भाई-बहन के प्रेम का पर्व रक्षा बंधन आज पूरे धूमधाम से मना। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित कई बड़े नेताओं को बच्चों ने राखी बांधी।
स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर रविवार को राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने राष्ट्र को संबोधित किया। अपने संबोधन में न्याय, स्वतंत्रता, समता और भाईचारे के चार स्तंभों पर निर्मित लोकतंत्र को मजबूती से आगे बढ़ाने पर जोर देते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि हमारे राष्ट्रीय चरित्र के विरुद्ध कमजोर वर्गों पर हुए हमले पथभ्रष्टता हैं, जिससे सख्ती से निपटने की आवश्यकता है। राष्ट्रपति ने अपने संबोधन में हाल ही में पारित वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) विधेयक का भी जिक्र किया।
राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी की बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी ने फेसबुक पर उन्हें भद्दे और अश्लील मैसेज भेजने वाले एक व्यक्ति के बारे में पोस्ट शेयर किया है। उन्हें अश्लील मेसेज भेजने वाले व्यक्ति का नाम पार्थ मंडल है। शर्मिष्ठा मुखर्जी जानी-मानी नृत्यांगना हैं।
राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी के कार्यकाल के चार वर्ष पूरे होने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रणव की तारीफों के पुल बांध दिए। 25 जुलाई को प्रणव मुखर्जी ने राष्ट्रपति के रूप में चार वर्ष पूरे कर लिए। इस मौके पर राष्ट्रपति भवन संग्रहालय के दूसरे चरण का उद्घाटन करते हुए मोदी ने कहा, ‘दो साल पहले मेरे प्रधानमंत्री पद संभालने के बाद प्रणव ने अंगुली पकड़ कर विभिन्न विषयों पर मुझे रास्ता दिखाया।’
भारतीय जनता पार्टी के नेता सुब्रह्मण्यम स्वामी का कहना है कि ‘लालकृष्ण आडवाणी देश के प्रधानमंत्री बन सकते थे। लेकिन जब समय आया, तो उन्होंने इस पद के लिए अटल बिहारी वाजपेयी का नाम आगे कर दिया।’ स्वामीजी ने 32 वर्षों तक आडवाणी के सहायक रहे विश्वंभर श्रीवास्तव की आत्मकथा जैसी पुस्तक के लोकार्पण कार्यक्रम में यह बात कही।
रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर दुव्वुरी सुब्बाराव ने तत्कालीन सरकार में अपने आकाओं पर तीखी टिप्पणी करते हुए आरोप लगाया कि पूर्व वित्त मंत्रियों पी. चिदंबरम और प्रणब मुखर्जी ने केंद्रीय बैंक के कामकाज में विशेष तौर पर ब्याज दर तय करने के मामले में हस्तक्षेप किया और इस मुद्दे पर मतभेद के चलते दो डिप्टी गवर्नरों को सेवा विस्तार भी नहीं मिला।
एक गरिमामय समारोह में राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने गुजराती के प्रख्यात लेखक डॉ. रघुवीर चौधरी को 51वां ज्ञानपीठ अवॉर्ड दिया। दिल्ली में संसद भवन पुस्तकालय में हुए इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में पत्रकारो, साहित्यारों और सुधि पाठक जनों ने हिस्सा लिया।
केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री नजमा हेपतुल्ला और भारी उद्योग राज्य मंत्री जी एम सिद्धेश्वर ने आज केंद्रीय मंत्रिपरिषद से इस्तीफा दे दिया। नजमा की उम्र 75 साल से अधिक है। राष्ट्रपति भवन की ओर से जारी बयान के अनुसार राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने दोनों मंत्रियों का इस्तीफा स्वीकार कर लिया।
केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार का पहला बड़ा विस्तार हो गया है। मंत्रिमंडल में 19 नए मंत्री शामिल किए गए हैं। जबकि प्रकाश जावड़ेकर को कैबिनेट रैंक में पदोन्नति दी गई है। अबतक जावड़ेकर स्वतंत्र प्रभार वाले राज्य मंत्री थे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हमेशा की तरह इस बार भी राष्ट्रपति के निमंत्रण के बावजूद रमजान के इफ्तार का खजूर और बिरयानी खाने नहीं गए। गुजरात के मुख्यमंत्री के नाते भी उन्होंने स्वयं कभी इफ्तार का आयोजन करना या जाना पसंद नहीं किया था।