भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने एक बार फिर राम मंदिर निर्माण का मामला उठाया है। स्वामी ने सोमवार को राज्यसभा में मांग की कि अयोध्या विवाद पर उच्चतम न्यायालय में रोजाना सुनवाई होनी चाहिए। स्वामी ने सरकार से मांग की कि वह उच्चतम न्याायलय से इसके लिए अनुरोध करे।
भाजपा सांसद सुब्रह्मण्यम स्वामी ने रविवार को एक बार फिर मौद्रिक नीति को लेकर भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) गवर्नर रघुराम राजन पर हमला बोला। स्वामी ने राजन पर ऐसे समय में निशाना साधा है जब एक महीने पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आरबीआई गवर्नर की आलोचनाओं को खारिज कर दिया था।
राज्यसभा द्वारा वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) संविधान संशोधन विधेयक पारित होने के एक दिन बाद भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने गुरुवार को कहा कि वह अर्थशास्त्र के प्रति अपनी अध्ययनशील प्रतिबद्धता तथा पार्टी के प्रति वफादारी के बीच द्वंद्व के कारण वह इस कानून के गुण-दोष पर कोई टिप्पणी करने से बचेंगे।
असहिष्णुता के मसले पर अभिनेता आमिर खान पर हमला करने वाले रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर को भाजपा सांसद सुब्रमण्यन स्वामी का साथ मिल गया है। स्वामी ने सोमवार को ट्वीट किया, ‘आमिर खान को लेकर दिए गए पर्रिकर के बयान पर इतना हू हा क्यों मचा है? अगर आमिर खान को अपनी जन्मभूमि से प्यार करना नहीं आता है तो निश्चित तौर पर उनको एक टीचर की जरूरत है।'
भाजपा नेता सुब्रह्मण्यम स्वामी ने शनिवार को दिल्ली की एक अदालत को बताया कि वह नेशनल हेराल्ड मामले में दस्तावेज समन करने के लिए एक नई अर्जी दाखिल करेंगे। इस मामले में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, उपाध्यक्ष राहुल गांधी और कुछ अन्य लोग आरोपी हैं।
भाजपा के सांसद सुब्रमणियम स्वामी टिप्पणी करने से बाज नहीं आएंगे। देश के आर्थिक विशेषज्ञों और राजनीतिक हस्तियों पर वार करने के बाद अब उन्होंने मीडिया पर भी हमला बोला है। स्वामी नेे ट्वीट में कहा है प्रेस्टीट्यूट्स हर रोज जान बूझकर झूठी कहानियां बनाते हैं और यह उम्मीद करते हैं कि मैं उनके उकसावे में आकर जवाब दूंगा।
वित्त मंत्री अरुण जेटली सुब्रमण्यम स्वामी के मसले को लेकर मंगलवार को पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात कर सकते हैं। स्वामी ने हाल ही में आरबीआई गवर्नर रघुराम राजन सहित अन्य आर्थिक विशेषज्ञों पर ऊंगलियां उठार्इ थी। उन्होेंने जेटली पर भी प्रहार किया था।
सुब्रह्मण्यन स्वामी के लगातार आरोपों से अब भाजपा के भी कुछ नेता परेशान हो गए हैं। उन्होंने मांग की है कि स्वामी को बेकार के बयान देने से रोका जाए। इनकी राय है कि स्वामी के आरोपों से सरकार की छवि को नुकसान पहुंच रहा है। उसके कामकाज पर भी असर पड़ रहा है। कयास लगाए जा रहे हैं स्वामी को अब पार्टी चुप रहने की हिदायत दे सकती हैं।