पार्टी से निष्कासन निकट होने के साथ आप के बागी नेता योगेंद्र यादव ने शनिवार को सोशल मीडिया के जरिए पार्टी पर हमला बोलते हुए उन्हें मिले कारण बताओ नोटिस को मजाक करार दिया।
आखिरकार राहुल गांधी की घर वापसी हो गई। अब कल वह किसानों के बीच पार्टी की क्या दशा-दिशा तय करेंगे। इसकी तैयारी में कांग्रेस पार्टी का सारा नेतृत्व जुटा हुआ है। कई नेताओं ने बताया कि अब पार्टी में एक जान का संचार होगा और वह नई ऊर्जा के साथ किसानों के बीच भू-अधिग्रहण पर जाएगी।
आम आदमी पार्टी के बागी गुट ने स्वराज संवाद की घोषणा के बाद अपनी रणनीति का खुलासा किया। स्वराज संवाद अभियान शुरू करने के बाद प्रशांत भूषण और योगेंद्र यादव पहली दफा मीडिया से रूबरू हुए।
जनता परिवार के विलय का औपचारिक ऐलान तो हो गया लेकिन नए दल का नाम और चुनाव चिन्ह क्या होगा इसको लेकर संशय बरकरार है। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव के नेतृत्व में बने नए दल की पहली परीक्षा बिहार विधानसभा चुनाव में होगी जहां इस साल के अंत में चुनाव होने हैं। मुलायम ही संसदीय दल के नेता भी होंगे।
जिस समय ये पंक्तियां लिखी जा रही थीं या पढ़ी जा रही होंगी, उस समय भी उत्तर भारत में बुरी तरह मायूस कोई किसान अपनी जीवन लीला समाप्त कर रहा होगा। अन्नदाता की हालत बुरी है, यह हम सब जानते हैं लेकिन उसकी जीवन की डोर काटने के लिए सिर्फ एक फसल की बर्बादी बहुत है।
बुधवार को दिल्ली में समाजवादी पार्टी अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव के घर जनता परिवार के नेताओं की बैठक होगी। जिसमें सभी दलों के विलय को लेकर फैसला किया जाएगा। बैठक में इस बात पर अंतिम फैसला होगा कि जनता परिवार के सभी दलों का नया नाम क्या होगा।
पटना के गांधी मैदान में आयोजित भाजपा के कार्यकर्ता समागम में ही पार्टी नेताओं की अंदरुनी लड़ाई सामने आ गई। एक तरफ पार्टी के एक सांसद नाराज हो गए तो दूसरी ओर स्थानीय सांसद ने समागम में हिस्सा नहीं लिया। इस साल बिहार विधानसभा के चुनाव में जीत की उम्मींद के साथ भाजपा ने अंबेडकर जयंती के अवसर पर कार्यकर्ता समागम का आयोजन किया था जिसमें पार्टी अध्यक्ष अमित शाह के अलावा केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह सहित कई नेताओं ने हिस्सा लिया।
आम आदमी पार्टी के नेतृत्व से नाराज होकर स्वराज संवाद बैठक मेें हिस्सा लेने वाले बागियों पर आज कार्रवाई होगी। इसमें पार्टी के विधायक पंकज पुष्कर पर भी कार्रवाई हो सकती है। क्योंकि पुष्कर पार्टी लाइन के खिलाफ स्वराज संवाद की बैठक में हिस्सा लेने गए थे। आप के कई नेताओं ने एक स्वर में कहा कि जो पार्टी लाइन के खिलाफ काम कर रहे हैं उनके लिए कड़ा कदम उठाया जाएगा चाहे वह कोई भी हो।
आप के बागी गुट ने छेड़ा स्वराज आंदोलन और आम आदमी पार्टी छोड़ने से इनकार किया। आप के असंतुष्टों द्वारा आयोजित स्वराज संवाद ने तीखे तेवरों के साथ यह ऐलान किया गया कि आप किसी एक व्यक्ति की पार्टी नहीं है।