भारतीय नौसेना के पूर्व अधिकारी कुलभूषषण जाधव को जासूसी के आरोप में पाकिस्तान में फांसी की सजा सुनाई गई है। सजा के बाद जाधव की मां ने पाकिस्तान सरकार को बेटे की रिहाई के लिए पत्र लिखा है।
विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को कहा कि भारत ने कुलभूषण जाधव के खिलाफ मुकदमे की कार्यवाहियों के साथ-साथ इस मामले में अपील की प्रक्रिया का पूरा ब्योरा आधिकारिक तौर पर मांगा है।
भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव तक भारतीय राजनयिक पहुंच मुहैया कराने से पाकिस्तान ने एक बार फिर साफ इनकार कर दिया है। भारत ने ये मांग 15 वीं बार की, लेकिन हर बार की तरह पाकिस्तान ने इनकार कर दिया है। अब भारत इस मामले में अमेरिका से उम्मीद लगा रहा है। अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार लेफ्टिनेंट जनरल एचआर मैकमास्टर भारत आ रहे हैं। संभावना है कि जाधव मसले पर भारत में उनके समकक्ष अजीत डोभाल से बातचीत हो सकती है।
पाकिस्तान ने भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव की कथित चरमपंथी गतिविधियों के बारे में नया डोजियर तैयार किया है और इसे संयुक्त राष्ट्र तथा विदेशी राजदूतों को सौंपेगा।
विदेश राज्य मंत्री वीके सिंह ने शनिवार को कहा कि पाकिस्तान के 13 बार इनकार करने के बावजूद सरकार भारतीय नौसेना के पूर्व अधिकारी कुलभूषण जाधव तक राजनयिक पहुंच हासिल करने के लिए सभी उपाय कर रही है।
अमेरिका के शीर्ष विशेषज्ञों ने भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव को फांसी की सजा सुनाने के पाकिस्तान के निर्णय पर चिंता जतायी है और कहा है कि पाकिस्तान स्वयं को विश्व मंच पर अलग-थलग किए जाने के खिलाफ भारत को एक कड़ा संदेश देना चाहता है।
भारतीय नागरिक कुलभूषण सुधीर जाधव को पाकिस्तान में फांसी की सजा सुनाए जाने के बाद मंगलवार को लोकसभा में कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि अगर कुलभूषण जाधव को फांसी होती है, तो हम उसे सोचा समझा मर्डर कहेंगे। उन्होंने कहा कि अगर जाधव को बचाया नहीं गया, तो यह सरकार की कमजोरी होगी।
भारतीय नौसेना से सेवानिवृत्त अधिकारी कुलभूषण जाधव को पाकिस्तान की ओर से कथित जासूसी के आरोप में मौत की सजा सुनाए जाने के बाद से देशभर में विरोध हो रहा है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और शिवसेना ने इस मामले पर पाकिस्तादन की घोर निंदा करते हुए रिहाई की मांग की है। वहीं, सोशल मीडिया में भी लोग कुलभूषण के समर्थन में और पाकिस्ताान के विरोध में आवाज उठाई जा रही है।
भारतीय नौसेना के पूर्व अधिकारी कुलभूषण जाधव को पाकिस्तानी सैन्य अदालत द्वारा फांसी की सजा सुनाए जाने के मुद्दे पर आक्रोशित सरकार ने आज लोकसभा और राज्यसभा में कहा कि जाधव को बचाने के लिए भारत सरकार जो भी करना होगा, वह करेगी। सरकार ने आश्वस्त किया कि जाधव के साथ न्याय होगा।
भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव को रॉ एजेंट बताकर पाकिस्तान में मौत की सजा सुनाने पर भारत ने विरोध व्यक्त किया है। विदेश सचिव एस जयशंकर ने सोमवार को पाकिस्तान के उच्चायुक्त अब्दुल बासित को तलब किया और इस बारे में अपना विरोध पत्र सौंपा।