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दादरी के बिसाहड़ा की एक जुदा तस्‍वीर पेश करेगी यह डॉक्यूमेंट्री

दादरी के बिसाहड़ा की एक जुदा तस्‍वीर पेश करेगी यह डॉक्यूमेंट्री

उत्तर प्रदेश में दादरी के बिसाहड़ा कांड ने पूरी दुनिया के सामने हिन्दू और मुस्लिमों के बीच रिश्तों की एक स्याह तस्वीर पेश की। लेकिन, यहां की हकीकत इससे बिल्कुल जुदा है। यह दावा किया गया है ग्रेटर नोएडा में हिन्दू-मुस्लिम एकता और स्थानीय संस्कृति को पेश करती डॉक्यूमेंट्री ‘द ब्रदरहुड’ में जो जल्द ही रिलीज होने वाली है।
दादरी कांड: कोर्ट ने दिया अखलाक के परिवार के खिलाफ एफआईआर का आदेश

दादरी कांड: कोर्ट ने दिया अखलाक के परिवार के खिलाफ एफआईआर का आदेश

दादरी के अखलाक हत्याकांड में गुरूवार को एक नया मोड़ आ गया जब एक स्थानीय अदालत ने कथित गौकशी के मामले में अखलाक के परिवार के खिलाफ मामला दर्ज करने का आदेश दे दिया।
मांस अखलाक के घर के पास एक ट्रांसफार्मर के नजदीक मिला था- यूपी पुलिस

मांस अखलाक के घर के पास एक ट्रांसफार्मर के नजदीक मिला था- यूपी पुलिस

मोहम्मद अखलाक की हत्या के मामले में जिस रिपोर्ट का हवाला देकर ये कहा जा रहा है कि मीट का सैंपल गोमांस था, वो सैंपल अखलाक के घर से नहीं मिला था। मीडिया में छपी रिपोर्ट अनुसार नोएडा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक किरन एस ने कहा है कि मथुरा लैब की जिस नई रिपोर्ट की बात की जा रही है, उस रिपोर्ट में जांच का सैंपल मीट अखलाक के घर के पास एक ट्रांसफार्मर के नजदीक मिला था। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार किरन एस ने साफ किया है कि सैंपल के गोमांस होने से जांच पर कोई असर नहीं पड़ेगा क्योंकि ये हत्या का मामला है।
बिसाहड़ा की बीफ रिपोर्ट पर अखिलेश खफा, आदित्‍यनाथ बोले मुआवजा लौटाओ

बिसाहड़ा की बीफ रिपोर्ट पर अखिलेश खफा, आदित्‍यनाथ बोले मुआवजा लौटाओ

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने देश की राजनीति में गुबार पैदा करने वाले बिसाहड़ा काण्ड मामले में पीड़ित के घर में मिले गोश्त के गोमांस होने सम्बन्धी फोरेंसिक रिपोर्ट पर सवाल उठाये हैं। दूसरी ओर, भाजपा सांसद आदित्यनाथ ने सरकार और मीडिया को कठघरे में खड़ा करते हुए पीड़ित पक्ष के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने और उन्हें दी गयी सरकारी सहायता वापस लेने की मांग की है।
रिपोर्टः अखलाक के घर से बीफ मिलने का दावा

रिपोर्टः अखलाक के घर से बीफ मिलने का दावा

पूरे देश को हिला देने वाले नोएडा के दादरी कांड में एक नया खुलासा हुआ है। जिस मांस को लेकर दादरी के बिसाहड़ा गांव में पचास वर्षीय अखलाक की हत्या और उनके बेटे को गंभीर रूप से घायल कर दिया गया था अब उसी मांस को लेकर मथुरा लैब की फोरेंसिक रिपोर्ट में चौंकाने वाला सच सामने आया है।
दादरी कांड: अदालत आदेश दे तो सीबीआई जांच को तैयार यूपी सरकार

दादरी कांड: अदालत आदेश दे तो सीबीआई जांच को तैयार यूपी सरकार

दादरी में गोमांस खाने को लेकर हुई हत्या मामले में सीबीआई जांच का आदेश दिए जाने के मुद्दे पर महीनों से हीलाहवाली कर रही उत्तर प्रदेश सरकार ने मंगलवार को कहा कि यदि इलाहाबाद उच्च न्यायालय को लगे कि सीबीआई जांच प्रासंगिक है तो वह अदालत के आदेश का पालन करेगी।
दादरी कांडः अखलाक के फ्रिज में गोमांस नहीं मटन था

दादरी कांडः अखलाक के फ्रिज में गोमांस नहीं मटन था

उत्तर प्रदेश के दादरी में 28 सितंबर को गोमांस की अफवाह पर अखलाक नामक शख्स की पीट-पीट कर हत्या के मामले में नया मोड़ आ गया है। वेटनरी विभाग की रिपोर्ट में बताया गया है कि जो मांस का टुकड़ा पाया गया है वह बीफ नहीं बल्कि मटन (बकरे का मांस) था।
गोमूत्र से शुद्धिकरण को लेकर दादरी पर राजनीति

गोमूत्र से शुद्धिकरण को लेकर दादरी पर राजनीति

दिल्ली से कुछ किलोमीटर दूर सटे दादरी के गांव बिसाहड़ा को लेकर फिर से राजनीति गरमा गई है। यह वही बिसाहड़ा है जहां बीते दिनों गोमांस की झूठी अफवाह पर गांव के मोहम्मद अखलाक की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई थी और इनके बेटे दानिश को बुरी तरह जख्मी कर दिया गया था। अखलाक की मौत के बाद इस मुद्दे पर खूब हंगामा हुआ।
क्या वाकई थम गई पुरस्कार वापसी मुहिम?

क्या वाकई थम गई पुरस्कार वापसी मुहिम?

बिहार चुनाव के नतीजे आने का बाद सोशल मीडिया पर इन दिनों एक कविता काफी प्रसारित हो रही है। इस कविता में कहा जा रहा है कि अब कहीं से भी गोमांस, सम्मान वापसी, अरहर दाल की बढ़ती कीमतों को लेकर कोई बयान नहीं आ रहा है। यह सवाल खड़ा होता है कि क्या ऐसा सहिष्णुता की वजह से है या ऐसा बिहार का चुनाव खत्म हो जाने की वजह से है। स्पष्ट तौर पर यह आरोप लगता रहा है कि लेखकों, कलाकारों और वैज्ञानिकों द्वारा जो पुरस्कार लौटाए जा रहे थे वह बिहार चुनावों को प्रभावित करने की एक पूर्वनियोजित साजिश थी। इस संबंध में आरएसएस का मानना है कि पुरस्कार वापसी की मुहीम राजनीतिक ताकतों के हित में बहुत सलीके से संयोजित की गई थी। केंद्रीय मंत्री जनरल वी के सिंह ने तो यहां तक कहने में भी गुरेज नहीं किया कि पुरस्कार वापसी के इस मुहिम में बहुत ज्यादा पैसा सम्मिलित था। जो कुछ भी हुआ, यह उसकी पूरी तरह से एक प्रायोजित और विकृत व्याख्या है।
फिलहाल  बिसाहड़ा में अखलाक का परिवार

फिलहाल बिसाहड़ा में अखलाक का परिवार

मोहम्मद अखलाक का परिवार फिलहाल गांव में ही रहेगा। वह कहीं नहीं जाएगा। बीते दिनों गांव बिसाहड़ा में गोमांस की अफवाह के चलते हिंदू चरमपंथियों ने अखलाक को पीट-पीट कर कत्ल कर दिया था।
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