अमेरिकी विदेश विभाग ने शनिवार को जारी एक रिपोर्ट में कहा कि वजीरिस्तान, बलूचिस्तान और फाटा सहित अफगानिस्तान की सीमा से लगे पाकिस्तान के कई इलाके आतंकवादियों के लिए सुरक्षित शरणस्थली बने हुए हैं।
भारतीय टेनिस स्टार सानिया मिर्जा ताजा डब्ल्यूटीए युगल रैंकिंग में शीर्ष पर बनी हुई हैं जबकि हाल ही में स्टुटगार्ट ओपन खिताब जीतने वाले रोहन बोपन्ना ने एटीपी रैंकिंग में 18वां स्थान बरकरार रखा है।
पाकिस्तान ने कहा है कि वह भारत की शर्तों पर उसके साथ बात नहीं करेगा और अगर बातचीत के एजेंडे में कश्मीर तथा पानी के मुद्दे शामिल नहीं होंगे तो किसी तरह की बातचीत नहीं होगी। पाकिस्तान ने यह भी कहा है कि वह कल जेद्दाह में होने जा रहे इस्लामी सहयोग संगठन (ओआईसी) की बैठक के मंच पर इन मुद्दों को भी उठाएगा।
फीफा के एक अधिकारी ने एक स्विस अखबार से कहा है कि रूस और कतर मेजबानी हासिल करने में अनियमितताओं के आरोप साबित होने पर विश्व कप 2018 और 2022 की मेजबानी गंवा सकते हैं।
नोबेल पुरस्कार से सम्मानित मलाला यूसुफजई को गोली मारने वाले 10 लोगों में से 8 को रिहा किए जाने से स्तब्ध एक अमेरिकी सांसद ने कहा है कि इससे पाकिस्तानी लड़कियों को संदेश जाएगा कि सरकार उनकी रक्षा नहीं करेगी।
दुनिया की सबसे अमीर खेल संस्था इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ फुटबॉल एसोसिएशन (फीफा ) भ्रष्टाचार के आरोपों के कारण संकट में है लेकिन पिछले एक दशक से भी अधिक समय से बतौर अध्यक्ष सेप ब्लास्टर बेफिक्र हैं। फीफा के चुनाव में पहले से ही जीत के प्रति आश्वस्त ब्लास्टर को इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि यूरोपियन फुटबॉल फेडरेशन (यूईएफए) जैसा प्रभावशाली संघ और कई सारे प्रायोजक उन्हें हटाने पर आमदा हैं। भारतीय ओलिंपिक संघ (आईओए) में अध्यक्ष एन. रामचंद्रन को हटाने के लिए कुछ ऐसी ही उठापटक चल रही है और आईओए कई खेमों में बंट गया है।
दक्षिणी चीन सागर को विवादित क्षेत्र मानते हुए चीन ने वहां भारत के तेल उत्खनन का विरोध किया है लेकिन पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के ऐतिहासिक विवाद की अनदेखी करते हुए वहां अपनी 46 अरब डॉलर की महत्वाकांक्षी आर्थिक परियोजना काे जायज ठहराया है। इसके पीछे उसका तर्क है कि यह ‘आजीविका परियोजना’ है जिसमें इतिहास से जुड़े मसलों को नहीं देखा जाना चाहिए।
भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल संघ (फीफा) के अध्यक्ष सैप ब्लाटर ने पांचवी बार पद संभालने के चार दिन बाद ही इस्तीफा दे दिया है। रिश्वतखोरी के मामले में फीफा उपाध्यक्ष समेत सात अधिकारियों की गिरफ्तारी के बाद उन पर यूरोपीय देशों का दबाव बढ़ गया था। यूरोप के कई देश फीफा से हटकर अलग विश्व कप कराने की मुहिम छेड़ चुके हैं।