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वंदना शिवा का दावा, अनिल दवे जीएम के पक्ष में नहीं थे

वंदना शिवा का दावा, अनिल दवे जीएम के पक्ष में नहीं थे

पिछले दिनों दिवंगत पर्यावरण मंत्री अनिल माधव दवे भारत में जेनेटिकली मोडिफाइड (जीएम) सरसों के विरोध में थे। यह दावा पर्यावरणविद वंदना शिवा ने किया है।
केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री अनिल माधव दवे का निधन

केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री अनिल माधव दवे का निधन

केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री अनिल माधव दवे का गुरुवार को दिल्ली के एम्स में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। वह कुछ समय से बीमार चल रहे थे। मध्य‍ प्रदेश के रहने वाले दवे 60 वर्ष के थे। संघ से जुड़े दवे को पिछले मंत्रिमंडल विस्तार में पीएम नरेंद्र मोदी ने अपनी कैबिनेट में जगह दी थी।
काम के प्रति समर्पण और सादा जीवन थी अनिल दवे की खासियत

काम के प्रति समर्पण और सादा जीवन थी अनिल दवे की खासियत

काम के प्रति समर्पण और सादा जीवन अनिल माधव दवे की खासियत रही है। पर्यावरण संरक्षण में उन्होंने अपना सबकुछ अर्पित कर दिया था। इसी वजह से पीएम नरेंद्र मोदी ने कै‍बिनेट में जगह देकर उन्हेंने पर्यावरण को और बेहतर करने का जिम्मा दिया था। दवे ने मां नर्मदा की काफी सेवा की। नर्मदा के संरक्षण में उनकी उल्लेेखनीय भूमिका, उनके सामाजिक सरोकार की व्यांख्या करती है। मुस्कान के साथ सरल छवि वाले दवे पूरी तरह से कर्मयोगी थे।
अनिल माधव दवे: बिना कुछ कहे गुजर गया 'नर्मदा समग्र' का यात्री

अनिल माधव दवे: बिना कुछ कहे गुजर गया 'नर्मदा समग्र' का यात्री

अनिल माधव दवे देश के पर्यावरण मंत्री बनने से पहले पर्यावरण के समर्पित कार्यकर्ता थे। सैकड़ों-हजारों वर्षों से चली आ रही नर्मदा यात्रा को उन्होंने समग्र दृष्टिकाेेेण दिया था। लेकिन नर्मदा पु्त्र दवे की जीवन यात्रा पर इतनी छोटी होगी, किसी को आभास नहीं था।
मध्यप्रदेश में अनिल दवे की रणनीति से मिली थी भाजपा को सत्ता

मध्यप्रदेश में अनिल दवे की रणनीति से मिली थी भाजपा को सत्ता

अनिल माधव दवे, एक शौकिया पायलट, लेखक, पर्यावरणविद, नदी संरक्षणवादी, एक सांसद, पर्यावरण मंत्री और विभिन्न भूमिकाओं के लिए पहचाने जाते रहे हैं। संघ से ताल्लुक रखने वाले अनिल दवे को एक प्रखर प्रवक्ता के तौर पर जाना जाता था। पर्यावरणविद अनिल माधव दवे का जन्म मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले के बड़नगर गांव में 6 जुलाई 1956 को हुआ था।
खेती में रासायनिक उर्वरकों के उपयोग को रोका जाय: दवे

खेती में रासायनिक उर्वरकों के उपयोग को रोका जाय: दवे

केन्द्रीय पर्यावरण एवं वन राज्य मंत्री :स्वतंत्र प्रभार: अनिल माधव दवे ने प्राकृतिक खेती को विशेष रूप से नर्मदा नदी के बेल्ट में बड़ी तादात में बढ़ावा देने का समर्थन करते हुए सोमवार को कहा कि खेती में रासायनिक उर्वरकों के उपयोग को रोका जाये, ताकि समूचे देश के कृषि क्षेत्र में उपयोग किये जा रहे रासायनिक उर्वरकों के हानिकारक प्रभावों से लोगों को बचाया जा सके।
खांटी नेताओं के बजाय फ्रांस की जनता ने युवा मैक्रों पर क्यों किया भरोसा?

खांटी नेताओं के बजाय फ्रांस की जनता ने युवा मैक्रों पर क्यों किया भरोसा?

जब वैश्विक राजनीति में दक्षिणपंथी उभार का वक्त माना जा रहा हो ऐसे समय में फ्रांस के राष्ट्रपति के तौर पर इमैनुएल मैक्रों का चुना जाना लोगों को हतप्रभ कर रहा है। इससे भी ज्यादा हैरान करने वाली बात एक ‘नौसिखिया युवा’ होकर खांटी नेताओं को पटखनी देना है। वे 39 साल की उम्र में फ्रांस की मुख्यधारा की वामपंथी और दक्षिणपंथी पार्टियों को हराकर सबसे युवा राष्ट्रपति बने हैं।
बुजुर्गों से संबंधित योजनाएं पुरानी, संशोधन की जरूरत: सुप्रीम कोर्ट

बुजुर्गों से संबंधित योजनाएं पुरानी, संशोधन की जरूरत: सुप्रीम कोर्ट

देश में बुजुर्गों से संबंधित योजनाओं पर सुप्रीम कोर्ट ने समीक्षा की आवश्यकता बताई है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि बुजुर्ग व्यक्तियों के लिए राष्ट्रीय नीति एनपीओपी जैसी योजनाएं 1990 के दशक की हैं और सरकार को इन पर पुनर्विचार तथा समीक्षा करने की जरूरत है।
दिल्ली भाजपा में उठापटक का दौर, वरिष्ठ नेता दरकिनार

दिल्ली भाजपा में उठापटक का दौर, वरिष्ठ नेता दरकिनार

दिल्ली भाजपा में उठापटक का दौर लगातार बना हुआ है। नगर निगम चुनाव के दौरान पार्टी को अंदरुनी कलह से बचाने की जिम्‍मेदारी संगठन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष विनय सहस्त्रबुद्धे को दी गई है। जबकि दो वरिष्ठ नेताओं दिल्ली प्रभारी श्याम जाजू व संगठन सचिव सिद्धार्थन को दरकिनार कर दिया गया है।
राहुल को कांग्रेस प्रमुख बनाया जाना चाहिए, सोनिया संरक्षक बन सकती हैं: अय्यर

राहुल को कांग्रेस प्रमुख बनाया जाना चाहिए, सोनिया संरक्षक बन सकती हैं: अय्यर

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मणिशंकर अय्यर ने ऐसे समय राहुल गांधी को पार्टी अध्यक्ष बनाने पर जोर दिया है जब उत्तर प्रदेश विधानसभा में हार के बाद उनकी नेतृत्व क्षमता पर सवाल उठाये जा रहे हैं।
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