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बिहार में पैदा हुए बाबा सिद्दकी ने मुंबई में पायी शौहरत, दाउद ने दी थी धमकी

बिहार में पैदा हुए बाबा सिद्दकी ने मुंबई में पायी शौहरत, दाउद ने दी थी धमकी

आज बाबा सिद्दकी और उनके दोस्त रफीक मकबूल कुरैशी समेत कई लोगों के ठिकानों पर एन्फोर्समेंट डायरेक्टोरेट (ED) ने छापा मारा। बताया जा रहा है कि यह कार्रवाई मनी लॉन्डरिंग के मामले में की गई। इनका नाम स्लम रिहैबिलिटेशन स्कैम से भी जुड़ा था।बाबा सिद्दकी का असली नाम जिआउद्दीन सिद्दकी है और उनका जन्म बिहार की राजधानी पटना में हुआ था। लेकिन जिआउद्दीन ने शौहरत,दौलत और पहचान मुंबई में पायी। वह महाराष्ट विधान में कई बार एमएलए रहें और एक बार राज्य सरकार में मंत्री भी बनें।
मुलायम ने कहा, साइकिल चिह्न हमारा है,  गेंद ईसी के पाले में

मुलायम ने कहा, साइकिल चिह्न हमारा है, गेंद ईसी के पाले में

सपा के साइकिल चुनाव चिह्न पर दावे को लेकर प्रतिद्वंद्वी खेमों के निर्वाचन आयोग के पास पहुंचने की योजना के साथ ही यादव कुनबे की लड़ाई आज दिल्ली पहुंच गई। इस बीच सपा अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने उनके द्वारा पांच जनवरी को आहूत पार्टी अधिवेशन स्थगित कर दिया।
डिजिटल लेन-देन से छोटे कारोबारियों को कर में होगी 46 प्रतिशत तक बचत: सरकार

डिजिटल लेन-देन से छोटे कारोबारियों को कर में होगी 46 प्रतिशत तक बचत: सरकार

सरकार ने आज कहा कि नकदी के बजाए डिजिटल लेन-देन अपनाने से छोटे व्यापारियों की कर देनदारी में 46 प्रतिशत तक कमी आएगी। सरकार ने अनुमानित आय नियमों में बदलाव किया है इससे उन छोटे व्यापारियों की कर देनदारी में कमी आएगी जो डिजिटल भुगतान का विकल्प चुनते हैं।
मुंबई दंगों के दौरान एक परिवार को बचाया था गावस्कर ने

मुंबई दंगों के दौरान एक परिवार को बचाया था गावस्कर ने

वेस्टइंडीज के तूफानी गेंदबाजों का दृढ़ता से सामना करने की पहचान बनाने वाले महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने 1993 में मुंबई हमलों के दौरान साहस दिखाते हुए एक परिवार को बचाया था। गावस्कर के बेटे रोहन ने कल रात मुंबई खेल पत्रकार संघ (एसजेएएम) के स्वर्ण जयंती लाइफ टाइम अचीवमेंट पुरस्कार से अपने पिता को सम्मानित किए जाने के दौरान यह घटना याद की।
विकलांग बच्चियों की मदद के लिए बरखा बहार

विकलांग बच्चियों की मदद के लिए बरखा बहार

बेटी बचाओ के जज्बे के साथ बरखा बहार नाम से एक संगीतमय समारोह का आयोजन नंदिनी फाउंडेशन और पीपल फर्स्ट की ओर से दिल्ली के मुक्तधारा ऑडिटोरियम में किया गया। समारोह में गायिका मंदाकिनी बोरा के सावन पर गाए गीतों और सुफियाना गीतों ने लोगों को झूमने और तालियां बजाने पर मजबूर कर दिया। लोक गायिका पूजा झा के गीत भी लोगों को खूब पसंद आए।
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