Advertisement

Search Result : " महंगाई दर"

जीएसटी के चार स्तरीय कर ढांचे को मंजूरी, महंगाई होगी कम

जीएसटी के चार स्तरीय कर ढांचे को मंजूरी, महंगाई होगी कम

अगले साल एक अप्रैल से वस्तु एवं सेवाकर (जीएसटी) प्रणाली लागू करने की दिशा में एक बड़ी बाधा आज दूर हो गई। जीएसटी परिषद ने जीएसटी के लिये 5, 12, 18 और 28 प्रतिशत के चार स्तरीय कर ढांचे को आज मंजूरी दे दी। इसमें खाद्यान्न जैसी आवश्यक वस्तुओं को शून्य कर दायरे में रखा गया है जबकि सामान्य उपभोग की ज्यादातर वस्तुओं पर पांच प्रतिशत कर लगाया जायेगा। इससे महंगाई को कम रखने में मदद मिलेगी। इसके विपरीत आलीशान कारों, तंबाकू, पान मसाला, पेय पदार्थों जैसी गैर-जरूरी वस्तुओं पर सबसे ऊंची दर से जीएसटी लगेगा। इन पर अतिरिक्त उपकर और स्वच्छ उर्जा उपकर भी लगेगा जिससे कुल मिलाकर इन पर कर की दर मौजूदा स्तर पर ही रहेगी।
दीपावली से पहले 1.8 करोड़ लोग मुस्‍कुराएंगे, सरकार ने 2 फीसदी डीए बढ़ाया

दीपावली से पहले 1.8 करोड़ लोग मुस्‍कुराएंगे, सरकार ने 2 फीसदी डीए बढ़ाया

केंद्र सरकार ने गुरुवार को कैबिनेट की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में सरकारी कर्मचारियों के महंगाई भत्‍ते को दो प्रतिशत बढ़ाने का निर्णय लिया। दीपावली से पहले मोदी सरकार ने केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के लिए यह तोहफा दिया है। कैबिनेट के फैसले से 50 लाख केंद्रीय कर्मचारियों और 58 लाख पेंशनभोगियों को फायदा होगा।
सब्जियों के दाम घटने से सितंबर में थोक महंगाई घटकर 3.57 प्रतिशत

सब्जियों के दाम घटने से सितंबर में थोक महंगाई घटकर 3.57 प्रतिशत

सब्जियों के साथ अन्य खाद्य वस्तुओं के दामों में कमी से सितंबर माह में थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति घटकर 3.57 प्रतिशत पर आ गई है। अगस्त में यह 3.74 प्रतिशत पर थी।
रिलायंस जियो पर लालू का निशाना, 'गरीब डाटा खाएगा या आटा'

रिलायंस जियो पर लालू का निशाना, 'गरीब डाटा खाएगा या आटा'

राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री लालू प्रसाद यादव ने रिलायंस जियो की सस्ती डाटा स्कीम पर निशाना साधते हुए सवालिया लहजे में कहा कि गरीब डाटा खाएगा या आटा?
अच्‍छे दिन : पिछले दो साल में महंगाई की दर छह फीसदी से आगे निकल गई

अच्‍छे दिन : पिछले दो साल में महंगाई की दर छह फीसदी से आगे निकल गई

महंगाई से अभी कोई राहत मिलने की उम्‍मीद नहीं है। मानसून उम्मीद के मुताबिक बेहतर रहा है लेकिन आर्थिक विशेषज्ञों ने महंगाई में कमी नहीं होने का आकलन लगाया है।
सब्जियां, दालों और चीनी के दाम बढ़े, थोक महंगाई 23 माह की ऊंचाई पर

सब्जियां, दालों और चीनी के दाम बढ़े, थोक महंगाई 23 माह की ऊंचाई पर

सब्जियों, दालों और चीनी के दाम बढ़ने से थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति भी जुलाई माह में तेजी से बढ़ती हुई 3.55 प्रतिशत पर पहुंच गई। थोक मुद्रास्फीति का यह पिछले 23 माह का उच्चतम स्तर है।
जीएसटी दर 18-20 प्रतिशत रही तो नहीं बढ़ेगी महंगाई : वित्त मंत्रालय

जीएसटी दर 18-20 प्रतिशत रही तो नहीं बढ़ेगी महंगाई : वित्त मंत्रालय

वित्त मंत्रालय ने गुरुवार को कहा कि वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) को एक अप्रैल 2017 से लागू करने के लिए हर तरह के प्रयास किए जा रहे हैं। मंत्रालय ने इसके साथ ही जीएसटी लागू होने पर महंगाई बढ़ने की आशंकाओं को भी खारिज किया।
राहुल का हमला:मोदी जी की बुलेट ट्रेन में उनके सूट-बूट वाले दोस्‍त ही करेंगे सफर

राहुल का हमला:मोदी जी की बुलेट ट्रेन में उनके सूट-बूट वाले दोस्‍त ही करेंगे सफर

कांग्रेस उपाध्‍यक्ष राहुल गांधी ने पीएम नरेंद्र मोदी पर दोबारा जमकर हमला किया है। राहुल गांधी ने कहा है कि पीएम मोदी जी का वादा बुलेट ट्रेन चलाने का है। इसका किराया 10 से 15 हजार रुपए से कम नहीं होगा। सिर्फ मोदी जी और उनके सूटबूट वाले दोस्‍त ही उसमें सफर कर सकेंगे।
महंगाई पर राहुल बोले, देश में अब अरहर मोदी-अरहर मोदी का नया नारा गूंज रहा

महंगाई पर राहुल बोले, देश में अब अरहर मोदी-अरहर मोदी का नया नारा गूंज रहा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश को महंगाई सेे निजात कब दिलाएंगे। प्रधानमंत्री मोदी महंगाई को कम करने की कोई निश्चित तारीख देश को दें। यह कहना है कांग्रेस उपाध्‍यक्ष राहुल गांधी का, जिन्‍होंने लोकसभा में गुरुवार को महंगाई को लेकर पीएम मोदी पर जमकर निशाना साधा। मोदी के पुराने भाषणों का जिक्र करते हुए राहुल ने कहा कि पीएम मोदी यूपीए शासन के दौरान महंगाई पर जोरदार हमला बोलते थे। डायलाग मारते थे। जबकि अब उनके हाथ में सत्‍ता है तब भी वह महंगाई को काबू नहीं कर पा रहे हैं। उनके शासन में तो महंगाई ने देश का दम निकाल कर रख दिया है। राहुल गांधी ने कहा कि मोदी सरकार को देश के किसानों को नहीं भूलना चाहिए।
राजन की जुबानी महंगाई का कड़वा सच

राजन की जुबानी महंगाई का कड़वा सच

रिजर्व बैंक के गवर्नर ने स्पष्ट शब्दों में चुनौती दी है कि ‘बताएं महंगाई कहां कम हुई है?’ सरकार के नेता और उनके कई समर्थक तर्क देते हैं कि ‘राजन द्वारा ब्याज दरों को ऊंचा रखने की नीति अपनाने से विकास की संभावनाओं पर बुरा असर पड़ा। लेकिन महंगाई कम हुई है।’
Advertisement
Advertisement
Advertisement