती में गलती, सरकार को संदेह

नोटबंदी : बैंकों में जमा रकम की गिनती में गलती, सरकार को संदेह

नोटबंदी के बाद केंद्र सरकार को लगता है कि बैंकों के पास जो पैसा आया है, शायद उनकी गिनती ठीक से नहीं हुई है। बैंकों के पास बंद हो चुके 13 लाख करोड़ रुपये के नोट आ चुके हैं। इस तरह से जितनी मुद्रा को निरस्‍त किया गया था, वह पूरी रकम उन्हें मिल चुकी है। जबकि पुराने नोटों को जमा कराने की अंतिम तारीख 30 दिसंबर है। सरकार ने रिजर्व बैंक और बैंकों से जमा कराए गए नोटों को फिर से जांचने को कहा है।
मुंबई भी पड़ी धीमी, 35 वें दिन भी बैंकों और एटीएम में नकदी नहीं

मुंबई भी पड़ी धीमी, 35 वें दिन भी बैंकों और एटीएम में नकदी नहीं

नोटबंदी के 35 वें दिन भी बुधवार को आम आदमी को राहत मिलती नहीं दिखी। बैंकाें तथा एटीएम में पर्याप्त नकदी नहीं थी, जिसकी वजह से लोगाें को काफी परेशानी झेलनी पड़ी।
नकदी नहीं मिली तो बैंक के स्‍ट्रांग रूम की चाबी छीनी, बेल्ट से गला भी दबाया

नकदी नहीं मिली तो बैंक के स्‍ट्रांग रूम की चाबी छीनी, बेल्ट से गला भी दबाया

नोटबंदी को एक माह से भी अधिक का समय हो गया है लेकिन नागरिकों को नकदी की आपूर्ति अभी तक सही ढंग से नहीं हो रही है। इसके अलावा कहीं-कहीं दबंग बिना लाइन मेंं लगे बैंक से नकदी लेने पर आमादा हैं। रकम नहीं मिलने से लोग अब हिंसक होने लगे हैं। बैंकों से धन ना मिलने से नाराज लोग हमले और तोड़फोड़ करने पर उतारु हो गए हैं।
मोदी की मंत्री बोलीं, बैंक की लाइन में उनकी मौत हो रही है, जो लूट रहे थे देश को

मोदी की मंत्री बोलीं, बैंक की लाइन में उनकी मौत हो रही है, जो लूट रहे थे देश को

नोटबंदी पर केंंद्र की मोदी सरकार की एक मंत्री ने विवादित बयान दिया है। केंद्रीय मंत्री कृष्णा राज ने कहा है कि बैंक की लाइन में उन्‍हीं लोगों की मौत हो रही है, जो देश को लूट रहे थे। नोटबंदी फैसले के बाद देशभर में लोगों को बैंकों और एटीएम से पैसा निकालने में दिक्कत हो रही है, यही नहीं कई जगहों पर बैंकों की लाइन में लोगों के मरने की भी खबर है, लेकिन कृष्णा राज ने इन मौतों पर ऐसा बयान देकर एक तरह से बचकाना हरकत की है।
हैदराबाद सबसे किफायती, मुंबई के बाद दिल्‍ली-एनसीआर दूसरा महंगा शहर

हैदराबाद सबसे किफायती, मुंबई के बाद दिल्‍ली-एनसीआर दूसरा महंगा शहर

देश में हैदराबाद सबसे किफायती शहर है। इसके बाद कम खर्च के मामले में इंदौर देश का दूसरा सबसे किफायती शहर है। निवेश के मामले में जयपुर सबसे पसंदीदा और प्रॉपर्टी खरीदने में अहमदाबाद सुविधाजनक है। मुंबई में खुद का घर खरीदना या किराये पर लेना सबसे महंगा और दिल्ली-एनसीआर दूसरा सबसे महंगा शहर है।
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