![रांची में रम गए साहित्यजन](https://outlookhindi-assets.s3.ap-south-1.amazonaws.com/public/uploads/article/gallery/a59519732c6fbd1e1e7348de122cc8b6.jpg)
रांची में रम गए साहित्यजन
अनिता रश्मि के लेखन में झारखंड की गंध और गहरी संवेदनशीलता है। ‘लाल छप्पा साड़ी’ से लेकर ‘बांसुरी की चीख’ तक उनके कथा लेखन में एक विकास यात्रा दिखती है। जाने-माने लेखक सी भास्कर राव अनिता रश्मि की लेखन यात्रा को इसी तरह देखते हैं।