बैंकों से ऋण लेकर विदेश भागने वाले शराब कारोबारी विजय माल्या का गोवा में स्थित लोकप्रिय 'किंगफिशर विला' की कई बार निलामी होने के बाद शनिवार को आखिरकार बिक ही गया। इससे पहले भी बैंक ने तीन बार इस बंगले को नीलाम करना चाहा, लेकिन वह तीनों बार ही असफल रहा। आखिर में इस विला को आपसी बातचीत के बाद अभिनेता और बिजनेसमैन सचिन जोशी को बेच दिया गया।
रिण वसूली न्यायाधिकरण (डीआरटी) ने आज भारतीय स्टेट बैंक के नेतृत्व वाले बैंक समूह के मामले में अपना आदेश सुनाते हुये बैंकों से कहा कि वह संकटग्रस्त उद्योगपति विजय माल्या और उनकी कंपनियों से किंगफिशर एयरलाइंस मामले में 6,203 करोड़ रुपये का कर्ज वसूलने की प्रक्रिया शुरू करें। इस राशि पर 11.5 प्रतिशत की सालाना दर से ब्याज भी लगाया जायेगा।
किंगफिशर एयरलाइंस से 9,000 करोड़ रुपये के बकाया का एक हिस्सा वसूलने के लिए एयरलाइंस के ट्रेडमार्क, लोगो और कभी काफी लोकप्रिय रही टैग लाइन, फ्लाई द गुड टाइम्स को नीलाम करने की बैंकों की कोशिश आज एक बार फिर नाकाम हो गई। हालांकि इस बार इसके लिए आरक्षित मूल्य कम करते हुए 330.03 करोड़ रुपये रखा गया था।
कारोबारी विजय माल्या के भारत आने के इंतजार में बैठे उन्हें कर्ज देने वाले बैंक तथा कर विभाग के अधिकारी अब उनकी बंद पड़ी किंगफिशर एयरलाइंस की 700 करोड़ रुपये मूल्य की संपत्ति की अगले महीने नीलामी कराने जा रहे हैं। जिन सामानों के लिये समुचित बोली लगाने वालों का इंतजार है, उसमें मुंबई हवाईअड्डे के पास ही स्थित किंगफिशर एयरलाइंस का पुराना मुख्यालय किंगफिशर हाउस, कंपनी की कारेंं एवं कार्यालय फर्नीचर, माल्या का आलीशान जेट, दावतों के आयोजन के लिए मशहूर गोवा में किंगफिशर विला तथा फ्लाई विद गुड टाइम्स समेत कंपनी के कई ब्रांड और टेडमार्क शामिल हैं।