त्रिवेंद्र सिंह रावत ने आज उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। उन्हें राज्यपाल केके पॉल ने पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। उनके साथ नौ और मंत्रियों ने भी शपथ ली। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह समेत भाजपा के कई नेता मौजूद थे। रावत राज्य के आठवें मुख्यमंत्री बने हैं।
उत्तर प्रदेश चुनावों में चौंकाने वाले परिणाम लाने वाली और मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा में भी अब तक इसी तरह का संदेश देने वाली भारतीय जनता पार्टी ने शपथ ग्रहण स्थल को ले कर भी कुछ इसी तरह का निर्णय लिया है। रविवार, 19 मार्च को प्रस्तावित सूबे की नई सरकार का शपथ ग्रहण समारोह परंपरा से हट कर लखनऊ के स्मृतिउपवन में होने जा रहा है। अटकल तो यह भी लगाई जा रही कि तारीख 19 रखना भी कहीं न कहीं 2019 की फतेह का संकेत है।
कांग्रेस ने मंगलवार को आरोप लगाया है कि पार्टी ने रविवार को दावा पेश करने के लिए समय मांगते हुए गोवा की राज्यपाल मृदुला सिंह को एक पत्र दिया था लेकिन उन्होंने कांग्रेस को सरकार बनाने के लिए बुलाया ही नहीं।
गोवा में मनोहर पर्रिकर के नेतृत्व में सरकार बनाने लायक बहुमत का जुगाड़ कर चुकी भारतीय जनता पार्टी ने आज मणिपुर में भी बहुमत का गणित बिठा लिया। राज्य में चार सीटें जीतने वाले नगा पीपुल्स फ्रंट (एनपीएफ) के चारों विधायकों ने आज मणिपुर में राज्यपाल नजमा हेप्तुल्ला से मुलाकात कर राज्य में सरकार गठन के लिए भारतीय जनता पार्टी को अपने समर्थन का ऐलान किया।
कांग्रेस ने खुद के सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरने के बावजूद गोवा के राज्यपाल द्वारा राज्य में भाजपा नीत गठबंधन को सरकार बनाने के लिए पहले ही आमंत्रित करने का मुद्दा लोकसभा में उठाने का प्रयास किया और इस बारे में बोलने की अनुमति नहीं दिए जाने पर आज दो बार सदन से वाकआउट किया।
मनोहर पर्रिकर ने गोवा के मुख्यमंत्री की नई भूमिका निभाने के लिए आज रक्षा मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया। पर्रिकर ने आज पीटीआई भाषा से कहा, मैंने रक्षा मंत्री के तौर पर इस्तीफा दे दिया। त्यागपत्र गोवा की राज्यपाल मृदुला सिन्हा ने तटीय राज्य में अगली सरकार बनाने के लिए पर्रिकर को आमंत्रित किया है।
कैप्टन अमरिंदर सिंह को आज पंजाब कांग्रेस विधायक दल का नेता चुना गया। नेता चुने जाने के बाद उन्होंने राज्यपाल वीपी बदनोर से मुलाकात की और सरकार बनाने का दावा पेश किया।
त्रिपुरा में बजट सत्र का पहला दिन हंगामेदार रहा। राज्यपाल तथागत रॉय ने सत्तारूढ़ वाम मोर्चा के मुख्यमंत्री माणिक सरकार की ओर ओर से तैयार अपने भाषण के विवादित हिस्से को नहीं पढ़ा। इसमें केंद्र की नीतियों की कड़ी आलोचना की गई थी। विपक्षी तृणमूल कांग्रेस ने इस पर सदन में हंगामा किया।
तमिलनाडु में नए मुख्यमंत्री के शपथग्रहण को लेकर सबकी निगाहें अब राज्यपाल सी विद्यासागर राव पर टिकी हैं। इससे पहले इदापड्डी के पलानीस्वामी और उनके विरोधी ओ पनीरसेल्वम दोनों ने राज्यपाल से मुलाकात कर अपने साथ अन्नाद्रमुक विधायकों का समर्थन होने की बात कही।